चीया सीड : सुपरफूड - डॉ दीपक कोहली - चीया सीड के लिए यह कहा जाए कि ‘देखन में छोटन लगे, असर करे भरपूर’, तो गलत नहीं होगा। यह छोटा सा दिखने...
चीया सीड : सुपरफूड
- डॉ दीपक कोहली -
चीया सीड के लिए यह कहा जाए कि ‘देखन में छोटन लगे, असर करे भरपूर’, तो गलत नहीं होगा। यह छोटा सा दिखने वाला चीया बीज असल में गुणों का खजाना है। कई लोगों को यह गलतफहमी होती है कि चीया बीज और तुलसी के बीज यानी सब्जा एक ही हैं, लेकिन यह सच नहीं है। चिया बीज को वैज्ञानिक रूप से साल्विया हर्पेनिका के रूप में जाना जाता है। ये बीज मुख्य रूप से मैक्सिको में पाई जाते हैं। ये बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट और कैल्शियम से भरपूर होते हैं । यही कारण है कि चिया बीज को सुपरफूड के श्रेणी में रखा गया है।
चिया बीज के फायदे जानने से पहले उससे जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में जान लेते हैं। चिया सीड मिंट प्रजाति का होता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि कीड़ों को पुदीना पसंद नहीं होता। इसलिए, कीटनाशकों के उपयोग के बिना ही इस पौधे को उगाया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि सेंट्रल मैक्सिको में एज्टेक नाम की प्रजाति रहती थी, जो मेसोअमेरिकन कल्चर को मानते थे। उनके बीच चिया बीज इतने प्रचलित थे कि वो लोग उसे मुद्रा के रूप में भी इस्तेमाल करते थे।चिया बीज के पौधे थोड़े अलग तरह के होते हैं और इन्हें विशिष्ट रूप से बढ़ने की आवश्यकता होती है। इसलिए, इन्हें 23 डिग्री उत्तर और 23 डिग्री दक्षिण अक्षांश के बीच उगाया जाता है।चि या की खोज 1990 के दशक में डॉ. वेन कोट्स ने की थी। उन्होंने अर्जेंटीना में ऐसी फसलों (cash crop) की तलाश में परियोजना का नेतृत्व किया था, जो क्षेत्र में किसानों को लाभान्वित कर सकता था। चिया बीज के फूल बैंगनी और सफेद रंग के होते हैं।
चिया सीड के रोचक तथ्य जानने के बाद अब हम पता करते हैं कि यह हमारी लिए अच्छे क्यों हैं। चिया सीड में भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। इसलिए, चिया बीज के जरिए इन स्वस्थ फैटी एसिड का सेवन करने का सबसे आसान तरीका है। चिया बीज के एक सर्विंग में पांच ग्राम ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। साथ ही इसमें घुलनशील फाइबर होता है। अगर आप चिया बीज को थोड़ा गीला करते हैं, तो आप उन्हें एक जेल में बदलते देखेंगे – जो घुलनशील फाइबर है। घुलनशील फाइबर के लाभ कई हैं – यह ब्लड शुगर को सही रखता है, यह आंत में अच्छे बैक्टीरिया को पनपने में मदद करता है। अगर आपको हड्डी से जुड़ी कोई परेशानी है, तो यह आपकी हड्डियों के लिए भी लाभकारी है। यह तो बस शुरुआत है, चिया बीज के फायदों के बारे में हम आगे विस्तार से बता रहे हैं।
आजकल हम जैसी जीवनशैली जी रहे हैं, उससे वजन बढ़ना आम बात है। बाद में यही बढ़ता वजन कई बीमारियों का कारण बन जाता है। ऐसे में जरूरी है कि आप शुरू से ही वजन पर ध्यान दें। इस काम में चिया सीड आपकी मदद कर सकता है। साथ ही अपनी डाइट पर भी नियंत्रण रखना जरूरी है।चिया सीड में फाइबर मौजूद होता है। इसके सेवन से पेट काफी देर तक भरा-भरा महसूस होगा। ऐसे में कुछ और खाने की इच्छा कम ही होती है, जिससे वजन घट सकता है।अध्ययन से पता चला है कि सुबह नाश्ते के बाद स्नैक्स के रूप में चिया बीज का सेवन स्वस्थ व्यक्तियों में थोड़ी देर के लिए भूख को शांत कर सकता है ।एक अध्ययन के अनुसार, चिया बीज फैट कम करने में अहम भूमिका निभाता है और ब्लड ग्लूकोज व लिपिड प्रोफाइल में सुधार लाता है । चिया सीड में भरपूर मात्रा में प्रोटीन भी होता है, जिस कारण आपके पेट को तृप्ति का अनुभव होता है और भूख कम लगती है। ऐसे में वजन कम होने के आसार ज्यादा होते हैं ।वजन कम करने के लिए आप एक गिलास पानी में एक चम्मच चिया बीज डालकर अच्छे से मिलाएं और कुछ मिनट तक उसे घुलने दें। फिर चिया सीड के फूलने से पहले ही इस पानी का सेवन कर लें।
अच्छी सेहत के लिए दिल का स्वस्थ होना जरूरी है, लेकिन आजकल की रूटीन के कारण किसी को भी कभी भी ह्रदय संबंधी परेशानी हो सकती है। चिया सीड जिसे सुपरफूड की श्रेणी में रखा गया है, उसके सेवन से दिल की बीमारी का खतरा कुछ हद तक कम हो सकता है। चिया सीड में फाइबर मौजूद होता है, जो दिल की बीमारी का खतरा कम करता है। साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण दिल के दौरे और अन्य ह्रदय संबंधी परेशानियों के खतरे को कम करता है ।इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड आपके ह्रदय को स्वस्थ रखता है और अगर किसी को दिल की बीमारी है, तो यह उसमें सुधार करता है । इसलिए, अगर आप अपने दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो चिया बीज को अपने डाइट में शामिल करें।
उम्र के साथ-साथ हमारी हड्डियां और दांत कमजोर होने लगते हैं, इसलिए जरूरी है कि हमें नियमित रूप से पोषक तत्व खासतौर पर कैल्शियम लेना चाहिए। अगर आप शुरुआत से ही अपनी डाइट को सही रखेंगे, तो बढ़ती उम्र में आपको ज्यादा तकलीफ नहीं होगी।एक अध्ययन से पता चला है कि कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि चिया बीज के सेवन से शारीरिक ढांचा स्वस्थ रह सकता है । चिया बीज को शरीर में कैल्शियम की पूर्ति का अच्छा विकल्प माना गया है । चिया बीज में फास्फोरस भी होता है, जो हड्डी को मजबूत करने में मदद करता है ।चिया बीज में एंटीऑक्सीडेंट की उपस्थिति आपके दांतों को नुकसान से बचा सकती है । हड्डियों और दांतों की सेहत के लिए आप अपने प्रतिदिन के आहार में इसे शामिल कर सकते हैं।
असंतुलित खानपान और दिनचर्या के कारण हमारा शरीर बीमारियों का घर बन गया है। आज के दौर में कम उम्र में ही लोग कई बीमारियों से घिर जाते हैं और कोलेस्ट्रॉल उन्हीं बीमारियों में से एक है। कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार का होता है, एलडीएल (लो डेन्सिटी लिपोप्रोटीन), जिसे बुरा कोलेस्ट्रॉल माना गया है और एचडीएल (हाई डेन्सिटी लिपोप्रोटीन) जो अच्छा होता है। जब शरीर में एलडीएल बढ़ने लगता है, तो धमनियां सिकुड़ने लगती हैं, जिससे रक्त का प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता। इससे दिल का दौरा और ह्रदय से जुड़ी अन्य बीमारियां होने का अंदेशा बढ़ जाता है।अगर चिया बीज का सेवन किया जाए, तो उसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करके, अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। साथ ही कोरोनरी हार्ट डिजीज (coronary heart disease) का खतरा कम हो सकता है ।यह डिस्लिपिडेमिया (dyslipidemia) को बेहतर करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है । इसके अलावा, यह ट्राइग्लिसराइड (triglycerides) जो कि खून में एक प्रकार का फैट होता है, उसे भी कम करता है। यह अनियमित दिल की धड़कन, निम्न रक्तचाप और कई अन्य समस्याओं को कम कर सकता है ।
आजकल बीमारी उम्र देखकर नहीं आती है। डायबिटीज भी उन्हीं में से एक है। इससे बचने के लिए पहले से सावधानी बरतना जरूरी है। अगर आप डायबिटीज से बचना चाहते हैं या डायबिटीज को संतुलित रखना चाहते हैं, तो चिया बीज का सेवन करें।चिया बीज में मौजूद फाइबर और अन्य पोषक तत्व डायबिटीज के खतरे को कम करते हैं। साथ ही यह बिना किसी साइड इफेक्ट के ब्लड प्रेशर को भी कम कर सकता है ।
कब्ज की परेशानी किसी को भी हो सकती है। इसके लिए लोग कई तरह की दवाइयां और घरेलू उपाय करते हैं। ऐसे में अगर अन्य उपायों के साथ चिया सीड का सेवन करें, तो इस परेशानी से काफी हद तक राहत मिल सकती है। चिया सीड में भरपूर मात्रा में फाइबर होते हैं, खासतौर पर अघुलनशील फाइबर। जब चिया बीज पानी में मिलते हैं, तो वो जेल में बदल जाते हैं, जिसके सेवन से कब्ज में राहत मिलती है। फाइबर पाचन शक्ति में भी सुधार लाता है।
घर और काम के चक्कर में महिलाएं अपने ऊपर ज्यादा ध्यान नहीं देती हैं। आए दिन उन्हें छोटी-मोटी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं लगी रहती हैं, जिन्हें वो हल्के में लेती हैं। आजकल महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। अगर आपको इससे बचना है, तो अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना होगा।अगर आप चिया बीज को अपनी डाइट में शामिल करती हैं, तो ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। यूसीएसएफ मेडिकल सेंटर द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, चिया बीज में अल्फा-लिनोलिक एसिड होता है, जो स्तन कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है । यही बात ओमेगा-3 फैटी एसिड पर भी लागू होती है।
शरीर को काम करने के लिए ऊर्जा की जरूरत होती है। ऐसे में आहार में सभी तरह के जरूरी पोषक तत्व लेने से शरीर की एनर्जी बनी रहती है। पोषक तत्वों के लिए लोग तरह-तरह की सब्जियां, फल और अन्य खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं। अगर इन्हीं के साथ चिया बीज को भी शामिल कर लिया जाए, तो बात ही कुछ और है। जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया है कि चिया बीज को सुपरफूड की श्रेणी में रखा गया है। चिया सीड में विटामिन-बी, जिंक, आयरन और मैग्नीशियम के साथ ही कई अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जो शरीर में ऊर्जा बढ़ाने में मदद करते हैं (16)। आप इसे स्मूदी में डालकर सेवन कर अपने आपको तरोताजा महसूस कर सकते हैं।
चिया बीज में मौजूद ओमेगा-3 एस, फाइबर और प्रोटीन इसे बेहतरीन एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थ बनाते हैं। चिया में मौजूद ये एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर के लिए लाभकारी हैं। यह शरीर को डायबिटीज, सूजन, दिल की बीमारी और अन्य कई शारीरिक परेशानियों से बचा सकता है । साथ ही इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गठिया की परेशानी से भी राहत दिला सकता है ।
इस तनाव भरी जिंदगी के कारण अन्य कई तरह की समस्याएं हो जाती हैं। रात को नींद न आना उन्हीं में से एक है। इसके लिए लोग कई बार नींद की दवाइयां भी लेने लगते हैं, जिसके कई तरह के साइड इफेक्ट हो सकते हैं। ऐसे में घरेलू उपाय कारगर साबित हो सकता है। चिया बीज उन्हीं घरेलू उपायों में से एक है।सेरोटोनिन और मेलाटोनिन दो तरह के हार्मोन होते हैं, जो नींद के लिए जरूरी हैं। ये दोनों हार्मोन ट्रिप्टोफैन (tryptophan) द्वारा निर्मित होते हैं, जो शरीर में एक एमिनो एसिड है। एक अमेरिकी अध्ययन के अनुसार, ट्रिप्टोफैन का उपयोग नींद की समस्याओं के इलाज के लिए किया जा सकता है । चिया बीज में ट्रिप्टोफैन होता है । इसके सेवन से अनिद्रा की परेशानी काफी हद तक दूर हो सकती है।
एंटीऑक्सीडेंट कई तरह की बीमारियों जैसे – डायबिटीज, कैंसर व त्वचा संबंधी बीमारी आदि से बचाव करता है । ऐसे में अगर पर्याप्त मात्रा में आप एंटीऑक्सीडेंट चाहते हैं, तो चिया सीड अच्छा और आसान विकल्प है। चिया बीज में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होता है, जिसके सेवन से आप अपने आपको कई तरह के बीमारियों से बचा सकते हैं ।
काम का दबाव और दुनियाभर के तनाव का परिणाम यह होता है कि हम मूड स्विंग की गिरफ्त में आ जाते हैं। छोटी-छोटी बात पर हमारा मूड बदल जाता है। क्या आपको पता है कि हमारा खानपान भी हमारे मूड को प्रभावित करता है। इसलिए, जरूरी है कि आप अपने मूड में होने वाले अचानक बदलाव को अपने डाइट में बदलाव कर ठीक करें। आप अपनी डाइट में चिया सीड को शामिल करें। इस सुपरफूड के नियमित सेवन से आपका मूड अच्छा रहेगा । पिट्सबर्ग के एक अध्ययन के अनुसार, ओमेगा-3 फैटी एसिड मूड और व्यवहार में सुधार से संबंधित होता है। चिया बीज का सेवन आपको डिप्रेशन से निपटने में मदद कर सकता है।
यह तो सभी को पता होगा कि अन्य पोषक तत्वों की तरह प्रोटीन भी हमारे शरीर के लिए जरूरी है। यह हड्डियों, मांसपेशियों व इम्युनिटी आदि के लिए जरूरी है। इसलिए, हर रोज अपनी डाइट में प्रोटीन शामिल करें। चिया बीज प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है और अगर आप इसे अपनी डाइट में शामिल करेंगे, तो यह आपके लिए फायदेमंद होगा। ब्राजील में हुए एक अध्ययन के अनुसार, चिया बीज में अच्छी गुणवत्ता वाला प्रोटीन पाया जाता है । इसके प्रयोग से चूहों के लिपिड प्रोफाइल (कोलेस्ट्रॉल के स्तर) में भी सुधार हुआ था। चिया बीज में 19% प्रोटीन होता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रीशन के अनुसार, प्रोटीन युक्त आहार भूख को कम कर सकता है । चिया बीज में सभी आवश्यक अमीनो एसिड के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन होता है ।
गर्भावस्था के दौरान महिला को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। खासकर, जब बात आए खाने की, तो गर्भवती महिला को अपने खाने का पूरी तरह से ध्यान रखना चाहिए। उन्हें ऐसे खाद्य पदार्थ लेने चाहिए, जिससे उन्हें पूरा पोषण मिले। अन्य लोगों की तुलना में गर्भवती महिला को ज्यादा पोषण इसलिए चाहिए होता है, क्योंकि उसके गर्भ में पल रहे शिशु को पोषण चाहिए होता है। शिशु के अच्छे विकास के लिए गर्भवती महिला को प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और अन्य पोषक तत्व चाहिए होते हैं और ये सब किसी एक खाद्य पदार्थ में मिलना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में सुपरफूड के तौर पर जाना जाने वाला चिया बीज अच्छा ऑप्शन है। गर्भावस्था में चिया सीड का सेवन फायदेमंद हो सकता है। चिया सीड के सेवन करने से भ्रूण के रेटिना और मस्तिष्क का विकास होता है ।
शरीर के साथ-साथ त्वचा का खास ख्याल रखना भी जरूरी है। वक्त के साथ-साथ त्वचा नमी खोने लगती है और प्रदूषण व धूल-मिट्टी का भी बुरा असर पड़ता है। ऐसे में त्वचा को सही रखने के लिए सिर्फ क्रीम, लोशन और घरेलू उपाय ही नहीं, बल्कि सही खान-पान भी जरूरी है। आप अपनी त्वचा के लिए चिया बीज का सेवन कर सकते हैं। चिया बीज में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड त्वचा के रूखेपन और सूजन को कम कर सकता है । एक और अध्ययन के अनुसार, ओमेगा-3 एस यूवी किरण से त्वचा की रक्षा करने में मदद करता है । चिया सीड के सेवन से त्वचा हाइड्रेट भी रहती है।
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लेखक परिचय
*नाम - डॉ दीपक कोहली
*जन्मतिथि - 17 जून, 1969
*जन्म स्थान- पिथौरागढ़ ( उत्तरांचल )
*प्रारंभिक जीवन तथा शिक्षा - हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट की शिक्षा जी.आई.सी. ,पिथौरागढ़ में हुई।
*स्नातक - राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पिथौरागढ़, कुमायूं विश्वविद्यालय, नैनीताल ।
*स्नातकोत्तर ( एम.एससी. वनस्पति विज्ञान)- गोल्ड मेडलिस्ट, बरेली कॉलेज, बरेली, रुहेलखंड विश्वविद्यालय ( उत्तर प्रदेश )
*पीएच.डी. - वनस्पति विज्ञान ( बीरबल साहनी पुरावनस्पति विज्ञान संस्थान, लखनऊ, उत्तर प्रदेश)
*संप्रति - उत्तर प्रदेश सचिवालय, लखनऊ में उप सचिव के पद पर कार्यरत।
*लेखन - विभिन्न प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में लगभग 1000 से अधिक वैज्ञानिक लेख /शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं।
*विज्ञान वार्ताएं- आकाशवाणी, लखनऊ से प्रसारित विभिन्न कार्यक्रमों में 50 से अधिक विज्ञान वार्ताएं प्रसारित हो चुकी हैं।
*पुरस्कार-
1.केंद्रीय सचिवालय हिंदी परिषद नई दिल्ली द्वारा आयोजित 15वें अखिल भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी लेखन प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार, 1994
2. विज्ञान परिषद प्रयाग, इलाहाबाद द्वारा उत्कृष्ट विज्ञान लेख का "डॉ .गोरखनाथ विज्ञान पुरस्कार" क्रमशः वर्ष 1997 एवं 2005
3. राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान ,उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा आयोजित "हिंदी निबंध लेख प्रतियोगिता पुरस्कार", क्रमशः वर्ष 2013, 2014 एवं 2015
4. पर्यावरण भारती, मुरादाबाद द्वारा एनवायरमेंटल जर्नलिज्म अवॉर्ड्, 2014
5. सचिवालय सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन समिति, उत्तर प्रदेश ,लखनऊ द्वारा "सचिवालय दर्पण निष्ठा सम्मान", 2015
6. राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा "साहित्य गौरव पुरस्कार", 2016
7.राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान ,उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा "तुलसी साहित्य सम्मान", 2016
8. पर्यावरण भारती, मुरादाबाद द्वारा "सोशल एनवायरमेंट अवॉर्ड", 2017
9. पर्यावरण भारती ,मुरादाबाद द्वारा "पर्यावरण रत्न सम्मान", 2018
10. अखिल भारती काव्य कथा एवं कला परिषद, इंदौर ,मध्य प्रदेश द्वारा "विज्ञान साहित्य रत्न पुरस्कार",2018
11. पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा वृक्षारोपण महाकुंभ में सराहनीय योगदान हेतु प्रशस्ति पत्र / पुरस्कार, 2019
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डॉ दीपक कोहली, पर्यावरण , वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग उत्तर प्रदेश शासन,5/104, विपुल खंड, गोमती नगर लखनऊ - 226010 (उत्तर प्रदेश )
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