किसी लानत-मलानत का असर उस पर नहीं होता - सप्ताह की काव्य रचनाएँ

SHARE:

देवेन्द्र कुमार पाठक ग़ज़लें -- किसी लानत-मलानत का असर उस पर नहीं होता. कभी भी जगहँसाई का उसे कुछ डर नहीं होता. मुक़ाबिल है नहीं लफ़्फ़ाज़ को...

देवेन्द्र कुमार पाठक

ग़ज़लें

--

किसी लानत-मलानत का असर उस पर नहीं होता.
कभी भी जगहँसाई का उसे कुछ डर नहीं होता.

मुक़ाबिल है नहीं लफ़्फ़ाज़ कोई भी हुआ उसके
किसी भी झूठ पर उसका नीचा सर नहीं होता.

किसी की आस्तीं या सूने घर में छुप के आ बैठे
कहावत है कि साँपों का अपना घर नहीं होता.

जो ओहदे और दौलत के लिये बिकने को आमादा
   उन्हें अपनी फजीहत का कभी भी डर नहीं होता.

न कोई जाति, मजहब, कौम होती है गरीबी की
किसी का दुःख किसी से भी कभी कमतर नहीं होता.

कहीं से उड़ कहीं को भी ,कभी भी जा पहुँचती हैं
इन अफ़वाहों के 'महरूम' पाँव,पहिया,पर नहीं होता.
                      
                      *******

तुझ पर मेरे यकीं की ज़मीं थरथरा गयी.
ले शक्ल तेरी  सर पर  मेरे  मौत आ गयी.

जिसकी जड़ों ने छोड़ दी अपनी ज़मीन ही
ज़रा तेज -सी हवा भी वह शज़र गिरा गयी.

शब ढह गया बारिश में पीढ़ियों पुराना घर
आँखों में घर की आंसुओं की बाढ़ आ गयी.              

जितना बढ़ी तादाद उसके तरफदारों की
उतना दिलों में ज्यादा फ़ासले बढ़ा गयी.

थी किताबे-याद में तेरी तस्वीर रखी जो
वो हवा-ए-गर्दिश-ए-उमर ले उड़ा गयी.

मुद्दत से दिल में राजे-मुहब्बत था छुपाये
मेरी ज़ुबां पर आज वो सच्चाई आ गयी.

जज़्बा-ए-दिल बयानी की अदा ये तुम्हारी
'महरूम' तुझसे ज़्यादा मेरे दिल को भा गयी.
  

[post_ads]           
                 *******

सब 'ठीक-ठाक' चल रहा है सब को लग रहा.
ये लफ़्ज़ ठग रहा था तब भी,अब भी ठग रहा.

शब सो गयी बुझा हर इक चराग़े-जगाहट
हर नींद में लेकिन चराग़े-ख़्वाब जग रहा.

हर दौरे-वक़्त हमने गुज़ारा है साथ पर
मेरा तुझसे,तेरा मुझसे तज़ुर्बा अलग रहा.

कटता था मैं कितनी दफे नाख़ून था उसका
तू जिस अनामिका की अंगूठी का नग रहा.

'महरूम' सारा खेत खा रहे हैं दो ही वे
इक खग की भाषा समझ दूसरा जो खग रहा.
         
                   **********  

आत्मपरिचय

देवेन्द्र कुमार पाठक.

( जिला- कटनी,मध्यप्रदेश ) जिले के  दक्षिणी-पूर्वी सीमांत पर आबाद छोटी-महानदी ग्राम्यांचल
के एक गांव में जन्म. (02/03/1955)

शिक्षा-M.A.B.T.C.(हिंदी/शिक्षण)

कविता,कथा,व्यंग्य,निबन्धादि विधाओं में लेखन, पत्र-पत्रिकाओं में 1981 से प्रकाशन और आकाशवाणी-दूरदर्शन से प्रसारण.
'महरूम' तखल्लुस से  गज़लें कहते हैं.

'विधर्मी' उपन्यास  'दुष्यन्त कुमार पुरस्कार' ( म.प्र. साहित्य परिषद) से सम्मानित.
आत्मकथ्य-
"मुझसे शुरू हुयी थी मुझ पर खत्म कहानी मेरी होगी;
एक चिराग बुझे,बुझ जाये,दुनिया नहीं अँधेरी होगी."


2 उपन्यास,(विधर्मी/अदना सा आदमी)
4 कहानी-संग्रह,(मुहिम/ मरी खाल ; आखिरी ताल/धरम धरे को दंड/ चनसुरिया का सुख)
2 व्यंग्यसंग्रह,( दिल का मामला है/कुत्ताघसीटी )
ग़ज़ल संग्रह,(ओढ़ने को आस्मां है)
गीत-नवगीत संग्रह; (दुनिया नहीं अँधेरी होगी)
10 किताबें प्रकाशित.
सम्पादन- 'केंद्र में नवगीत' ( कटनी जिले के 7 नवगीतकारों का संग्रह)

मध्यप्रदेश के शिक्षा-विभाग में लगभग 40 साल सेवायें देने के बाद सेवानिवृत्त. 1981 से 2007 तक पत्र-पत्रिकाओं में लेखन- प्रकाशन.10 साल अंतराल के बाद पुनः लेखन में सक्रिय.

सम्पर्क-1315,साईपुरम् कॉलोनी,साइन्स कॉलेज डाकघर-कटनी-483501(म.प्र.)
Email - devendrakpathak.dp@gmail. com

 
0000000000000000

संध्या चतुर्वेदी

बहुत याद आता है मुझको वो यमुना किनारा।

वो नीला सा पानी,वो बहती सी धारा।
वो पावन  सी भूमि,वो मथुरा हमारा।।

सुबह सवेरे वो मन्दिर को जाना, वो यमुना किनारे घँटों बिताना।।
वो बचपन की मस्ती,वो बहता सा पानी।।

बहुत याद आता है मुझ को यमुना किनारा।

वो बहनों के संग में यमुना पर जाना,ठाकुर जी के लिए पानी भर लाना।।
वो अपना जमाना,घाटों पर था जब अपना ठिकाना।।

बहुत याद आता है वो यमुना किनारा।।

वो कल कल सी धारा,वो निर्मल सा पानी।
वो कच्छप का दौड़ना,वो मछली सुनहरी।।

बहुत याद आता है वो गुजरा जमाना,
वो यमुना किनारा ,जहाँ घर था हमारा।।

घाटों पर चौबों की चौपाल लगाना,जारी अभी भी है।
पर बदल गया है वो सारा नजारा।।

बहुत याद आता है वो यमुना किनारा।।

वो कीड़ों का पानी,वो बास पुरानी।।
वो नालों का गिरना,वो झागों का उठना।।

वो नमामि यमुने का नारा,वो वोट बैंकिंग सहारा।।

वो गटरों का पानी ,वो सड़कों के नाले।
जो गिराए जा रहे है नदियों में सारे।।

कहा गए वो कृष्ण हमारे,कहा है यमुना पुत्र हमारे।
किया था जिन्होंने कलिया के विष से मुक्त यमुना को।।

कहा खो गया वो नदिया का पानी
क्या खो गयी अब ये बातें पुरानी।।

देखी नहीं जाती करूण दशा यमुना की।
बहुत याद आता है वो यमुना का पानी।।

✍संध्या चतुर्वेदी
अहमदाबाद, गुजरात

[post_ads_2]

000000000000000000

अनिल कुमार


  'बारिश'
खिल उठता है मन
जब होता है धरती से
बारिश का मधुर मिलन
बूँद-बूँद ऐसे झरती है
जैसे बजता हो कोई
वीणा के तारों का सरगम
धुल जाती है सारी माटी
कल तक थी जो बंजर सम
नाचते, गाते है नर, पशु गण
और खुशी मनाता
हल चल देता है खेतों के रण
खिल उठता है तब
धरती का सूना आँगन
धोकर बारिश की बूँदें
कर देती है धरती को पावन।


00000000000000000

ज्योत्सना सिंह


हरियाला सावन

साल बाद फिर सावन आया
बीते साल का दर्द भर आया

यही तीज त्यौहार के दिन थे
हरा-भरा हम सब का मन था

और आपका प्यार बहुत था
सर पर रखा हाथ बड़ा था

पीहर का अभिमान बहुत था
पापा आपका साथ बड़ा था

फिर सावन ने दस्तक दी जब
फिर नज़रों में घूम गया सब

वो आपके दर्द भरे दिन रात
वो मन्नत की एक-एक बात

बीत गया जब बरस के सावन
सूना हो गया भाई का आँगन

पापा तुम बिन अब जो आया
कैसे कह दूँ हरियाला सावन


ज्योत्सना सिंह
लखनऊ


00000000000000000

आशुतोष कुमार


सन् 1999 में पाकिस्तानी घुसपैठियों के द्वारा भारत में घुसपैठ करने की कोशिश की थी जिसे  भारत द्वारा "ऑपरेशन विजय" से पाकिस्तानी की नापाक मंसूबे पर पानी फेर दिया। भारतीय सैन्य वीरों की बहादुरी ,त्याग और बलिदान ने कारगिल युद्ध में भारत को विजय दिलाई।
         प्रस्तुत कविता के माध्यम कारगिल युद्ध में  भारतीय सैन्यवीरों की विजयगाथा का वर्णन किया गया हैं।

           (कविता- कारगिल विजयगाथा)

पाकसेना की नापाक बुद्धि, जब बुद्धिहीनता की परिचायक बन जाती हैं
भारतफतेह का ख्वाब देख घुसपैठी कारगिल तक आ जाती है||
परंतु सुप्त आँखों से देखि सपना कभी पूरा हो नही पाती हैं|
और मृत्यु निश्चित हो जहाँ, नियति उसे वही खिंच ले आती हैं।|

ललकार सुन आर्यवर्ति सेना शेरदिल बन डट जाता हैं
उठा तिरंगा हाथों में भारतविजयि  संकल्प दोहराता है
बाँध केसरिया माथे पर कारगिल शीर्ष चोटी पर चढ़ जाता है
और नेत्रतेज की ओजस्विता से नभबिजलि भी जहाँ फीकी पर जाती है
भारतीयवीरों की अदम्य साहस ऐसा की उस बर्फीली घाटी की भी छाती फट जाती हैं

विक्रम बत्रा की पराक्रमता से दुश्मन का छक्का छूट गया
अंगार देख कैप्टन अहूजा की तारा भी अंबर में टूट गया||
रक्तरंजित कारगिल घाटी भी जिसकी विजयगाथा को
  गाता है|
वटालिक नायक वो कैप्टन मनोज पाण्डेय कहलाता है||

कर फतेह कारगिल का पाक घुसपैठी को मार दिया
टाइगर हिल की बात ही छोडो , एक -एक दुश्मन के छाती में तिरंगा गाड़ दिया।|
  विश्वपटल के जनमानस पर विजयीभारत की तस्वीर खींच दिया
मणिकर्णिका की धरती को अपने बलिदानी रक्तों से सींच दिया||

जिन सुहागन की सुहाग अमर और मातृकोख धन्य हो जाती हैं
आर्यवर्ति इतिहास में उन शहीदों की शहादत को स्वर्णाक्षरों में लिखी जाती हैं।
               
           जय हिन्द ,जय भारत।

                                     आशुतोष कुमार
                        ( जवाहरलाल नेहरू विश्विद्यालय,नई दिल्ली)

COMMENTS

BLOGGER
नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: किसी लानत-मलानत का असर उस पर नहीं होता - सप्ताह की काव्य रचनाएँ
किसी लानत-मलानत का असर उस पर नहीं होता - सप्ताह की काव्य रचनाएँ
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjgL3Kxneq3ymPaL6GObdszhl8JXq-zzotw2G0hDMU99msKOi2PbBZQFpja47JFTTGkP76mX42s_nzsCVTSflX7ERRYrzXuiHPnuMkqSBTMghyphenhyphenJrHI6ucz1ux7xATRiR7dxhnl3/s320/20171227_145434-783573.jpg
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjgL3Kxneq3ymPaL6GObdszhl8JXq-zzotw2G0hDMU99msKOi2PbBZQFpja47JFTTGkP76mX42s_nzsCVTSflX7ERRYrzXuiHPnuMkqSBTMghyphenhyphenJrHI6ucz1ux7xATRiR7dxhnl3/s72-c/20171227_145434-783573.jpg
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2019/07/blog-post_0.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2019/07/blog-post_0.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content