1. प्राण-प्रतिष्ठा इंसान ने बनाई पाषाण मूर्त जिसमें न ज्ञान इंद्री न कर्म इंद्री न संवेदी तंत्रिका न पाचनतंत्र न शनायुतंत्र न कोशि...
1.
प्राण-प्रतिष्ठा
इंसान ने बनाई
पाषाण मूर्त
जिसमें
न ज्ञान इंद्री
न कर्म इंद्री
न संवेदी तंत्रिका
न पाचनतंत्र
न शनायुतंत्र
न कोशिकाएं
न मल-मूत्र विसर्जन तंत्र
न अस्थि-पिंजर
फिर भी
चंद मंत्र फूंककर
कर देते हैं उसमें
प्राण-प्रतिष्ठा
लेकिन मृत इंसान में नहीं
गजब के वैज्ञानिक हैं
भारत में
-विनोद सिल्ला©
2.
चिराग
भारत को
जाना जाता है
विश्व में
बुद्ध के लिए
उनके धम्म के लिए
उनके स्तूपों के लिए
उनसे जुड़े
स्थानों के लिए
उनकी शिक्षाओं के
जिनको
स्वयं भारत ने
विसार दिया
विश्व ने अपना लिया
वह चिराग
भारत ने खो दिया
जिससे सारी दुनिया
रोशन है
-विनोद सिल्ला©
3.
गिला-शिकवा
मैंने दिया
काव्यगोष्ठी का निमंत्रण
एक साहित्यिक मित्र को
उसने पूछा
किस बैनर के तहत
आयोजित है काव्यगोष्ठी
मैंने बताया
फलां बैनर के तहत
सुनकर वह मेरा जवाब
अष्टवक्र से भी अधिक
खा गया बल
हो गया ऐंठ में
मुझे उस मित्र से
अच्छी लगी
गोष्ठी हॉल की दीवार
जिस पर जाने कितने
बैनर लगते रहे
कभी नहीं किया
कोई गिला-शिकवा
उस दीवीर ने
-विनोद सिल्ला©
4.
बिकने का आरोप
मलीन बस्ती के
वासी ने
वोट के बदले
ले ली अल्प सुविधा
हो गई मोटी दुविधा
उस पर है
बिकने की आरोप
पूरे गाँव ने
पूरे क्षेत्र ने
कविताओं में कवियों ने
लेखों में लेखकों ने
बड़ा दुत्कारा
बड़ा फटकारा
लेकिन चुनाव जीतकर
नेता जी
मोटी सुविधा लेकर
बदल गए
अपनी राजनीतिक आस्था
हो गए
पहले से अधिक सम्मानित
बिकने का आरोप
आज भी है
उसी मलीन बस्ती पर
उसके वासियों पर
-विनोद सिल्ला©
5.
तस्दीक
हाजिर
कहीं ओर होते हैं
तस्दीक
कहीं ओर होते हैं
ये मेरा ही नहीं
हर एक का
किस्सा है
-निनोद सिल्ला©
6.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट
आत्महत्या कर ली
ख्वाहिशों ने
महंगाई की
दहलीज पर
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में
कई सियासतदान आए
उनके झूठे
वादे आए
रोते बिलखते
कर दिया
अंतिम संस्कार
जरूरतों का भी
ख्वाहिशों के संग
-विनोद सिल्ला©
7.
नए साल में
नए-नए साल में,
नई-नई कविताएँ होंगी
नए-नए पुष्प होंगे,
नई-नई लताएं होंगी
नई-नई रुत होगी,
नई-नई फिजांए होंगी
नए-नए मंच होंगे,
नई-नई कलाएं होंगी
नई-नई कहानियाँ,
नई-नई कथाएँ होंगी
नए-नए तराने होंगे,
नई ही गाथाएँ होंगी
नया साहित्य होगा,
नई-नई विधाएं होंगी
नए-नए अंदाज होंगे,
नई ही अदाएं होंगी
नए ही हैं हौंसले ,
नई-नई बलाएं होंगी
नए-नए रास्ते और,
नई-नई बाधाएँ होंगी
नए-नए वर्णन होंगे,
नई व्याख्याएँ होंगी
नए-नए मूल होंगे,
नई-नई शाखाएं होंगी
नए-नए किस्से होंगे,
नई ही व्यथाएँ होंगी
नए समाधान होंगे,
नई ही समस्याएँ होंगी
क्षमा प्रार्थी सिल्ला,
फिर नई खताएँ होंगी
-विनोद सिल्ला©
8.
नेता जी
संसद में
बतौर सांसद
रहे उपस्थित
नेता जी
सस्ती कंटीन से
खाया भोजन
मारी डकार
वातानुकूलित सदन में
मारे खर्राटे
कर दिए हस्ताक्षर
टी. ए. व डी. ए.
बिल पर
राष्ट्र की सेवा
किसी ओर दिन
-विनोद सिल्ला©
9.
ख्याल न आया
पहली रोटी
गाय को दी
अंतिम रोटी कुत्ते को
किड़नाल को
सतनजा भी डाल आया
मछलियों को
आटा भी खिलाया
श्राद्ध में कौवों को भी
भोज कराया
नाग पंचमी पर
नाग को भी
दूध पिलाया
भुखमरी के शिकार
वंचितों का
ख्याल न आया
निवाले के
अभाव में जिसने
जीवन गंवाया
-विनोद सिल्ला©
10.
तेरी अदा ने
जीवन उपवन सा
घर चमन सा
मन पवन सा
कर दिया
तेरी अदा ने
हृदय कवि सा
तेज रवि सा
पावन छवि सा
कर दिया
तेरी अदा ने
आचरण सात्विक सा
भाव मार्मिक सा
कोमल हार्दिक सा
कर दिया
तेरी अदा ने
-विनोद सिल्ला©
11.
उजाला
नहीं मोहताज
मेरे जीवन का उजाला
किसी दीपक का
किसी सूरज का
किसी रोशनी का
जो चमकता है
अपनी प्रतिभा से
अपने ही नूर से
जो चमकता है
अंधेरे में भी
मुझे उजाला
नहीं मिला विरासत में
मुझे उजाला
नहीं मिला राजभवनों से
मुझे उजाला
नहीं मिला धर्म-स्थलों से
मुझे उजाला
नहीं मिला बाजार से
मैंने सीखा है
अपना दीपक
स्वयं बनना
-विनोद सिल्ला©
परिचय
नाम - विनोद सिल्ला
शिक्षा - एम. ए. (इतिहास) , बी. एड.
जन्मतिथि - 24/05/1977
संप्रति - अध्यापन
प्रकाशित पुस्तकें-
1. जाने कब होएगी भोर (काव्यसंग्रह)
2. खो गया है आदमी (काव्यसंग्रह)
3. मैं पीड़ा हूँ (काव्यसंग्रह)
4. यह कैसा सूर्योदय (काव्यसंग्रह)
5. जिंदा होने का प्रमाण(लघुकथा संग्रह)
संपादित पुस्तकें
1. प्रकृति के शब्द शिल्पी : रूप देवगुण (काव्यसंग्रह)
2. मीलों जाना है (काव्यसंग्रह)
3. दुखिया का दुख (काव्यसंग्रह)
सम्मान
1. डॉ. भीम राव अम्बेडकर राष्ट्रीय फैलोशिप अवार्ड 2011
(भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा)
2. लॉर्ड बुद्धा राष्ट्रीय फैलोशिप अवार्ड 2012
(भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा)
3. उपमंडल अधिकारी (ना) द्वारा
26 जनवरी 2012 को
4. दैनिक सांध्य समाचार-पत्र "टोहाना मेल" द्वारा
17 जून 2012 को 'टोहाना सम्मान" से नवाजा
5. ज्योति बा फुले राष्ट्रीय फैलोशिप अवार्ड 2013
(भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा)
6. ऑल इंडिया समता सैनिक दल द्वारा
14-15 जून 2014 को ऊना (हिमाचल प्रदेश में)
7. अम्बेडकरवादी लेखक संघ द्वारा
कैथल में (14 जुलाई 2014)
8. लाला कली राम स्मृति साहित्य सम्मान 2015
(साहित्य सभा, कैथल द्वारा)
9. दिव्यतूलिका साहित्य सम्मान-2017
10. प्रजातंत्र का स्तंभ गौरव सम्मान 2018
(प्रजातंत्र का स्तंभ पत्रिका द्वारा) 15 जुलाई 2018 को राजस्थान दौसा में
11. अमर उजाला समाचार-पत्र द्वारा
'रक्तदान के क्षेत्र में' जून 2018 को
12. डॉ. अम्बेडकर स्टुडैंट फ्रंट ऑफ इंडिया द्वारा
साहब कांसीराम राष्ट्रीय सम्मान-2018
13. एच. डी. एफ. सी. बैंक ने रक्तदान के क्षेत्र में प्रशस्ति पत्र दिया, 28, नवंबर 2018
पता :-
विनोद सिल्ला
गीता कॉलोनी, नजदीक धर्मशाला
डांगरा रोड़, टोहाना
जिला फतेहाबाद (हरियाणा)
पिन कोड-125120
ई-मेल vkshilla@gmail.com
बहुत अच्छी,सर
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