साहित्य समाचार मनुमुक्त मानव अंतरराष्ट्रीय पुरुस्कार नारनौल : मनुमुक्त मानव मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा दिवंगत आईपीएस अधिकारी डॉ. मनुमुक्त मानव क...
साहित्य समाचार
मनुमुक्त मानव अंतरराष्ट्रीय पुरुस्कार
नारनौल : मनुमुक्त मानव मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा दिवंगत आईपीएस अधिकारी डॉ. मनुमुक्त मानव की स्मृति में रेवाड़ी रोड स्थित सीएल फार्म में आयोजित अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार वितरण समारोह में रविवार को एक नया इतिहास रचा गया। इस भव्य और अनूठे समारोह में हेतोड़ा नेपाल से पधारी समाज सेवी प्रोविंस 3 की राज्यपाल महामहिम अनुराधा कोइराला को ढाई लाख का मनुमुक्त मानव अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार तथा भुवनेश्वर उड़ीसा के सांसद और विख्यात शिक्षाविद डॉ. अच्युत सामंत को एक लाख का मनुमुक्त मानव राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया। दोनों को नकद राशि के अतिरिक्त शॉल, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंट कर उक्त पुरस्कारों से नवाजा गया। वर्ष 2018 के यह पुरस्कार बाल कल्याण एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य के लिए प्रदान किए गए। इन दोनों महान विभूतियों के अतिरिक्त मैती नेपाल काठमांडू के निदेशक विश्वो खड़का, बिलासपुर हिमाचल प्रदेश के पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार, गुरुग्राम के पूर्व आयुक्त डॉ. महेंद्र कुमार तथा नारनोल के वरिष्ठ अधिवक्ता और सीएल शिक्षा संस्थानों के प्रधान प्रेमनाथ गुप्ता को मनुमुक्त मानव शिखर सम्मान से सम्मानित किया गया।
पुरस्कार वितरण के उपरांत मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश तथा पूर्व राज्यपाल नवरंग लाल टीबरेवाल ने कहा कि किसी प्रतिभाशाली युवा का छिन जाना कितना दुखद होता है, इसे प्रत्येक संवेदनशील व्यक्ति अनुभव कर सकता है। वह युवा मनुमुक्त मानव जैसा विलक्षण मेधा का धनी आईपीएस अधिकारी हो तो दुख और भी बड़ा हो जाता है। मनुमुक्त को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए टीबरेवाल ने कहा कि अपने जीवन में मनुमुक्त ने जो उपलब्धियां प्राप्त कीं वे स्मरणीय और अनुकरणीय है। अतः वह हमारी स्मृतियों में हमेशा जीवित रहेंगे। हरियाणा विधान सभा की उपसभापति संतोष यादव ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में डॉ. मनुमुक्त मानव को युवा शक्ति का प्रतीक और प्रेरणा ड्डोत बताते हुए उनके असामयिक निधन को देश और समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया तथा कहा कि उनकी स्मृति में नारनोल जैसे पिछड़े और छोटे शहर से इतने बड़े राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों का प्रारंभ होना गौरव और गर्व की बात है। डॉ. जितेंद्र भारद्वाज द्वारा प्रस्तुत प्रार्थना गीत के बाद डॉ. पंकज गौड़ के कुशल संचालन में संपन्न हुए इस महत्वपूर्ण समारोह में सीएल शिक्षा संस्थाओं के प्रबंध निदेशक डॉ. अमित गुप्ता ने बतौर स्वागत अध्यक्ष सभी अतिथियों का स्वागत किया, वहीं चीफ ट्रस्टी डॉ. रामनिवास मानव ने ट्रस्ट की गतिविधियों का विवरण तथा अतिथियों का परिचय प्रस्तुत किया। तत्पश्चात स्थानीय विधायक ओमप्रकाश यादव, महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. श्रेयांश द्विवेदी, गुरुग्राम से पधारे पूर्व राजदूत आजाद सिंह तूर और पूर्व आयुक्त तथा कुलपति डॉ. महेंद्र कुमार, सिंघानिया विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. उमाशंकर यादव, जयपुर राजस्थान के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. नरेंद्र शर्मा कुसुम, पूर्व प्राचार्य शिवताज सिंह ने मानव को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. वही अलवर के कवि संजय पाठक ने कविताओं के माध्यम से अपने उद्गार व्यक्त किए।
यह रहे उपस्थित
अत्यंत स्तरीय और स्मरणीय इस समारोह में भाजपा के जिलाध्यक्ष शिवकुमार मेहता, हिसार और अंबाला मंडल के हाइड्रोलॉजिस्ट राकेश कुमार मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी हिमांशु गुप्ता नगर परिषद की चेयरपर्सन भारती सैनी, भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष सरला यादव, बाल कल्याण समिति की पूर्व चेयरपर्सन मंजू कौशिक, निगरानी समिति के चेयरमैन महेंद्र सिंह गौड़, पूर्व जिला न्याय वादी एवं कंजूमर कोर्ट के पूर्व अध्यक्ष बुद्धदेव यादव, सूचना अधिकार मंच के अध्यक्ष संजय शर्मा, बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर नरेन्द्र सिहाग, जिला गौड़ ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष राकेश मेहता एडवोकेट, ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एल सी जोशी, राजकुमार यादव एडवोकेट, शिक्षाविद् डॉ. जितेंद्र भारद्वाज, मेजर सतीश दहिया, राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेश गोयल, कृष्ण कुमार शर्मा, मनीष वशिष्ठ, मुकेश शर्मा, कंवर सिंह, संजय कुमार, देवेन्द्र शर्मा, अशोक चौधरी, गोविंद वयस, धर्मपाल शर्मा, पूर्व पार्षद ब्रह्म प्रकाश मानव, रमेश मानव, डॉ. कान्ता भारती पूर्व सरपंच रोशनी देवी आदि नागरिकों की उपस्थिति विशेष उल्लेखनीय रही।
प्रस्तुति : डॉ. रामनिवास मानव, नारनौल
लोकार्पण समारोह
नई दिल्ली : नई दिल्ली स्थित हिंदी भवन में के.बी.एस. प्रकाशन द्वारा प्रकाशित लेखक श्री परमिन्दर शाह के लघुकथा संग्रह ‘अर्श’ और लेखक श्री गिरीश चावला के लघुकथा संग्रह ‘शमा’ के लोकार्पण, परिचर्चा, सम्मान समारोह एवं ग़ज़ल गायन का आयोजन अनेक सुधी साहित्यकारों, पत्रकारों और कलाकर्मियों की उपस्थिति में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री धीरेन्द्र शुक्ल जी ने की, मुख्य अतिथि डॉ. कमल किशोर गोयनका जी रहे और विशिष्ट अतिथि श्री लक्ष्मीशंकर वाजपेयी जी, श्री सुभाष चंदर जी, श्री आर.सी. वर्मा ‘साहिल’ जी, श्री अमित टंडन जी, डॉ. आशीष कंधवे जी, श्री राजेश बब्बर जी रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ व सरस्वती वंदना कु. नीतिका सिसोदिया ने सुमधुर वाणी में प्रस्तुत किया। इसके पश्चात के.बी.एस. प्रकाशन परिवार की ओर से सभी अतिथियों का स्वागत किया गया. साथ ही इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ग्लोबल बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मानित ट्रू मीडिया का के.बी.एस. प्रकाशन द्वारा सम्मान किया गया। इसके पश्चात श्री परमिन्दर शाह जी एवं श्री गिरीश चावला जी के लघुकथा-संग्रह ‘अर्श’ व ‘शमा’ का लोकार्पण, समारोह के अतिथियों के कर कमलों से संपन्न हुआ। लोकार्पण के उपरांत के.बी.एस. प्रकाशन ने दोनों लेखकों का सम्मान किया।
समारोह के दौरान पुस्तक पर चर्चा में भाग लेते हुए सभी अतिथियों ने उपर्युक्त संग्रहों की खूबियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये दोनों संग्रह बहुत ही महत्वपूर्ण रूप से सामाजिक जीवन का लेखा जोखा प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने लघुकथा के महत्त्व को बताते हुए संग्रहों के हर पक्ष को उजागर किया। साथ ही लेखकों को साहित्य जगत में पदार्पण के लिए बधाई दी और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित भी किया। लेखक श्री परमिन्दर शाह जी एवं श्री गिरीश चावला जी ने अपनी पुस्तक के कुछ महत्त्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखकर अपने अनुभव सबसे साझा किये और अपनी रचना यात्रा के सूत्र खोले तथा सभी का आभार व्यक्त किया।
के.बी.एस. प्रकाशन के प्रकाशक श्री संजय शाफ़ी जी ने लेखक को बधाई दी और प्रकाशन की ओर से निःस्वार्थ भाव से सामाजिक कार्य कर रहे देश के अलग-अलग राज्य से आये विभूतियों को सम्मानित किया गया।
सभी अतिथियों के आशीर्वाद के पश्चात समारोह अध्यक्ष श्री धीरेन्द्र शुक्ल जी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में आयोजन की सराहना करते हुए सभी सम्मानित साहित्यकारों और कलाकर्मियों को अपनी शुभकामनायें दीं और लेखकों का साहित्य जगत में स्वागत किया. साथ ही लेखकों को निरंतर साहित्य साधना में रत रहते हुए देश और समाज के हित में रचना कर्म करते रहने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इन संग्रहों की सभी लघुकथायें जीवंत हैं। उन्होंने सभी साहित्य प्रेमी, श्रोताओं को भी आयोजन का हिस्सा बनकर उसे सफल बनाने के लिए बधाई दी।
सभी अतिथियों ने प्रकाशन को शुभकामनाएँ दीं, आशीर्वाद दिया और कहा कि प्रकाशन साहित्य, संवेदना, मानवीय-जीवन मूल्य को साथ रखकर कार्य कर रहा है।
श्रीमती भावना शर्मा जी ने कार्यक्रम का सुगठित एवं बेहतरीन संचालन कर समा बाँध दिया।
लेखक श्री परमिन्दर शाह जी की ग़ज़लों का गायन मशहूर ग़ज़लकार जनाब रमेश चंद निश्चल जी किया।
समारोह के अंत में आयोजन समिति की ओर से श्री संजय शाफ़ी ने आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी महानुभावों, मीडिया पार्टनर ‘ट्रू मीडिया’, ‘प्राची’ पत्रिका और श्रोताओं के प्रति अपना आभार प्रकट किया।
प्रस्तुति : भावना शर्मा, नई दिल्ली
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