प्रविष्टि क्रमांक - 112 ममता छिब्बर बहू चाहिए इस परिवार को गांव से शहर आए लगभग 7 साल हो गए हैं और 6 साल बीत गए बहू ढूंढते-ढूंढते पर मजाल है...
प्रविष्टि क्रमांक - 112
ममता छिब्बर
बहू चाहिए
इस परिवार को गांव से शहर आए लगभग 7 साल हो गए हैं और 6 साल बीत गए बहू ढूंढते-ढूंढते पर मजाल है कि कोई ढंग की लड़की मिल जाए...
विशाल का 32वां साल चल रहा है और वह पिछले 17 सालों से शहर में रह रहा है...
लड़के का ज्यादा पढ़ा लिखा होना अच्छी नौकरी करना तो जैसे मुसीबत बन गया है....
कई पीढ़ियाँ गांव में किसानी-मज़दूरी करती रह गई पर विशाल नई पीढ़ी का और अपने खानदान का पहला पढ़ा-लिखा लड़का है...
विशाल बहुत ही मेहनती लड़का है| दसवीं में अच्छे नंबर लाने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए शहर आ गया था..
शहर के एक हिंदी मीडियम स्कूल में दाखिला लिया और १२-विज्ञान 60% अंकों के साथ पूरी की..
शहर में अंग्रेजी के लोकप्रियता को देखते हुए विशाल ने सबसे पहले अंग्रेजी स्पीकिंग कोर्स किया और उसके बाद विज्ञान से ग्रेजुएशन करने के लिए कॉलेज में दाखिला लिया... साथ ही अच्छी नौकरी के लिए कई परीक्षाएं भी देता रहा है...
ग्रेजुएशन के दूसरे ही वर्ष में उसने भारतीय आर्मी में नौकरी प्राप्त कर ली थी..
20 साल की आयु से इंडियन आर्मी में काम कर रहा है ...
लाखों कमा रहा है सारी सुख सुविधाएं हैं अपने लिए घर-कार खरीद चुका है..
मां बाबूजी गांव छोड़ शहर आकर बस गए हैं..
शहरी लोगों की तरह उठना बैठना सीख रहे है...
विशाल अच्छे कपड़े पहनना, अच्छा बोलना, सही तरीके से उठना बैठना सब पहले ही सीख चुका है अब हाय क्लास इंसान की तरह जिंदगी व्यतीत कर रहा है...
तीन मैट्रिमोनियल साइट्स पर शादी के लिए प्रोफाइल बनाया गया है उन सब में एक पढ़ी-लिखी, सुंदर और संस्कारी बहू की मांग की गई है...
काफी रिश्ते आ रहे हैं पर बात जम नहीं रही है.. विशाल की मां का कहना है कि लड़की कम से कम बीएससी एमएससी होनी चाहिए, किसी स्कूल या कॉलेज में कार्यरत हो तो बहुत अच्छा.. हमने जैसे विशाल को पढ़ा लिखा के अफसर बनाया है वैसे ही कम से कम बहू के मां-बाप ने उसे इतना तो पढ़ाया लिखाया हो कि वह विशाल के कंधे से कंधा मिलाकर उसके बराबर का कमा सके...
अब यह भी कोई बताने की बात नहीं है कि लड़की ऐसी चाहिए जिसे घर की देखभाल चूल्हा चौका, साफ-सफाई आती हो| हमारे लिए देसी और बेटे के लिए मॉडर्न खाना बना सके.... ससुराल वालों को खुश रखना यह सब लड़की धर्म में आता है यह सब तो उसे आना ही चाहिए..
घर में विशाल की एक छोटी बहन, वर्षा भी है जिसका रंग विशाल के रंग से थोड़ा दबा हुआ है, लड़की ऐसी खोजी जा रही है जिसका रंग विशाल के रंग से अच्छा हो ताकि देखने में दोनों की जोड़ी सुंदर लगे परंतु घर की बहू का रंग रूप घर की बेटी के रूप रंग से ज्यादा अच्छा नहीं होना चाहिए वरना बेवजह ही अपनी खूबसूरती पर गुमान करती रहेगी और फिर अगर मोहल्ले की किसी औरत ने आकर वर्षा की मां को कह दिया
"वाह.. बहू तो आपकी बेटी से भी सुंदर है..."
तो विशाल की मां बर्दाश्त नहीं कर पाएगी..
तो बात सिर्फ इतनी सी है कि एक बहू चाहिए जिसका रंग बेटे के रंग से अच्छा हो पर बेटी के रंग के आगे फीका पडे़..
ज्य़ादा मोटी या दुबली भी नहीं होनी चाहिए, लड़की ठीक ठाक कद काठी की होनी चाहिए.. ऐसी जो बिना ऊंची हील पहनें बोनी ना लगे और जिसके ऊंची हील पहनने के बाद लड़का बोना ना लगे...
दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि लड़की अंग्रेजी मीडियम से पढ़ी लिखी होनी चाहिए..
उसे अंग्रेजी बोलना आना चाहिए अगर बेटे के साथ किसी पार्टी में जाएगी और उसके दोस्तों से इंग्लिश में बात ना कर पाई तो नाहक ही विशाल की बेज्जती हो जाएगी तो बहू ऐसी चाहिए जो अंग्रेजी बोले तो सब शांत हो के सुने और देखते ही रह जाएं विशाल की पत्नी क्या अंग्रेजी बोलती है...
साथ ही लड़की शांत स्वभाव की, चुप रहने वाली होनी चाहिए..
विशाल की माँ गांव की औरत है अभी कुछ ही बरस हुए हैं शहर आए हुए वह ढंग से हिंदी भी नहीं बोल पाती ऐसे में बहू उनके आगे ज्यादा बोलेगी या अंग्रेजी में बोलेगी तो माँ से बर्दाश्त नहीं होगा...
अब कल की आई लड़की घरवालों के आगे अंग्रेजी बोल के दबाने की कोशिश करेगी तो बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाएगा...
तो बहू ऐसी चाहिए जिसे जब जितना बोलने को कहा जाए, जैसे बोलने को कहा जाए उस भाषा में उतना ही बोले..
बहू हाय क्लास चाहिए क्योंकि बेटे का उठना बड़े बड़े लोगों के बीच है.. अच्छे मॉडर्न लिबास पहनकर पार्टी में जाया करेगी जो लोग तारीफ किया करेंगे, देख कर कहेंगे वाह क्या सुंदर जोड़ी है दोनों की...
बेटे को कभी ऐसा नहीं लगना चाहिए कि बहू का पहनावा या बोलना उसके दोस्तों के बीच में उसकी नाक कटा रहा है...
उसे अपने सारे दोस्तों की बीवियों से ज्यादा सुंदर, पढ़ी-लिखी,अंग्रेजी बोलने वाली, मॉडल सी दिखने वाली बीवी चाहिए...
अब ऐसी भी नहीं होनी चाहिए जो घर में हर वक्त मॉडर्न कपड़े पहन के लचक-मचक कर चलती रहे..
बहू ऐसी होनी चाहिए जिस के साथ कभी विशाल की माँ या बहन बाज़ार आदि जाए तो लोगों को यह ना लगे की मालिक-नौकर जा रहे हैं या कोई गलती से भी ना पूछ ले इतनी सुंदर लड़की मिली कहां से???
बहू का लिबास और बैठना-उठना लड़के के सारे दोस्तों की बीवियों से अच्छा होना चाहिए परंतु गांव से शहर आई मां और बहन के साथ चले तो उनसे ज्यादा हाई क्लास नहीं लगनी चाहिए..
कुल मिला के लड़की ऐसी चाहिए जो कपड़े भी घरवालों और मौके के हिसाब से पहने- बदले..
घरवालों के लिए इतना तो करना ही चाहिए..
यूं तो गांव से भी काफी रिश्ते आ रहे हैं लड़के के लिए पर अब उसे शहरी रहन-सहन पसंद है तो लड़की भी शहर की ही चाहिए....
घर के बच्चे पढ़े लिखे हैं और दहेज में विश्वास नहीं रखते परंतु आगे उसकी बहन की भी शादी करनी है तो कुछ ना कुछ लेना देना तो पड़ता ही है...
बहू के घर वाले जो कुछ अपनी खुशी से देते हैं वह स्वीकार होगा आखिर लड़का आर्मी ऑफिसर और अपनी लड़की के आराम और सुविधा के लिए तो हर कोई कुछ ना कुछ देता ही है...
घर में एक कार है और एक आ गई तो क्या दिक्कत है बहू को बाजार आना जाना होगा तो उसे भी तो गाड़ी चाहिए ही होगी...
बहुत ही मुश्किल होता जा रहा है विशाल के लिए बीवी ढूंढना ...
कुछ रिश्ते हमें पसंद नहीं आते और कुछ रिश्ते.... हम खुद ही मना कर देते हैं....
लोगों को तो लगता है लड़के को हमने बेमन-फिजूल ही पैदा कर, पाल-पोस कर, अच्छा ख़ासा खर्चा कर पढ़ा-लिखा किसी लायक बनाया है...
लड़के वाले हम है, ऐसी मांग भी कोई लड़की वाले रखते हैं भला...
अभी कल ही एक रिश्ता आया है..
लड़की देखने में बेहद खूबसूरत अपने अमीर मां-बाप की इकलौती संतान है...
कॉन्वेंट एजुकेटेड है, आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए दो डिप्लोमा कोर्स और एमबीए किया हुआ है...
ईवा के पापा एक बिजनेसमैन है और माँ एक निजी कॉलेज में लेक्चरर है..
पढ़ी-लिखी फैमिली होने के नाते वैसे तो लेनदेन पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं रखते हैं पर उनकी शर्त पूरी करने पर वह अपनी खुशी से घर का सारा जरूरी सामान और एक नई चमचमाती i20 कार देने को तैयार है बस उनकी जरूरत इतनी है कि लड़का चरित्रवान, व्यवहार कुशल, पढ़ा-लिखा हो और घर जमाई बनकर रहने को तैयार हो.. फैमिली मेंबर होने के नाते फैमिली बिजनेस में हाथ बटाएँ, आखिर आगे सब बच्चों ने ही संभालना है..
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० नाम : ममता छिब्बर
० पिता का नाम : एम एन छिब्बर
० शिक्षा : Msc Mathematics
० , देहरादून उत्तराखड़
बताइए ऐसे कैसे अपना लड़का किसी पराए घर भेज दे हम..
हमें तो कुछ समझ नहीं आ रहा...
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