कहानी / तोता-मैना / डॉ0 आसिफ़ सईद

SHARE:

तोता -मैना (कहानी) डॉ0 आसिफ़ सईद शहर से दूर ज्योति वन नाम का एक बड़ा ही सुन्दर और घना जंगल था, यहाँ के जानवरों में बड़ा ही सौहार्द और प्रे...

तोता-मैना

clip_image002

(कहानी)

डॉ0 आसिफ़ सईद

शहर से दूर ज्योति वन नाम का एक बड़ा ही सुन्दर और घना जंगल था, यहाँ के जानवरों में बड़ा ही सौहार्द और प्रेम था, ख़ासतौर पर पक्षियों में। वह जंगल में आने वाले शिकारियों से जानवरों को पहले ही सावधान कर देते थे, शिकारी भी बड़े परेशान होते थे कि इतना बड़ा और घना जंगल है पर फिर भी जानवरों का नामों निशान नहीं पूरे दिन खोजने पर भी उन्हें केवल निराशा ही हाथ लगती थी। सोनू तोता और मीनू मैना इस वन की जान थे, जंगल में यह जोड़ा सभी के लिए चर्चा का विषय था। सभी जानवर उनकी प्रशंसा करते और दोनों के प्रेम को देख हर्ष भी, सचमुच दोनों में अपार प्रेम था, अधिक समय तक दोनों अलग भी नहीं रहते थे, कोई कहीं भी जाता, तो एक दूसरे को बता कर जाता और रात होने से पहले ही अपने स्थान पर लौट आता।

[ads-post]

एक दिन जब रात होने पर भी सोनू तोता वापस नहीं आया तो मीनू मैना को चिन्ता होने लगी, कि अब तक तो सोनू रोज़ वापस आ जाता है, पता नहीं क्या बात है शायद आज लम्बा निकल गया, तभी अचानक दूर से आठ-दस पक्षी उड़ते हुए आते हैं और उसके पास आकर पेड़ पर बैठ जाते हैं। उनको एक साथ आया देख मीनू मैना परेशान हो जाती है और पूछती है क्या बात है तुम सब एक साथ कैसे आए हो ? उनमें से पीलू क़बूतर बड़ी हिम्मत करते हुए कहता है कि एक बुरी ख़बर है सोनू हम सब को बचाते हुए अहेरी के हाथों पकड़ा गया।

शाम को जंगल के बाहर एक जगह हमने कुछ दाना और दूसरी खानें की चीज़ें पड़ी देखीं, तो सोनू ने कहा कि पहले मैं खाकर चैक करूँगा, सब ठीक है तब तुम सब खाना। उसके बाद जैसे ही सोनू ने कुछ खाया वह तुरन्त बेहोश हो गया, वहीं झाड़ियों में अहेरी छुपा था, वह झट से उसको पिंजरे में डालकर ले गया। इतना सुनते ही मीनू मैना की आँखों से मोटे-मोटे आँसू निकलने लगते हैं, सब समझाते हैं ''संयम से काम लो जो हुआ भगवान की इच्छा थी, हो सकता है कि हमारा सोनू छूट कर वापस आ जाए'' पर मीनू रोती रहती है सब उसको समझाते हुए अपने-अपने स्थान पर चले जाते हैं, रात भर वह रोती रहती है। सुबह होने पर मीनू मैना अपने सोनू की तलाश में निकल जाती है और पूरे दिन वह भूखी प्यासी शहर में लोगों के मकानों में झाँक-झाँक कर देखती है कि कहीं उसका सोनू नज़र आ जाए लेकिन थक हार कर रात को वह घर वापस लौट आती है, दूसरे दिन भी वह पागलों की भाँति सोनू को तलाश करती है, पर निराशा ही उसके हाथ लगती है, रात को वह अपने स्थान पर आकर बहुत रोती है, और रोते-रोते गाती है।

व्याकुल हैं मेरे नैना,

न आए मुझको चैना।

डसे है कारी रैना,

रोवत है तेरी मैना।

आजा, आजा, आ भी जा।।

उसकी इस हालत को देख जंगल के दूसरे जानवर भी बहुत परेशान होते हैं दूसरे पक्षी उसके पास आकर कहते हैं, तुम ख़ुद को अकेला मत समझना मीनू हम सब तुम्हारे साथ हैं, हम भी सोनू को तलाश कर रहे हैं, जैसे ही उसका कुछ पता- चलेगा, हम तुम्हें बताएँगे। सोनू को तलाश करते हुए चार दिन बीत जाते हैं लेकिन उसका कुछ पता नहीं चलता, उसके ग़म में मीनू का बुरा हाल हो जाता है। रात को पीलू क़बूतर आता है और मीनू से कहता है कि कल शुक्रवार है शहर में एक स्थान पर पक्षियों को बेचा और ख़रीदा जाता है कल सुबह हम तुम वहाँ चलते हैं, हो सकता है अहेरी उसको बेचने वहाँ आए ?

पीलू की बात सुन मीनू को उम्मीद जागती है और वह उसकी बात से सहमत हो सुबह के लिए हाँ कर देती है, और रात भर सुबह होने की प्रतीक्षा करती है। दिन निकलते ही वह पीलू के ठिकाने पर पहुँच उसे जगा देती है। पीलू कहता है दस बजे के बाद बाज़ार लगता है और लोग आते हैं, अभी तो सूरज भी नहीं निकला अभी जाने से कोई फ़ायदा नहीं है, तुम जाओ मैं थोड़ी देर बाद ख़ुद तुम्हारे पास आता हूँ। लेकिन मीनू की बेचैनी का पीलू को अन्दाज़ा नहीं था, मीनू जाकर अपने स्थान पर बैठ जाती है और पीलू की राह तकने लगती है।

नौ बजे के बाद मीनू फिर पीलू के स्थान पर पहुँच जाती है, और कहती है एक घण्टा पहुँचने में भी तो लगेगा, चलो पीलू । पीलू उसकी बेचैनी को समझ जाता है, और साथ चल देता है। पन्द्रह मिनट में ही दोनों उस बाज़ार में पहुँच जाते हैं जहाँ पक्षियों को बेचा और ख़रीदा जाता है लेकिन अभी वहाँ कोई नहीं आया था, दोनों दूर एक सुरक्षित स्थान पर बैठ जाते हैं जहाँ से उनको सब नज़र आए, पर उन्हें कोई न देख सके। कुछ देर बाद लोग आना शुरू हो जाते हैं, तरह-तरह के रंग-बिरंगे पक्षी उनके पिंजरे में होते हैं। दोनों बड़ी बेचैनी से देखने लगते हैं, कि उनका सोनू कहीं नज़र आए।

प्रतीक्षा करते-करते बारह बज जाते हैं, पर सोनू का कुछ अता-पता नहीं था। मीनू पीलू से कहती है, कहीं सोनू को अहेरी ने पहले ही तो किसी को नहीं बैच दिया और वह यहाँ न आए? पीलू के पास उसकी बात का कोई जवाब नहीं था। तभी दूर एक पिंजरे में सोनू को आता देख दोनों ख़ुशी में पर फड़फड़ाने लगते हैं, अहेरी बीड़ी मुंह में लगाए हँसता हुआ पिंजरे में सोनू को लिए एक तरफ़ आकर खड़ा हो जाता है, दूसरे पक्षियों की भाँति उसकी भी बोली लगती रहती है कोई सौ कोई डेढ़ सौ देने को कहता है पर अहेरी सोनू के दो सौ रू0 माँगता है। मीनू की भाँति सोनू भी उसके वियोग में आधा रह गया था, तभी एक छोटा बच्चा अपने पिता के साथ बाइक पर आता है और सोनू को देख पिता के पीछे पड़ जाता है कि मैं तो इसी तोते को लूँगा और आख़िर पिता सोनू को दो सौ रू0 में ख़रीद लेता हैं, फिर दोनों बाइक पर बैठ वापस जाने लगते हैं तो मीनू और पीलू भी उनके पीछे उड़ान भर देते हैं, थोड़ी देर बाद वह शहर की एक पाश कॉलोनी में पहुँच कोठी में घुस जाते हैं। मीनू और पीलू घर के बाहर सामने एक पेड़ पर बैठ जाते हैं दोनों प्रतीक्षा करते हैं कि कब मालिक सोनू को लेकर बॉलकनी में आएगा, रात हो जाती हैं लेकिन सोनू का कुछ पता नहीं चलता, उसे घर के अन्दर ही रखा जाता है। पीलू मीनू से कहता है कि अब ज़्यादा परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, आज नहीं तो कल हम सोनू को छुड़ा ही लेंगे, अब वापस अपने स्थान पर चलते हैं कल फिर आएँगे चलो।

मीनू पीलू से कहती है अच्छा तुम जाओ मैं यहीं बैठ कर सुबह होने की प्रतीक्षा करूँगी, तुम जंगल में दूसरे जानवरों को भी बता देना कि सोनू का पता चल गया है। पीलू चला जाता है और रात भर मीनू वहीं घर के सामने वाले पेड़ पर बैठी मकान को ताकती रहती है, सुबह दस बजे के आसपास पीलू वापस आ जाता है और पूछता है सोनू की कुछ ख़बर, मीनू मना कर देती है। लगभग एक घण्टे बाद एक महिला सोनू को पिंजरे में लिए छत की बॉलकनी नुमा बरामदे में आती है। और पिंजरे को एक स्थान पर लटका देती है मीनू और पीलू के चेहरों पर ख़ुशी दौड़ जाती है। पीलू कहता है मीनू तुम्हारी चोंच मुझसे लम्बी है, जब कोई न हो तो मौका देख कर तुरन्त खिड़की खोल देना। मीनू कहती है ठीक है यह औरत तो हटे। थोड़ी देर बाद वह महिला अन्दर चली जाती है। वह दोनों ख़ुशी-ख़ुशी बॉलकनी में पहुँचते हैं, सोनू दोनों को देख चीखता है नहीं-नहीं वापस जाओ।

इससे पहले कि वह दोनों कुछ समझ पाते एक मोटा तगड़ा बिल्ला पीलू के ऊपर छलाँग लगा देता है, पीलू झट से ऊपर हो जाता है अगर सोनू ने सावधान न किया होता तो आज पीलू का राम नाम सत्य हो गया होता। दोनों डरे हुए वापस पेड़ पर आकर बैठ जाते हैं, और सोचते है कि यह आफ़त कहाँ से आ गई। पता नहीं यह खतरनाक बिल्ला कब हटेगा, दोनों प्रतीक्षा करने लगते हैं जैसे ही यह हटे वह अपना काम करें। दो दिन हो जाते हैं लेकिन वह बिल्ला वहाँ से नहीं हटता, उसका स्थान वही छत नुमा बरामदा था जिस पर कि सोनू बँधा था। पीलू कहता है ऐसे तो सोनू को आज़ाद कराना मुश्किल है अब तो कुछ प्लानिंग करनी ही पड़ेगी। दोनों सोच में पड़ जाते हैं काफी सोचने के बाद पीलू कहता है कि एक तरक़ीब आई हैं कान इधर लाओ। मीनू बात सुनकर कहती है बहुत अच्छे, पर तुम अपना ख़्याल रखना, यह बिल्ला बहुत ख़तरनाक लगता है।

और फिर मीनू उड़ जाती है और थोड़ी दूरी पर पहुँचती है जहाँ चार कुत्ते एक साथ बैठे थे, वह एक कुत्ते में चोंच मारकर उनके ऊपर मंडराने लगती है सभी कुत्ते गुस्से में उसके पीछे हो लेते हैं, मीनू धीरे-धीरे उन्हें मकान के नीचे ले आती है और कुत्तों से थोड़े ऊपर एक मुंडेर पर बैठ जाती है चारों कुत्ते उसको तकने लगते हैं। तभी पीलू अपनी जगह से उड़ता है और मकान के बराबर वाली खिड़की के ऊपर जा बैठता है, पीलू को देख बिल्ले के मुँह में पानी आने लगता है, और वह दबे पाँव धीरे-धीरे खिड़की की तरफ़ आता है और एक दम खिड़की की तरफ़ छलाँग लगा देता है। पीलू पहले से सावधान था उसे सब पता था, छलाँग लगाते ही पीलू झट से ऊपर उड़ जाता है, बिल्ले के संभलने के लिए खिड़की मे कोई चीज़ न थी और उसका संतुलन बिगड़ जाता है, वह धम्म से नीचे जा गिरता है जहाँ चारों कुत्ते पहले ही दावत के इन्तेज़ार में थे मीनू की जगह इतना अच्छा शिकार पाकर वह फूले नहीं समा रहे थे और बिल्ले को घेर कर वह झट से पकड़ लेते हैं और खैंचते हुए उसे ले जाते हैं।

मीनू और पीलू भी फ़ौरन सोनू के पास पहुँच जाते हैं और मीनू अपनी आकड़े नुमा चोंच से पिंजरे का दरवाज़ा खोल देती है, सोनू तेज़ी से पिंजरे के बाहर आ जाता है, और तीनों फुर र र र से आकाश की ओर उड़ अपने ठिकाने की तरफ़ चल देते हैं। मीनू पीलू की मदद के लिए उसका धन्यवाद करती है। इधर थोड़ी देर बाद महिला जब अपने बच्चे के साथ बॉलकनी में आती है तो वहाँ न तोता था और न उसका प्यारा बिल्ला, वह सोच में पड़ जाती है कि दोनों कैसे और कहाँ ग़ायब हो गए।

थोड़ी देर बाद पूरे जंगल में सोनू के आज़ाद होने की ख़बर आग की तरह फैल चुकी थी, चारों ओर जंगल में जश्न का आलम था सभी मीनू और पीलू की सूझबूझ और होशियारी की दाद देते हुए उन्हें मुबारकबाद दे रहे थे।

डॉ0 आसिफ़ सईद

G.4एरिज़वी अपार्टमेन्ट- II

मेडिकल रोड, अलीगढ़ 202002

COMMENTS

BLOGGER
नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: कहानी / तोता-मैना / डॉ0 आसिफ़ सईद
कहानी / तोता-मैना / डॉ0 आसिफ़ सईद
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhto2V1XLPKV0OdG4ac5W1h7dKUQaRNIPenP18rIZx_Yu645uapA2wpmhK-UhJh5HmVWsSZcyZQ1F4Q2GC7pZYDVon3CnRsxsejaLYB1upB85sJTvwrmVnYyWpi4WU-XN_RvFgu/?imgmax=800
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhto2V1XLPKV0OdG4ac5W1h7dKUQaRNIPenP18rIZx_Yu645uapA2wpmhK-UhJh5HmVWsSZcyZQ1F4Q2GC7pZYDVon3CnRsxsejaLYB1upB85sJTvwrmVnYyWpi4WU-XN_RvFgu/s72-c/?imgmax=800
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2017/05/0.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2017/05/0.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content