गोल एक ऐसा शब्द है जो आपको भारत में बोली जाने वाली हर भाषा में किसी न किसी अर्थ में मिल जाएगा | हिन्दी/हिन्दुस्तानी भाषा में तो ‘गोल’ है ...
गोल एक ऐसा शब्द है जो आपको भारत में बोली जाने वाली हर भाषा में किसी न किसी अर्थ में मिल जाएगा | हिन्दी/हिन्दुस्तानी भाषा में तो ‘गोल’ है ही, उर्दू /फारसी में ‘ग़ोल’ है, और अंग्रेज़ी में गोल के ही उच्चारण का goal है | तीनों के अर्थ अलग अलग हैं | लेकिन इन तीनों को ही हिन्दी ने बखूबी अपना लिया है |
हिन्दी का ‘गोल’ मूलत: संस्कृत से आया है जिसका अर्थ मंडल या वृत्त से है | धरती गोल है, आकाश मंडल है क्योंकि वह गोल है | गेंद गोलाकार या गोल होती है | बच्चे कंचों से खेलते हैं, वे भी गोल होते हैं | गोल कोई भी एक गोलाकार पिंड है |
गोल ने अपनी धाक जीवन के कई क्षेत्रों में जमा ली है | ज्योतिष का एक योग ‘गोल-योग’ होता है | जब एक ही राशि में ६ या ७ ग्रह इकट्ठे हो जाते हैं तो गोल-योग बनता है | यह मानो ग्रहों का “गोल-बंद” हो जाना है | गोल-बंदी किसी एक उद्देश्य की प्राप्ति के लिए इकट्ठा होना ही तो होता है |
खाने पीने के मामलों में भी ‘गोल-गप्पों’ का कोई मुकाबला नहीं है | लोग मसाले का पानी भरकर इन्हें चटकारे लेकर खाते हैं | और रोटी, जो हमारे भोजन की मुख्य खाद्य- पदार्थ है, भी तो गोल ही होती है | हम खाने में गिरी का इस्तेमाल भी करते हैं, गिरी का भी ‘गोला’ होता है | पानी रखने का घडा गोल होता है, लोटा भी गोल होता है | लुढ़के नहीं इसलिए लोटे में पेंदी लगा दी जाती है, अन्यथा गोल होने से उसका लुढ़कना लाज़मी है; सिक्के अमूमन गोल होते हैं | वे इधर-उधर लुढ़कते न फिरें अत: उन्हें रखने का एक पात्र ‘गुल्लक’ या ‘गोलक’ भी है |
इमारतों में गोल गुम्बद लगाए जाते हैं | बीजापुर के सुलतान मुहम्मद आदिल शाह का मकबरा अपने आकर्षक गुम्बद की वजह से “गोल-गुम्बद” ही कहलाता है |
खेल में भी ‘गोल’ ने अपना सिक्का जमा रखा है | बच्चे गुब्बारों से खेलते हैं, और गुब्बारे गोल होते हैं | क्या पता गोल होने से ही उन्हें “गुब्बारा” कहा गया हो |‘गोला-बांधकर’ अन्य अनेक खेल भी खेले जाते हैं | ’मुज़िकल चेअर’ या ‘कोड़ामार जमाल साही’ ऐसे ही खेल हैं | कई खेल गोला-बाँध कर ही नहीं गोलियों और गोलों से भी खेले जाते हैं | शायद ही कोई बच्चा हो जिसने बचपन में ‘कंचे’ न खेले हों | गोला फ़ेंक की तो स्पर्धाएं होती हैं |
कंचे कांच की खेलने की गोलियां हैं, पर दवा की भी गोलियां (वटी) होतीं हैं | भांग की गोलियां होती हैं, जिन्हें नशे और आनंद के लिए खाया जाता है | ईश्वर न करे किसी को बंदूक़ की ‘गोली’ लग जाए | लेकिन ‘गोली-काण्ड’ होते ही रहते हैं | गोली खाना, गोली चलना, गोली मारना आदि मुहावरे बंदूक की गोली के सन्दर्भ में ही हैं |
‘गोल’ से संयुक्त हिन्दी में अनेक मुहावरे चल निकले हैं | किसी वस्तु को ‘गोल कर देना’ उसे गायब कर देना है | ‘गोल-माल’ करना गड़बड़ करना है, घपला करना है | ‘गोल-बंद’ होना किसी के खिलाफ एकत्रित हो जाना है | ‘गोलोक-वासी होना’ स्वर्ग सिधारना है |
‘गोल’ का एक अर्थ मूर्ख या अनाड़ी से भी लगाया जाता है, जैसे दिमाग़ से गोल होना | ‘गोल-गोल’ बात करना या ‘गोलमटोल’ बात करना अस्पष्ट बात करना है | घुमा फिरा कर बात करना है | ‘गोल-मटोल’ कद-काठी के ठिगने और न्मोते मोटे लोगों/ बच्चों को भी कहा जाता है | बच्चों को परिक्षा में गोला मिलना शून्य अंक या जीरो मिलना हैं |
उर्दू / फारसी में गोल शब्द तो है ही, एक अन्य शब्द “ग़ोल” भी है | ‘ग़ोल’ कान को कहते हैं | भीड़, झुण्ड या अस्तव्यस्त समूह को भी कहते हैं | सैनिकों का दल या वह दल जिसके साथ सेनापति हो, भी ग़ोल कहलाता है | ज़ाहिर है,‘ग़ोल’ का यह अर्थ चक्राकार ‘गोल’ से बिलकुल भिन्न है | सेना दुश्मनों से लड़ने के लिए ‘गोला-बारूद’ का इस्तेमाल करती है | ‘गोला-बारी’ करती है, तोप के ‘गोले’ चलाती है | तोप का गोला चलाने वाला तोपची, ‘गोलेबाज़’ कहलाता है | ‘गोलाबारी’ करना तोप के गोलों या बंदूक की गोलियों की वर्षा करना है |
अंग्रेज़ी के ‘गोल’ (goal) का अर्थ तो बिलकुल ही अलग है | यहाँ goal का मतलब है वह लक्ष्य या उद्देश्य है जिसे प्राप्त करने के लिए हम प्रयत्न करते हैं | खेलों में हम जीत का लक्ष्य लेकर खेलते हैं | हाकी और फ़ुटबाल जैसे खेलों में हम “गोल” करके यह लक्ष्य प्राप्त करते हैं | यहाँ गोल करने का अर्थ है, उस स्थान (पोस्ट) तक गेंद को पहुंचाना जो जीत हासिल करने के लिए निर्धारित किया गया है | गोल करने को बचानेवाला पोस्ट पर तैनात खिलाड़ी “गोल कीपर’ कहलाता है | हिन्दी ने गोल के इस अंग्रेज़ी अर्थ को भी पूरी तरह अपना लिया है | गोल करना, गोल बचाना, गोल दागना, गोल उतारना अब हिन्दी मुहावरे बन गए हैं | स्पष्ट ही इन मुहावरों में गोल से अर्थ किसी गोलाकार पिंड से नहीं है, यह तो अंग्रेज़ी का goal है जिसे हमने आत्मसात कर लिया है।
--डा. सुरेन्द्र वर्मा (९६२१२२२७७८) १, सर्कुलररोड / १०, एच आई जी इलाहाबाद -२११००१
हिन्दी का ‘गोल’ मूलत: संस्कृत से आया है जिसका अर्थ मंडल या वृत्त से है | धरती गोल है, आकाश मंडल है क्योंकि वह गोल है | गेंद गोलाकार या गोल होती है | बच्चे कंचों से खेलते हैं, वे भी गोल होते हैं | गोल कोई भी एक गोलाकार पिंड है |
गोल ने अपनी धाक जीवन के कई क्षेत्रों में जमा ली है | ज्योतिष का एक योग ‘गोल-योग’ होता है | जब एक ही राशि में ६ या ७ ग्रह इकट्ठे हो जाते हैं तो गोल-योग बनता है | यह मानो ग्रहों का “गोल-बंद” हो जाना है | गोल-बंदी किसी एक उद्देश्य की प्राप्ति के लिए इकट्ठा होना ही तो होता है |
खाने पीने के मामलों में भी ‘गोल-गप्पों’ का कोई मुकाबला नहीं है | लोग मसाले का पानी भरकर इन्हें चटकारे लेकर खाते हैं | और रोटी, जो हमारे भोजन की मुख्य खाद्य- पदार्थ है, भी तो गोल ही होती है | हम खाने में गिरी का इस्तेमाल भी करते हैं, गिरी का भी ‘गोला’ होता है | पानी रखने का घडा गोल होता है, लोटा भी गोल होता है | लुढ़के नहीं इसलिए लोटे में पेंदी लगा दी जाती है, अन्यथा गोल होने से उसका लुढ़कना लाज़मी है; सिक्के अमूमन गोल होते हैं | वे इधर-उधर लुढ़कते न फिरें अत: उन्हें रखने का एक पात्र ‘गुल्लक’ या ‘गोलक’ भी है |
इमारतों में गोल गुम्बद लगाए जाते हैं | बीजापुर के सुलतान मुहम्मद आदिल शाह का मकबरा अपने आकर्षक गुम्बद की वजह से “गोल-गुम्बद” ही कहलाता है |
खेल में भी ‘गोल’ ने अपना सिक्का जमा रखा है | बच्चे गुब्बारों से खेलते हैं, और गुब्बारे गोल होते हैं | क्या पता गोल होने से ही उन्हें “गुब्बारा” कहा गया हो |‘गोला-बांधकर’ अन्य अनेक खेल भी खेले जाते हैं | ’मुज़िकल चेअर’ या ‘कोड़ामार जमाल साही’ ऐसे ही खेल हैं | कई खेल गोला-बाँध कर ही नहीं गोलियों और गोलों से भी खेले जाते हैं | शायद ही कोई बच्चा हो जिसने बचपन में ‘कंचे’ न खेले हों | गोला फ़ेंक की तो स्पर्धाएं होती हैं |
कंचे कांच की खेलने की गोलियां हैं, पर दवा की भी गोलियां (वटी) होतीं हैं | भांग की गोलियां होती हैं, जिन्हें नशे और आनंद के लिए खाया जाता है | ईश्वर न करे किसी को बंदूक़ की ‘गोली’ लग जाए | लेकिन ‘गोली-काण्ड’ होते ही रहते हैं | गोली खाना, गोली चलना, गोली मारना आदि मुहावरे बंदूक की गोली के सन्दर्भ में ही हैं |
‘गोल’ से संयुक्त हिन्दी में अनेक मुहावरे चल निकले हैं | किसी वस्तु को ‘गोल कर देना’ उसे गायब कर देना है | ‘गोल-माल’ करना गड़बड़ करना है, घपला करना है | ‘गोल-बंद’ होना किसी के खिलाफ एकत्रित हो जाना है | ‘गोलोक-वासी होना’ स्वर्ग सिधारना है |
‘गोल’ का एक अर्थ मूर्ख या अनाड़ी से भी लगाया जाता है, जैसे दिमाग़ से गोल होना | ‘गोल-गोल’ बात करना या ‘गोलमटोल’ बात करना अस्पष्ट बात करना है | घुमा फिरा कर बात करना है | ‘गोल-मटोल’ कद-काठी के ठिगने और न्मोते मोटे लोगों/ बच्चों को भी कहा जाता है | बच्चों को परिक्षा में गोला मिलना शून्य अंक या जीरो मिलना हैं |
उर्दू / फारसी में गोल शब्द तो है ही, एक अन्य शब्द “ग़ोल” भी है | ‘ग़ोल’ कान को कहते हैं | भीड़, झुण्ड या अस्तव्यस्त समूह को भी कहते हैं | सैनिकों का दल या वह दल जिसके साथ सेनापति हो, भी ग़ोल कहलाता है | ज़ाहिर है,‘ग़ोल’ का यह अर्थ चक्राकार ‘गोल’ से बिलकुल भिन्न है | सेना दुश्मनों से लड़ने के लिए ‘गोला-बारूद’ का इस्तेमाल करती है | ‘गोला-बारी’ करती है, तोप के ‘गोले’ चलाती है | तोप का गोला चलाने वाला तोपची, ‘गोलेबाज़’ कहलाता है | ‘गोलाबारी’ करना तोप के गोलों या बंदूक की गोलियों की वर्षा करना है |
अंग्रेज़ी के ‘गोल’ (goal) का अर्थ तो बिलकुल ही अलग है | यहाँ goal का मतलब है वह लक्ष्य या उद्देश्य है जिसे प्राप्त करने के लिए हम प्रयत्न करते हैं | खेलों में हम जीत का लक्ष्य लेकर खेलते हैं | हाकी और फ़ुटबाल जैसे खेलों में हम “गोल” करके यह लक्ष्य प्राप्त करते हैं | यहाँ गोल करने का अर्थ है, उस स्थान (पोस्ट) तक गेंद को पहुंचाना जो जीत हासिल करने के लिए निर्धारित किया गया है | गोल करने को बचानेवाला पोस्ट पर तैनात खिलाड़ी “गोल कीपर’ कहलाता है | हिन्दी ने गोल के इस अंग्रेज़ी अर्थ को भी पूरी तरह अपना लिया है | गोल करना, गोल बचाना, गोल दागना, गोल उतारना अब हिन्दी मुहावरे बन गए हैं | स्पष्ट ही इन मुहावरों में गोल से अर्थ किसी गोलाकार पिंड से नहीं है, यह तो अंग्रेज़ी का goal है जिसे हमने आत्मसात कर लिया है।
--डा. सुरेन्द्र वर्मा (९६२१२२२७७८) १, सर्कुलररोड / १०, एच आई जी इलाहाबाद -२११००१
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