1- दिल्ली की सड़कें दिल्ली की सड़कों पर कुमकुम पिचकारी से छिड़क रही है उड़ती धूल मैंने सोचा परी लोक से लोकतंत्र पर गिरा रहा ह...
1-
दिल्ली की सड़कें
दिल्ली की सड़कों पर कुमकुम
पिचकारी से छिड़क रही है
उड़ती धूल
मैंने सोचा परी लोक से
लोकतंत्र पर गिरा रहा है
कोई फूल
पहिये पैदल भाग रहे हैं
आटो लादे टैम्पो ढोते
भौतिक भार
पड़ा सफाई का अधकचरा
जोड़ रहा है चुपके-चुपके
मन से तार
साँस सड़क पर आटा गूँथे
चूं-चूं चें-चें फिरकी बेंचें
प्यासी हूल
छत के ऊपर आग बिछाता
सूरज गोरा कोरी-कोरी
कड़की धूप
शारीरिक श्रम पोंछे पानी
मटियाठस है सावन-सावन
बौना कूप
घोंट रही है हवा दवाई
बिजली रानी आती-जाती
क्यों दें तूल
2-
सगे दिवंगत दिन
सपनों में झकझोर रहे हैं
सगे दिवंगत दिन
अब तो अपनी रामकहानी
से भी आती घिन
एक पुछल्ला रोज छोड़ता
बना खिलौना मन
नीलगगन पर छाते रहते
दुविधाओं के घन
घटना बिदक चुभाती रहती
बुझी जहर की पिन
मुँहफट कौवे आते-जाते
यही लगाये रट
कहीं खड़ी होगी खिड़की पर
आपस की खटपट
साँझ अँधेरी भी ले भागी
उदयाचल को छिन
कलमल छिपी बिछाई काँटा
डाल राह में गम
नंगे होकर नाच रहे हैं
खुली सड़क पर हम
संबंधों की कसी भूमिका
पीती आँसू गिन
3-
एक अनुबंध पर जिन्दगी
एक अनुबंध पर जिन्दगी
जिन्दगी का वजन ढो गई
विश्व के आवरण को समझ
अल्पनाओं की रेखा खिंची
तर्क के गाँव में वह पहुँच
कल्पनाओं की रेखा खिंची
मौन मुखबंध पर जिन्दगी
जिन्दगी का कफन ढो गई
एक राजा हुआ था कभी
इस धरा पर सुना अवतरित
यज्ञ की साधना के तले
स्वर्ग चाहा था करना विजित
चंद सम्बन्ध पर जिन्दगी
जिन्दगी का हवन ढो गई
ज्ञान का उपकिरण दूर तक
अब बना खोज का परिकलन
यंत्र संवाद के दे गये
यत्न का परिभ्रमण-आगमन
व्योम-तटबंध पर जिन्दगी
जिन्दगी का सपन ढो गई
4-
हे ! मेरी सरकार
कुछ अपनी भी सुन लेते तुम
हे ! मेरी सरकार
दशरथ के मरने पर चिंता
कहाँ करे अब राम
तेरहवीं की धूमधाम है
जलसा है अभिराम
दावों पर दावों का दावा
दवा हुई बाजार
चुपके-चुपके दिल्ली खाती
राजभवन की खीर
खींच गई महँगाई सुरसा
सबसे बड़ी लकीर
टोंट कस रहे चौराहे पर
नयनवंत आचार
गीत नये नवगीत हो गये
कविता समकालीन
अपनी-अपनी खँजरी बजती
अपनी-अपनी बीन
लेकिन अभी गरीबी के दिन
बैठे फेंटा मार
5-
दो बेटों का बाप !
जब तक जीया
आँसू पीया
दो बेटों का बाप !
घर-जमीन पर
खतियौनी ने
चढ़ा लिया खुद नाम !
धन-संपति का
बँटवारों ने
बाँट लिया था दाम !
पता नहीं वह
किन जन्मों का
भुगत रहा था पाप !
चूल्हा-चौका
कभी न छोड़े
मोहमन्त्र का साथ !
रहा पाथता
दो रोटी भी
अंत समय तक हाथ !
रोज भोर का
उठना करना
नई सदी का जाप !
खुला तमाशा
खुलकर देखे
गाँव-नगर के लोग !
सब के मुँह का
एक बोल था
‘यह दुनिया है’ रोग !
दुविधा में थी
तंग जिन्दगी
सही समय का ताप !
6-
कहिये कलियुग !
कहिये कलियुग !
कैसा आया
नये दौर का दौर
खड़ी फसल को
चली आँधियों
ने झकझोरा खूब
छिप कोने में
दुबकी-दुबकी
रोईं हल्दी-दूब
बचाखुचा जो
मालगुजारी
खाईं भर-भर कौर
हानि-लाभ के
दिशाशूल में
लाला मालामाल
सट्टों ने भी
साँठ-गाँठ कर
खूब गलाई दाल
माल दिखाया
हाथ और कुछ
बेच दिया कुछ और
खुली शिकायत
खाई धक्का
हुआ नहीं कुछ लाभ
कोठी-कोठी
जाकर बैठा
पेटी-पेटी डाभ
सुनवाई के
दिन ही गायब
कुरसी से है गौर
शिवानन्द सिंह ‘सहयोगी’
‘शिवाभा’ , ए-२३३ , गंगानगर
मेरठ-२५०००१ (उ.प्र.)
दूरभाष- ०९४१२२१२२५५
शिवानन्द सिंह ‘सहयोगी’ जीवनपरिचय
जन्म स्थान : सुर्जन छपरा , बैरिया , बलिया , उ.प्र.
पिता का नाम : स्व. राम नाथ सिंह
माता का नाम : स्व. सोमवती देवी
पत्नी : श्रीमती आभारानी सिंह
जन्म तिथि : दो जुलाई सन उन्नीस सौ पचास , ०२.०७.१९५०
शिक्षा : विज्ञान स्नातक इलाहाबाद विश्वविद्यालय , शिक्षा स्नातक टाउन डिग्री कालेज बलिया
प्रकाशित कृतियाँ
१.एक शून्य २००५ काव्य संग्रह २.जीवन की हलचल २००६ काव्य संग्रह
३.गाँववाला घर २००७ काव्य संग्रह ४.समय की फुँकार २००८ काव्य संग्रह
५.माँ जीत ही जायेगी २००९ काव्य संग्रह ६.बिखरा आसमान २०१० गजल संग्रह
७.घर-मुंडेर की सोनचिरैया २०११ गीत संग्रह ८.दुमदार दोहे २०१२ दोहा संग्रह
९.मेरे गीतों का पाथेय २०१३ गीत संग्रह १०.यादों के पंछी २०१४ गीत संग्रह
११.वही हमारा गाँव २०१४ दुमदार दोहे १२.कुण्डलियों का गाँव २०१४ कुण्डलिया संग्रह
१३.सूरज भी क्यों बन्धक २०१५ नवगीत संग्रह
साहित्यिक गतिविधियाँ
१.’अभिनव प्रसंगवश’ त्रैमासिक पत्रिका अलीगढ़ का सरक्षक सदस्य
२.मुजफ्फरनगर की अग्रणी साहित्यिक संस्था ‘वाणी’ का आजीवन सदस्य
३.शोध दिशा’ त्रैमासिक पत्रिका बिजनौर का आजीवन सदस्य
४.’संयोग साहित्य’ त्रैमासिक पत्रिका मुम्बई का आजीवन सदस्य
५.’मोमदीप’ त्रैमासिक पत्रिका जबलपुर का आजीवन सदस्य
६.’संकल्प रथ’ मासिक पत्रिका भोपाल का आजीवन सदस्य
७.’साहित्यिक सांस्कृतिक कला संगम’ परियावां प्रतापगढ़ का आजीवन सदस्य
८.’अनन्तिम’ त्रैमासिक पत्रिका कानपुर का आजीवन सदस्य
९.’अभिनव प्रयास’ त्रैमासिक पत्रिका अलीगढ़ का आजीवन सदस्य
१०.’अविराम साहित्यिकी’ त्रैमासिक पत्रिका रुड़की का आजीवन सदस्य
११.’समकालीन स्पंदन’ त्रैमासिक पत्रिका वाराणसी का आजीवन सदस्य
१२. ‘नये क्षितिज’ त्रैमासिक पत्रिका बिसौली बदायूँ का आजीवन सदस्य
१३.गीत , गजल , कविता , मुक्तक , दोहे , दुमदार दोहे , कुण्डलिया , क्षणिका , बालगीत एवं कहानी लेखन
१४.मंचों से गीतों / नवगीतों का सस्वर पाठ
कहाँ-कहाँ किन-किन पत्रिकाओं में रचनायें प्रकाशित
उत्तर प्रदेश : लखनऊ- उत्तर प्रदेश , अभिनव मीमांसा , अट्टहास , प्राची प्रतिभा , सहकारिता , संग्राम बटोही , चेतना स्रोत , शब्द गाजियाबाद- यू.एस.एम.पत्रिका , द गौड़ एंड संस , सत्य चक्र , भारत के साहित्यकार (साहिबाबाद) , साहित्य ऋचा , सृजन से , गीताभ मुजफ्फरनगर- वाणी साहित्यिक संस्था के नियमित वार्षिक संकलनों में गीतों एवं कहानियों का प्रकाशन , दैनिक शाह टाइम्स अलीगढ़- अभिनव प्रसंगवश , अभिनव प्रयास , वर्तमान साहित्य , जर्जर कश्ती , अक्षर अक्षर आहत कानपुर- अनन्तिम , नवनिकष , समकालीन सांस्कृतिक प्रस्ताव , शब्दयात्री मिलन (संपादक सतीश गुप्त) , गीत-पर्व (संपादक सतीश गुप्त) , कविता आजकल (संपादक सतीश गुप्त) , सप्तरंग साहित्यिक पुनर्नवा (दैनिक जागरण) हापुड़- कस्तूरी कंचन (संपादक पवन जैन) वाराणसी- सोच विचार , समकालीन स्पंदन बिजनौर- शोध दिशा इलाहाबाद- गुफ्तगू , तख्तोताज , विश्व स्नेह समाज एटा- जन प्रतिबद्ध बरेली- गीत प्रिया , साहित्यायन फतेहपुर- अन्वेषी शाहजहाँपुर(पुवायाँ)- प्रेरणा सरायमीर(आजमगढ़)- अदबी दहलीज मुरादाबाद- संस्कृति के कमल (संपादक डा. महेश दिवाकर एवं डा.बद्रीनारायण सिंह) , भ्रष्टाचार के विरुद्ध ( संपादक डा. महेश दिवाकर एवं डा. मीना कौल) सुलतानपुर- सरिता-संवाद बदायूँ (बिसौली)- नये क्षितिज मेरठ- दैनिक जनवाणी चंदौसी (मुरादाबाद)-परिवेश आगरा- चर्वणा मध्यप्रदेश : भोपाल- संकल्प रथ , शिवम् पूर्णा , दिव्यालोक , शिवम् , साहित्य रंजन , साक्षात्कार (साहित्य अकादमी म.प्र.संस्कृति परिषद) , लोकजंग उज्जैन- शब्द प्रवाह , संवाद सृजन (प्रेमचंद सृजन-पीठ म.प्र. संस्कृति परिषद म.प्र.शासन) , शाश्वत सृजन देवास- अर्बाबे-कलम शिवपुरी- नई गजल , होशंगाबाद- मेकलसुता जबलपुर- मोमदीप , रुचिर संस्कार गुना- साहित्य क्रांति ग्वालियर- जन प्रवाह सागर- सागर दिनकर खण्डवा- अक्षत मंदसौर- आहना बिहार : पटना- जी.एस.के.शिष्ट विनोद वैशाली- सुरसरि आरा- जनपथ खगड़िया- स्वाधीनता सन्देश , कौशिकी बेगूसराय- समय सुरभि अनन्त झारखण्ड: धनवाद- राष्ट्रगूँज नईदिल्ली : नईदिल्ली- व्यंग्य यात्रा , गगनांचल , बयान , हम सब साथ साथ , समृद्ध सुखी परिवार , भाषा , शब्द-कारखाना , साहित्य अमृत , गीत सप्तक (संपादक डा. जयशंकर शुक्ल) , नवगीत का लोकधर्मी सौन्दर्यबोध (संपादक डा.राधेश्याम बन्धु ) हरियाणा : पंचकुला- हरिगंधा (हरियाणा साहित्य अकादमी ) , नारनौल- बाबूजी का भारतमित्र , रोहतक- श्रुतिपथ , हिसार- साहित्य प्रवाह गुडगाँव- चक्रवाक पश्चिमबंगाल : कोलकता- साहित्य त्रिवेणी , मुक्तांचल सलुवा- नई दिशा छत्तीसगढ़ : विलासपुर- नये पाठक दुर्ग- मन की आवाज भिलाई- भिलाई वाणी आंध्रप्रदेश : हैदराबाद- गोलकोंडा दर्पण महाराष्ट्र : मुम्बई- संयोग साहित्य , सार्थक , प्रोत्साहन उत्तराखण्ड : देहरादून- सरस्वती सुमन रुड़की- अविराम , अविराम साहित्यिकी पिथौरागढ़- देवसुधा उधमसिंहनगर- प्रेरणा अंशु हल्द्वानी- आधारशिला राजस्थान : जयपुर- एक और अंतरीप भीलवाड़ा- साहित्य निधि बारां- सौगात कोटा- दृष्टिकोण श्रीगंगानगर- सृजन-कुञ्ज जोधपुर- कुण्डलिया संचयन (सम्पादक त्रिलोक सिंह ठकुरेला) पंजाब : पटियाला- संगम जम्मू एवं कश्मीर : जम्मू- शीराजा हिंदी (जम्मू-कश्मीर कला संस्कृत एवं भाषा अकादमी) अंडमान निकोबार द्वीप समूह : पोर्टब्लेयर- द्वीप लहरी (दिल्ली साहित्य कला परिषद)
संयोजकत्व एवं संपादकत्व
संचार भारती (मेरठ) , स्मृतियों के वातायन ( स्व. डा. कमल सिंह सुप्रसिद्ध भाषाविद अलीगढ़ के जीवन पर आधारित संस्मरण ) , स्मृति समीक्षा एवं मूल्यांकन ( स्व. डा. कमल सिंह , अलीगढ़ , जिन्होंने यह सिद्ध किया था कि ‘बाबा गोरखनाथ ही हिंदी के प्रथम कवि हैं’’ की अप्रकाशित कृतियों का प्रकाशन कार्य सम्पन्न किया )
‘नये क्षितिज’ बिसौली, बदाऊँ के अंक ८ ( जनवरी-फरवरी-मार्च २०१७) के ‘नवगीत विशेषांक’ का ‘अतिथि सम्पादक’
पुरस्कार एवं सम्मान
१-भारत संचार निगम लिमिटेड मुजफ्फरनगर द्वारा आयोजित ‘राजभाषा हिंदी पखवाड़ा’ काव्य प्रतियोगिता के वर्ष २००६ एवं २००७ का प्रथम पुरस्कार एवं अन्य पुरस्कार
२-भारत संचार निगम लिमिटेड मेरठ द्वारा आयोजित ‘राजभाषा हिंदी पखवाड़ा’ के शुभावसर पर ‘संचार भारती’ के सम्पादन एवं साहित्यिक योगदान के लिए सम्मानित
३-‘आशा मेमोरियल मित्रलोक पुस्तकालय’ देहरादून उत्तराखंड द्वारा ‘पुस्तकालय सहयोग सम्मान-२००८’ एवं ‘लेखक मित्र’ मानद उपाधि से विभूषित
४-‘प्रेरणा परिवार’ साहित्यिक संस्था पुवायाँ शाहजहाँपुर द्वारा ‘समय की फुँकार’ के लिये ‘प्रेरणा श्री’ सम्मान से ०३.०४.२००९ को सम्मानित
५-राष्ट्रभाषा स्वाभिमान न्यास (भारत) के १८वें अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन गाजियाबाद द्वारा ‘माँ जीत ही जायेगी’ के लिये प्रशस्ति-पत्र
६-अखिल भारतीय साहित्य संगम उदयपुर द्वारा काव्य-कृति ‘गाँववाला घर’ के लिये ‘राष्ट्रीय प्रतिभा-सम्मान-२०१०’ एवं ‘काव्य-कौस्तुभ’ की मानद सम्मानोपाधि से अलंकृत
७-शब्द प्रवाह उज्जैन द्वारा ‘माँ जीत ही जायेगी’ के लिये ‘शब्द प्रवाह साहित्य सम्मान-२०११’ प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित
८-‘पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी’ शिलांग मेघालय द्वारा ‘डा. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान -२०१०’ एवं काव्य-कृति ‘माँ जीत ही जायेगी’ के लिये ‘डा. महाराज कृष्ण जैन स्मृति पुरस्कार-२०१०’ मेघालय सरकार के उप- मुख्यमंत्री श्री बी.एम.लानांग द्वारा सम्मानित
९-‘पंचवटी लोक सेवा समिति’ उत्तमनगर नई दिल्ली द्वारा ‘पंचवटी भाषा गौरव सम्मान’ से सम्मानित
१०-राष्ट्रभाषा स्वाभिमान न्यास (भारत) के १९वें अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन आगरा द्वारा ‘बिखरा आसमान’ के लिये ‘काव्य भूषण’ सम्मान
११-‘साहित्यिक सांस्कृतिक कला संगम अकादमी’ परियावाँ प्रतापगढ़ द्वारा ‘माँ जीत ही जायेगी’ के लिये ‘साहित्य महोपाध्याय’ मानद उपाधि से अलंकृत
१२.मध्यप्रदेश उज्जैन की सामाजिक संस्था नवसंवत्सर-नवविचार द्वारा ‘विक्रमोत्सव विक्रमाब्द २०६९’ के शुभावसर पर कालिदास संस्कृत अकादमी सभागार में २४ मार्च २०१२ को ‘उज्जयनी-सृजन-अभिनन्दन’ की मानद उपाधि से सम्मानित
१३-शब्द प्रवाह साहित्य मंच उज्जैन के संयोजकत्व में मध्यप्रदेश सामाजिक शोध संस्थान सभागार में २५ मार्च २०१२ को कृति ‘घर-मुंडेर की सोनचिरैया’ के लिये ‘अखिल भारतीय साहित्य सम्मान-२०१२’ का ‘प्रथम पुरस्कार’
एवं ‘शब्द रत्न’ की मानद उपाधि से अलंकृत
१४-जबलपुर की साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था कादम्बरी द्वारा ‘दुमदार दोहे’ के लिये ‘स्व.गोटिया विजय शंकर उपाध्याय सम्मान’ से २७ नवम्बर २०१२ को सम्मानित एवं नकद राशि से पुरस्कृत
१५-‘महिमा प्रकाशन’ दुर्ग छत्तीसगढ़ द्वारा ‘मन की आवाज साहित्य सम्मान-२०१२’ से सम्मानित
१६-‘ग्रीन केयर सोसायटी’ मेरठ द्वारा ‘पर्यावरण-प्रहरी सम्मान २०१३ से अलंकृत
१७-‘कादम्बरी-प्रकाश फाउन्डेशन’ मेरठ द्वारा ‘कादम्बरी साहित्य सम्मान २०१३’ से विभूषित
१८-‘सम्मान समिति बेतुल’ मध्यप्रदेश द्वारा साहित्य सेवा के लिये प्रशस्ति-पत्र
१९-‘श्री गुगनराम एजुकेशनल एण्ड सोशल वेलफेयर सोसायटी’ भिवानी हरियाणा द्वारा ‘बिखरा आसमान’ के लिये ‘श्री गुगनराम सिहाग स्मृति-२०१०’ सम्मान से सम्मानित एवं पुरस्कृत
२०-‘भोर शुभ प्रभात संस्था’ सागर मध्यप्रदेश द्वारा हिंदी साहित्य सेवा के लिये ‘शुभ प्रभात सम्मान-२०१४’ से सम्मानित
२१-‘डा.राकेश गुप्त कविता पुरस्कार-०५’ अलीगढ़ का द्वितीय पुरस्कार
२२-‘कादम्बरी-प्रकाश फाउंडेशन’ मेरठ द्वारा ‘कादम्बरी-प्रकाश विशिष्ट रचना सम्मान’
२३-राष्ट्रभाषा स्वाभिमान न्यास (भारत) के २०वें अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन गाजियाबाद में ‘घर-मुंडेर की सोनचिरैया’ के लिये प्रशस्ति-पत्र
२४-‘शिव संकल्प साहित्य परिषद’ नर्मदापुरम (होशंगाबाद) द्वारा साहित्यिक सामाजिक धार्मिक कार्य एवं ‘दुमदार दोहे’ के लिये ‘दोहा श्री’ की उपाधि से सम्मानित
२५-‘पूर्वांचल कल्याण समिति (पंजीकृत) मेरठ द्वारा साहित्य सेवा के लिये कई बार सम्मानित
२६-शब्द प्रवाह साहित्य मंच उज्जैन द्वारा दुमदार दोहे की कृति ‘वही हमारा गाँव’ को ‘अखिल भारतीय सम्मान-२०१५’ हेतु ‘द्वितीय पुरस्कार’ एवं ‘शब्द विभूषण’ की मानद उपाधि से अलंकृत
२७-‘श्री गुगनराम एजुकेशनल एण्ड सोशल वेलफेयर सोसायटी’ भिवानी हरियाणा द्वारा गीत संग्रह ‘मेरे गीतों का पाथेय’ के लिये ‘श्रीमती सरबती देवी गिरधारीलाल सिहाग साहित्य सम्मान’ से सुशोभित
२८-‘श्री गुगनराम एजुकेशनल एण्ड सोशल वेलफेयर सोसायटी’ भिवानी हरियाणा द्वारा जन कल्याण के लिये ‘श्रीमती विरमो देवी निहाल सिंह चौहान स्मृति सम्मान’ से सम्मानित
२९-विश्व हिंदी सेवा संस्थान इलाहाबाद द्वारा हिंदी साहित्य सेवा के लिये सम्मानित
३०-सरिता लोकसेवा संस्थान (पंजीकृत) ग्राम-सहिनवा पत्रालय-गौसैसिंहपुर सुलतानपुर द्वारा १५वें ‘अखिल भारतीय सम्मान समारोह’ में ‘सम्मान-पत्र’ एवं ‘साहित्य रत्नाकर’ सम्मान
३१-शब्द प्रवाह साहित्यिक सांस्कृतिक एवं सामाजिक मंच उज्जैन द्वारा ‘सूरज भी क्यों बन्धक’ के लिये ‘अखिल भारतीय साहित्य सम्मान २०१६ का ‘तृतीय पुरस्कार’ एवं ‘शब्द भूषण’ की मानद उपाधि
सम्प्रति: पूर्णकालिक हिंदी साहित्य सेवा
३२- ‘मध्य प्रदेश तुलसी साहित्य अकादमी’ , भोपाल द्वारा दिनांक २३.१०.२०१६ को ‘तुलसी-सम्मान २०१६’ से सम्मानित
३३. ‘के.बी.(श्रीमती कटोरी देबी बाबूराम शर्मा) हिंदी साहित्य समिति (पंजीकृत) , बिसौली , बदाऊँ (उ.प्र) द्वारा दिनांक १८.१२.२०१६ को नवगीत पुस्तक ‘’सूरज भी क्यों बन्धक’’ के लिये ‘ उषा देवी कश्यप स्मृति हिंदी भूषण श्री’ सम्मान एवं पुरस्कार से सम्मानित.
शिवानन्द सिंह ‘सहयोगी’
‘शिवाभा’ , ए-२३३
गंगानगर
मेरठ-२५०००१ (उ.प्र.)
दूरभाष- ०९४१२२१२२५५
०९४१२२०१३१३
e-mail....shivanandsahayogi@gmail.com
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