चिकन /कहानी / सुशांत सुप्रिय

SHARE:

    ---------------------------------------------------- यह एक ऐसे युग की कथा है जब किसी के पास दूसरों के आँसू पोंछने की न फ़ुरसत बची है...

 

 

----------------------------------------------------

यह एक ऐसे युग की कथा है जब किसी के पास दूसरों

के आँसू पोंछने की न फ़ुरसत बची है , न संवेदना ...।

आज-कल टेक्नोलॉजी बहुत तेज़ी से विकसित हो रही है।

तो क्या ' ब्लू-टुथ ' के माध्यम से हम थोड़ी-सी संवेदना

संवेदन-शून्य लोगों में भर सकते हैं ?

----------------------------------------------------

" आज कुछ नॉन-वेज खाते हैं , स्वीटी । चिकन-शिकन हो जाए । " बिस्तर पर अँगड़ाई लेते हुए रजिंदर बोला ।

" आँख खुली नहीं जी और आपने फ़रमाइश कर दी । ले आना । बना दूँगी । "

बगल में लेटी सुमन बोली । प्यार से रजिंदर उसे स्वीटी कहता है ।

" ये हुई न बात ! " कहते हुए रजिंदर ने स्वीटी को अपनी ओर खींच कर जफ़्फ़ी डाल ली ।

" चलो , हटो जी । बच्चे उठ जाएँगे । " स्वीटी ने मीठी झिड़की दी ।

दरअसल रजिंदर वेजिटेरियन खाना खा-खा कर अकसर बोर हो जाता है । उसे माँसाहारी खाने का बड़ा शौक़ है । चिकन उसका फ़ेवरिट नॉन-वेज फ़ूड है । बटर-चिकन , चिकन-टिक्का , चिकन दो-प्याज़ा , चिकन-कबाब ...। चिकन से ज़्यादा लज़ीज़ उसे कुछ लगता ही नहीं है । लेकिन वह क्या करे अपनी स्वीटी का : ' आज मंगलवार है , नॉन-वेज नहीं खाना ' , ' अब नवरात्र शुरू हो गया है , घर में अंडा नहीं

लाना ' , आदि सुन-सुन कर वह मन मसोस लेता है । स्वीटी अपने मायके से यही सब सीख कर आई है । हालाँकि रजिंदर को इन बातों में ज़रा भी यक़ीन नहीं है, लेकिन वह स्वीटी से बहुत प्यार करता है । इसलिए उसकी बात नहीं मान कर वह उसका दिल नहीं दुखाना चाहता ।

सुमन चाय बनाने के लिए किचन में जा चुकी थी । रजिंदर भी बिस्तर से उठा और आदतन बाहर का दरवाज़ा खोल कर अख़बार उठा लाया ।

" स्वीटी , चाय बालकनी में ही दे देना । बढ़िया हवा चल रही है । मैं यहीं बैठता हूँ । " यह कह कर रजिंदर ने कमरे से मूढ़ा उठाया और बालकनी में जा कर अख़बार खोल लिया ।

पहले पन्ने पर ही एक रोते हुए आदमी की द्रवित कर देने वाली तसवीर थी । उसकी आँखें गिड़गिड़ा-सी रही थीं । जैसे अपनी जान बख़्श देने की याचना कर रही हों । शीर्षक था : ' गुजरात दंगों के तेरह वर्ष ' ।

रजिंदर ने आज की तारीख़ पर निगाह डाली । आज 28 फ़रवरी , 2015 है ।

यह फ़ोटो किसकी है ? उसने आगे पढ़ना जारी रखा । लिखा था : ' क़ुतुबुद्दीन अंसारी दंगाइयों से अपनी जान की भीख माँगता हुआ ' । फ़ोटो के नीचे तेरह साल पहले की तारीख़ लिखी हुई थी : ' 28 फरवरी , 2002 '। साथ ही रॉयटर समाचार संस्था के उस फ़ोटोग्राफ़र का नाम भी छपा था जिसने यह तसवीर खींची थी -- अर्को दत्त । अख़बार में आगे नरोदा पाटिया और बेस्ट बेकरी के नरसंहारों का भी ज़िक्र था ।

फ़ोटो में क़ुतुबुद्दीन अंसारी की कातर आँखें देख कर रजिंदर का मन ख़राब होने लगा । ' हे रब्बा , सब पर मेहर कर ' -- यह कहते हुए उसने यह जानने के लिए अपना दिल कड़ा करके आगे पढ़ना जारी रखा कि उस फ़ोटो वाले बंदे का क्या हश्र हुआ । आगे पढ़ने पर उसे पता चला कि कि उस दिन क़ुतुबुद्दीन अंसारी को वहशी दंगाइयों से बचा लिया गया था ।

" शुकर है , रब्ब का । " यह जानकर उसने राहत की साँस ली ।

तब तक सुमन भी चाय और बिस्किट ले कर बाल्कनी में आ गई थी ।

" क्या हुआ जी ? कुछ ऐसा-वैसा पढ़ लिया क्या ? " क़ुतुबुद्दीन अंसारी की फ़ोटो देख कर उसने पूछा ।

" गुजरात दंगों के बारे में है । " रजिंदर बोला ।

" हाय , इस बंदे की आँखों में कितना डर है जी । " सुमन भी वह फ़ोटो देख कर द्रवित हो गई थी । उसने पूछा -- " ये बच गया था कि नहीं ? "

" शुकर है रब्ब का , स्वीटी । बच गया था । " रजिंदर ने राहत के स्वर में कहा ।

--- --- --- --- --- --- --- ---

चिकन लंच में बनना तय हुआ । बच्चों में भी उत्साह था । रजिंदर ने नहा-धो कर नाश्ता किया । कुछ और काम निपटाते-निपटाते ग्यारह बज गए ।

" स्वीटी , मैं दुकान से चिकन लेकर आता हूँ ।" दराज़ से अपना पर्स उठा कर बाहर जाते हुए रजिंदर ने कहा ।

" सुनो जी , दो पैकेट चिकन-मसाला भी लेते आना । " सुमन ने पीछे से आवाज़ दी ।

... ... ... ... ... ... ... ... ...

रजिंदर जब ' जवाहर चिकन और मीट शॉप ' पर पहुँचा तब दुकान खुल चुकी थी । अंदर शो-केस में चिकन पड़े हुए थे ।

" क्या हुआ , भाई ? चिकन का रेट क्यों बढ़ा दिया ? " रेट-लिस्ट पर निगाह डालते हुए रजिंदर ने दुकानदार से पूछा ।

" बाऊ जी , हर चीज़ का रेट बढ़ रहा है । महँगाई भी तो देखिए । " दुकानदार बोला ।

" हम तो तुम्हारे रेगुलर - कस्टमर हैं ।" रजिंदर बोला ।

" चलो बाऊ जी , जो दिल करे दे देना । कितना लोगे ? " दुकानदार जान-पहचान वाला था ।

" दो किलो कर दो । " रजिंदर बोला ।

दुकानदार शो-केस में पड़ा चिकन उठा कर तौलने लगा तो रजिंदर ने उसे रोक दिया ।

" ये वाला नहीं । बाहर दड़बे में से मुर्ग़ा ले आ । फ़्रेश काट दे । "

दुकानदार अनमने भाव से उठा और दड़बे में से मुर्ग़ा निकालने लगा ।

" पूरा लेना पड़ेगा जी । " वह बोला ।

" चल , पूरा ही दे दे यार । पूरे का ही कल्याण कर देंगे । " रजिंदर ने कहा ।

वैसे भी आज छुट्टी का दिन है -- उसने सोचा ।

दड़बे में मुर्ग़े-मुर्ग़ियाँ भयातुर स्वर में चीख़ने लगी थीं । शायद उन्हें अपने पिछले अनुभव से यह अहसास हो गया था कि एक बार फिर उनमें से किसी एक की ख़ैर नहीं थी ।

दुकानदार ने उनमें से जिस मुर्ग़े को पैरों से पकड़ कर खींच कर दड़बे में से बाहर निकाला था वह बेतहाशा चीख़ और फड़फड़ा रहा था ।

तभी रजिंदर की निगाहें उस मुर्ग़े की कातर आँखों से मिलीं । और वह भीतर तक हिल गया । सन्न रह गया ।

दुकानदार उस चीख़ते-फड़फड़ाते मुर्ग़े को दुकान के पिछवाड़े ले जा कर काटने ही वाला था कि अचानक रजिंदर को जैसे होश आ गया ।

वह चिल्लाया , " सुनो भाई , रहने दो । मत मारो मुर्ग़े को । मुझे नहीं चाहिए चिकन । "

दुकानदार को कुछ समझ नहीं आया । वह बोला -- " क्या हुआ जी ? ये वाला पसंद नहीं है तो दूसरा मुर्ग़ा काट दूँ ? "

लेकिन तब तक रजिंदर दुकान से बाहर निकल कर अपनी कार की ओर बढ़ चुका था । उसे मितली-सी आ रही थी । मन न जाने कैसा-कैसा कर रहा था ।

... ... ... ... ... ... ... ... ... ...

घर पर जब हैरान सुमन ने रजिंदर से पूछा कि वह चिकन क्यों नहीं लाया तो वह केवल इतना ही कह पाया -- " स्वीटी , मुर्ग़े की कातर आँखें बिल्कुल गुजरात दंगों वाले क़ुतुबुद्दीन अंसारी की गिड़गिड़ाती आँखों जैसी लग रही थीं ... । "

 

------------०------------

परिचय

 

-----------

नाम : सुशांत सुप्रिय

जन्म : 28 मार्च , 1968

शिक्षा : अमृतसर ( पंजाब ) , व दिल्ली में ।

प्रकाशित कृतियाँ :# हत्यारे , हे राम , दलदल ( तीन कथा - संग्रह ) ।

# अयोध्या से गुजरात तक , इस रूट की सभी लाइनें व्यस्त हैं

( दो काव्य-संग्रह ) ।

सम्मान : भाषा विभाग ( पंजाब ) तथा प्रकाशन विभाग ( भारत सरकार ) द्वारा रचनाएँ

पुरस्कृत । कमलेश्वर-कथाबिंब कहानी प्रतियोगिता ( मुंबई ) में लगातार दो

वर्ष प्रथम पुरस्कार ।

अन्य प्राप्तियाँ :# कई कहानियाँ व कविताएँ अंग्रेज़ी , उर्दू , पंजाबी, उड़िया, मराठी,

असमिया , कन्नड़ , तेलुगु व मलयालम आदि भाषाओं में अनूदित । व प्रकाशित । कहानियाँ कुछ राज्यों के कक्षा सात व नौ के हिंदी

पाठ्यक्रम में शामिल । कविताएँ पुणे वि. वि. के बी. ए.( द्वितीय

वर्ष ) के पाठ्य-क्रम में शामिल । कहानियों पर आगरा वि. वि. ,

कुरुक्षेत्र वि. वि. , व गुरु नानक देव वि. वि. , अमृतसर के हिंदी

विभागों में शोधार्थियों द्वारा शोध-कार्य ।

# अंग्रेज़ी व पंजाबी में भी लेखन व प्रकाशन । अंग्रेज़ी में काव्य-संग्रह

' इन गाँधीज़ कंट्री ' प्रकाशित । अंग्रेज़ी कथा-संग्रह ' द फ़िफ़्थ

डायरेक्शन ' और अनुवाद की पुस्तक 'विश्व की श्रेष्ठ कहानियाँ'

प्रकाशनाधीन ।

ई-मेल : sushant1968@gmail.com

मोबाइल : 8512070086

----------०----------

प्रेषकः सुशांत सुप्रिय

A-5001 ,

गौड़ ग्रीन सिटी ,

वैभव खंड ,

इंदिरापुरम ,

ग़ाज़ियाबाद -201014

( उ. प्र. )

मो: 8512070086

ई-मेल : sushant1968@gmail.com

------------0------------

COMMENTS

BLOGGER
नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: चिकन /कहानी / सुशांत सुप्रिय
चिकन /कहानी / सुशांत सुप्रिय
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh8FHYhzhrS2JZ6zViTp3otTXIrmd4W0Tt7JKUCkILgibnIxVsX3n84ofDDiEMeAo9KxMeLaVoh-1TWxMFAu8dnNGfQHleIfuVK6mUfe2FReG49unszPU8dY6ivwc3UjRS85ube/?imgmax=800
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh8FHYhzhrS2JZ6zViTp3otTXIrmd4W0Tt7JKUCkILgibnIxVsX3n84ofDDiEMeAo9KxMeLaVoh-1TWxMFAu8dnNGfQHleIfuVK6mUfe2FReG49unszPU8dY6ivwc3UjRS85ube/s72-c/?imgmax=800
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2016/03/blog-post_173.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2016/03/blog-post_173.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content