रवीन्द्र अग्निहोत्री का आलेख - हमारी पहचान - भारतवासी या .......?

SHARE:

हमारी  पहचान -  भारतवासी   या .......? ( डा. रवीन्द्र  अग्निहोत्री पूर्व सदस्य , हिंदी सलाहकार समिति, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार 138 , एम् ...

image

हमारी  पहचान -  भारतवासी   या .......?

( डा. रवीन्द्र  अग्निहोत्री

पूर्व सदस्य , हिंदी सलाहकार समिति, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार

138 , एम् आई  जी, पल्लवपुरम फेज़ - 2 , मेरठ  250 110 )

agnihotriravindra@yahoo.com

देश के स्वतंत्रता आन्दोलन के समय के एक नेता थे - डा. सैयद महमूद। सुशिक्षित व्यक्ति थे। पत्रकार भी थे । स्वतंत्रता मिलने के बाद भारत के " Indian Diplomat in USA " रहे। इलाहाबाद में नेहरू जी के आनंद भवन में उनका बहुत आना - जाना था और नेहरू परिवार से उनकी बहुत निकटता थी। उन्होंने कई विदेश यात्राएं भी कीं। ऐसी ही एक यात्रा के दौरान एक घटना ने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी। उस घटना का वर्णन करते हुए उन्होंने लिखा है :

" मेरे साथ जर्मनी में एक ऐसी घटना घटी जिसने मेरी ज़िंदगी का रुख ही बदल दिया । जब मैंने वह घटना गांधी जी को सुनाई तो उन्होंने कहा कि इसे बार- बार और हर जगह सुनाइए और इसे सुनाते हुए कभी न थकिए।

हुआ यह कि जब मैं जर्मनी पहुंचा तो प्रो. स्मिथ से मेरी मुलाक़ात  हुई। वे बहुत बड़े विद्वान थे। उन्होंने हिन्दू धर्म, हिन्दू संस्कृति, वेद आदि के बारे में मुझसे कई सवाल किए। जब मैं उनमें से किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे पाया तो डा. स्मिथ बड़े हैरान हुए। मुझे ख्याल आया कि मैं बनारस ( वर्तमान वाराणसी) से आया हूँ। इसीलिए शायद प्रोफ़ेसर मुझे हिन्दू समझ रहे हैं। मैंने उनसे कहा कि मैं हिन्दू नहीं हूँ ।

उन्होंने कहा, ‘ मैं अच्छी तरह जानता हूँ कि आप मुसलमान हैं । आपका नाम महमूद है। आप सैयद खानदान के हैं। मगर क्या आप हाल ही में अरब से जाकर हिन्दुस्तान में बसे हैं ?  ‘

इस पर मैंने जवाब दिया , ‘ नहीं, पुश्तों से हमारे आबा व अजदाद हिन्दुस्तान  में रहते आए हैं और मैं भी हिन्दुस्तान में ही पैदा हुआ हूँ । ‘

‘ क्या आपने गीता पढ़ी है ? ‘ उन्होंने सवाल किया ।

मैंने कहा, ‘ नहीं । ’

उनकी हैरानी बढ़ती जा रही थी,  और मैं उनकी हैरानी और सवालों से परेशान भी था, और शर्मिन्दा भी। उन्होंने फिर पूछा, ‘  मुमकिन है आप अपवाद हों,  या क्या सब पढ़े - लिखे हिन्दुस्तानियों का यही हाल है ? ‘  

मैंने उन्हें बताया कि ज्यादातर हिन्दुस्तानियों का,  चाहे वे मुसलमान हों या हिन्दू , यही हाल है। हम एक - दूसरे के धर्मों और उनके लिटरेचर के बारे में बहुत कम जानते हैं।  इस पर वे सोच में पड़ गए।

इस घटना ने मेरी ज़िन्दगी पर भी बहुत गहरा असर डाला। मैंने सोचा, वाकई ,  हम हिन्दुस्तानियों की कितनी बड़ी बदकिस्मती है कि हम सदियों से एक दूसरे के साथ रहते आए हैं,  पर एक - दूसरे के धर्म,  सभ्यता और संस्कृति तथा रस्मो - रिवाज़  से कितने अनभिज्ञ हैं। और मैंने जर्मनी में रहते हुए ही हिन्दू धर्म,  ख़ास तौर पर गीता का अध्ययन शुरू कर दिया ( विस्तार  से  पढ़ें ,  नीति ;   भारत विकास  परिषद्,  नई  दिल्ली ;  अगस्त 1994 ,  पृष्ठ  34  ) । "       

उक्त घटना लगभग आठ दशक पुरानी है, पर आज भी आए दिन ऐसी घटनाएं सुनने को मिलती हैं जिनसे यही सिद्ध होता है कि हमारे देश की स्थिति में कोई उल्लेखनीय अंतर नहीं आया है , बल्कि अब नई पीढ़ी के सन्दर्भ में तो एक आयाम और जुड़ गया है और वह यह कि " सुशिक्षित " होने के बावजूद वे अपने ही धर्म, उसके ग्रन्थ, उसकी आधारभूत मान्यताओं आदि से अनभिज्ञ हैं। इसीलिए अनेक लोग उनके इस अज्ञान का लाभ उठाते हैं । देश में बढ़ रहे तरह - तरह के अंधविश्वास भी इसी अज्ञान का परिणाम हैं ।

लगभग चार वर्ष पहले का एक समाचार याद आ रहा है। मुंबई के पं. गुलाम दस्तगीर बिराजदार की तरह रामपुर (उत्तर प्रदेश) के श्री सैयद अब्दुल्ला तारिक सुशिक्षित व्यक्ति हैं। उन्होंने कुरान का तो अध्ययन किया ही है,  साथ ही वेदों का भी अध्ययन किया है। अतः उन्हें इन महान ग्रंथों की समानताओं एवं विशेषताओं पर व्याख्यान देने के लिए जब - तब आमंत्रित किया जाता है। ऐसे ही एक व्याख्यान के लिए उन्हें हमदर्द विश्वविद्यालय, दिल्ली में बुलाया गया। लगभग दो सौ श्रोता हाल में बैठे हुए थे जिनमें लगभग साठ प्रतिशत ' हिन्दू '  थे ।

श्री तारिक ने श्रोताओं से प्रश्न किया कि जिस प्रकार कुरान मुसलमानों  का , या बाइबिल ईसाइयों का आधारभूत ग्रन्थ है, ऐसा हिन्दुओं का कौन - सा ग्रन्थ  है ? पर श्रोताओं में से कोई भी इस प्रश्न का उत्तर नहीं दे सका। ज़रा ध्यान दीजिए कि दो सौ श्रोताओं में साठ प्रतिशत हिन्दू थे,  और ये कोई अनपढ़ नहीं,  विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले लोग थे , पर इस प्रश्न का उत्तर नहीं दे सके।  तब श्री तारिक ने स्वयं बताया कि वह ग्रन्थ है  “ वेद “ जो संख्या में चार हैं। इसके बाद कुछ पूछने की गुंजाइश तो नहीं थी,  फिर भी उन्होंने पूछा कि क्या किसी को कोई वेद मंत्र याद है ?  क्या आपने कोई वेद देखा है ?  उन्होंने मनुस्मृति और महाभारत के बारे में भी पूछा, पर उत्तर नहीं मिला  ( विस्तार से पढ़ें,   द टाइम्स ऑफ़ इंडिया,  नई दिल्ली, 2 नवम्बर,  2008 ,  पृष्ठ 7 ) ।

कुछ वर्ष पहले सोनी टी वी पर एक कार्यक्रम देखा ' कौन बनेगा करोड़पति ' । प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन इसे संचालित कर रहे थे । जो पाठक इसकी संकल्पना से परिचित न हों उन्हें बता दूँ कि यह एक तरह की प्रतियोगिता का कार्यक्रम है और विशेष तैयारी करके ही प्रतियोगी इसमें शामिल हो पाते हैं । इसके चयनित प्रतिभागियों को दस -दस के समूह में बाँट लिया जाता है । फिर एक समूह के समक्ष एक सरल - सा प्रश्न दिया जाता है जिसका उत्तर उन्हें निर्धारित समय में देना होता है । उस समूह का जो प्रतियोगी सबसे कम समय में शुद्ध उत्तर देता है , उसे हॉट सीट के लिए आमंत्रित किया जाता है। ऐसे ही एक सरल से प्रश्न में चार प्रसिद्ध “ धर्म प्रवर्तकों “ के नाम देकर उन्हें ऐतिहासिक काल क्रम से व्यवस्थित करने के लिए कहा गया अर्थात जो पहले हुआ उसका नाम पहले रखना था। नाम थे  - गौतम बुद्ध, मोहम्मद साहब,  ईसा मसीह और गुरु नानक । जब परिणाम सामने आया तो पता चला कि दस प्रतियोगियों में से केवल दो प्रतियोगी ही इसका शुद्ध उत्तर दे पाए ।

ये सभी  घटनाएँ  हमारे उसी  अज्ञान के प्रमाण प्रस्तुत कर रही हैं । आवश्यक है कि हम अपने इस अज्ञान को दूर करें। अपने देश को यदि हम उसकी " समग्रता में " जानने का प्रयास करेंगे तो हमें अपने धर्म की भी  बेहतर जानकारी होगी और इस देश में रहने वाले अन्य धर्मावलम्बियों के धर्म,  रीति-रिवाज़ आदि की भी । इस दृष्टि से महर्षि दयानंद सरस्वती का प्रसिद्ध ग्रन्थ “ सत्यार्थप्रकाश “ भारत में प्रचलित धर्मों का विश्वकोश माना जा सकता है जिसमें हमें अपने वैदिक धर्म की ही नहीं, भारत में प्रचलित विभिन्न धर्मों (पंथों) की भी अपेक्षित जानकारी मिल जाती है । ध्यान रखिए,  विश्व में किसी भी व्यक्ति की पहचान इसी रूप में होती है कि वह किस देश का रहने वाला है। हमारी भी पहचान भारतवासी के रूप में होती है, हिन्दू ,मुसलमान, ईसाई के रूप में नहीं। मैं काफी समय आस्ट्रेलिया में रहा । जब भी कोई अपरिचित व्यक्ति मुझसे बात करता था तो उसका प्रश्न होता था , Are you from  India ? मेरे yes  कहने के बाद वह यह नहीं पूछता था Are  you Hindu / Muslim / Christian  ? वह अपना परिचय भी इसी रूप में देते हुए बताता था I  am  from Britain / Spain / Greece / China / Vietnam  etc.  भारत में रहने वाला कोई  ईसाई या मुसलमान जब ईसा मसीह या मोहम्मद साहब को ही अपना आदि - अंत मान लेता है तो वह वैसी ही भूल करता है जैसी बहुत से हिन्दू आठवीं - नवीं शताब्दी के शंकराचार्य और उनके द्वारा प्रतिपादित अद्वैतवाद को ही अपना सर्वस्व मान लेते हैं या कुछ सिख यह मान लेते हैं कि गुरुग्रंथ साहब और दस गुरुओं के आगे - पीछे कुछ  नहीं। ऐसी सीमित दृष्टि से देखने पर हमारा ध्यान सैकड़ों नहीं, हज़ारों वर्ष पुरानी उस सम्पदा की ओर जाता ही नहीं जो न केवल इस देश की, बल्कि पूरे विश्व की अनमोल थाती है । वह व्यापक दृष्टि हमें तभी मिल सकती है जब हम यह सोचें कि हिन्दू , ईसाई, मुसलमान तो हम बाद में हैं,  सबसे पहले हम भारतवासी हैं। जब हमारी सोच ऐसी होगी तब हमें अपने देश के बारे में, उसकी उपलब्धियों और उसकी सम्पदा के बारे में समग्र रूप में जानने की आवश्यकता शिद्दत से स्वयं महसूस होगी ।

****************

COMMENTS

BLOGGER
नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: रवीन्द्र अग्निहोत्री का आलेख - हमारी पहचान - भारतवासी या .......?
रवीन्द्र अग्निहोत्री का आलेख - हमारी पहचान - भारतवासी या .......?
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhY-QYmFIZlq5QqClNsHOpM97fuG0yWejOgnja63uBJCa1RU3lJi0qbfdrc8L9Rn5RoiZvj3-Wxie6uSMDfoMWgftk1bf6o0DRkjYCIJ9B5l-Qi9KL3UNDagkGnKrYzk5mv00x5/?imgmax=800
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhY-QYmFIZlq5QqClNsHOpM97fuG0yWejOgnja63uBJCa1RU3lJi0qbfdrc8L9Rn5RoiZvj3-Wxie6uSMDfoMWgftk1bf6o0DRkjYCIJ9B5l-Qi9KL3UNDagkGnKrYzk5mv00x5/s72-c/?imgmax=800
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2015/10/blog-post_759.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2015/10/blog-post_759.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content