श्रीमती स्नेह ठाकुर को सितम्बर १२, २०१५ को भोपाल, भारत में सम्पन्न हुए १०वें विश्व हिन्दी सम्मेलन में गृहमंत्री माननीय श्री राजनाथ सिंह द्व...
श्रीमती स्नेह ठाकुर को सितम्बर १२, २०१५ को भोपाल, भारत में सम्पन्न हुए १०वें विश्व हिन्दी सम्मेलन में गृहमंत्री माननीय श्री राजनाथ सिंह द्वारा प्रतिष्ठित पुरस्कार "विश्व हिन्दी सम्मान" से सम्मानित किया गया. इस सम्मेलन का उद्घाटन भारत के प्रधान मंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी के कर-कमलों द्वारा हुआ.
१९७५ से आरंभ हुए इस विश्व हिन्दी सम्मेलन के इतिहास में पहली बार एक भारतीय कनेडियन साहित्यकार को विदेश मंत्रालय द्वारा, जिसमें मध्य प्रदेश सरकार का पूर्ण सहयोग सम्मिलित था, यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया गया है. आयोजन समिति की अध्यक्ष विदेश मंत्री माननीया श्रीमती सुषमा स्वराज, उनकी टीम व म.प्र. मुख्य मंत्री माननीय श्री शिव राज सिंह चौहान ने इस सम्मेलन को भव्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इसकी भव्यता में साँझ को होने वाले सांस्कृतिक प्रोग्रामों ने चार-चाँद लगा दिए.
स्नेह ठाकुर के लिए एक अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कार "हिन्दी सेवी सम्मान" की घोषणा भी की गई है जो उन्हें भारत के राष्ट्रपति राष्ट्रपति भवन में अपने कर-कमलों द्वारा प्रदान करेंगे.
स्नेह ठाकुर एक जानी-मानी प्रतिष्ठित साहित्यकार हैं जिनकी साहित्य की विभिन्न विधाओं में अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. २०१२ में प्रकाशित उनका उपन्यास 'कैकेयी चेतना-शिखा' राष्ट्रपति भवन पुस्तकालय में संग्रहित है जिसका द्वितीय संस्करण भी २०१३ में प्रकाशित हो चुका है तथा जिसे साहित्य अकादमी म.प्र. द्वारा २०१२ का सर्वोत्तम उपन्यास घोषित करते हुए अखिल भारतीय "वीरसिंह देव" पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. स्नेह ठाकुर २००४ से अनवरत "वसुधा" हिन्दी साहित्यिक पत्रिका का संपादन/प्रकाशन कर रही हैं. अतीत में अन्य अनेक पुरस्कारों के साथ-साथ उन्हें यूनाइटेड नेशन्स से सम्बद्ध संस्थाओं द्वारा 'इंटरनेशनल वीमेन एक्सलेन्स अवार्ड 2014', "अवध रत्न अवार्ड 2015", "लिम्का बुक रिकॉर्ड होल्डर" आदि से भी सम्मानित किया गया है. इस वर्ष प्रकाशित उनके उपन्यास "लोक-नायक राम" की उत्तर प्रदेश, भारत के गवर्नर माननीय श्री राम नाईक जी ने भूरि-भूरि प्रशंसा की है.
स्नेह ठाकुर
Sneh Thakore
16 Revlis Crescent
Toronto,
Ontario M1V 1E9
Canada
ई मेल : sneh.thakore@rogers.com
वेबसाइट : http://www.Vasudha1.webs.com दूरभाष 416-291-9534
संपादक-प्रकाशक 'वसुधा' हिन्दी साहित्यिक पत्रिका (जनवरी २००४ से), डायरेक्टर - इंटरनेशनल आर. सी. यूनिवर्सिटी (कैनेडा चैप्टर), फैलो : रिसर्च फाउंडेशन इंटरनेशनल - यूएनओ से संबद्ध, संरक्षक : हिन्दी सेंटर - नई दिल्ली, चेयर पर्सन कैनेडा : वर्ल्ड फोरम ऑफ डायलॉग (विश्व संवाद), डायरेक्टर : वीकनेक्ट, कम्यूनिटी सर्विसेस, टोराण्टो, सहयोगी सम्पादक एवं संयोजक : विश्व हिन्दी साहित्य का इतिहास, सदस्य संपादकीय बोर्ड - डॉ. लक्ष्मी मल्ल सिंघवी 'दिग्दर्शन ग्रंथ समिति', 'प्रवासी टुडे' विदेश सम्पर्क - कैनेडा, संस्थापक/अध्यक्ष सद्भावना हिन्दी साहित्यिक संस्था, सदस्य स्कारबरो सीनियर्स राइट कार्यकारिणी समिति, परामर्श सदस्य कैनेडा : 'शोध संचार बुलेटिन', परामर्श सदस्य कैनेडा : 'अक्षर-वार्ता', सदस्य स्कारबरो आर्ट्स काउन्सिल, लाइसम क्लब, वीमेन्स आर्ट्स एसोसिएशन ऑफ कैनेडा (१९९९-२००५), लाइवली पोएट्स सोसायटी (१९९७-२००३), कार्यकारिणी सदस्य विश्व हिन्दू परिषद् (२०००-२००७), विशिष्ट सदस्य इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ पोएट्स, डायरेक्टेर कैनेडियन काउन्सिल ऑफ हिंदूज (२००३-२००५), को-चेयर इंडियंस इंडिपेंडेंस डे सेलिब्रेशन मारखम २००५.
नाटक, काव्य, कहानी, निबंध, गीत, भजन, गजल, रिपोरताज, उपन्यास, शोध-ग्रंथ आदि का हिंदी और कुछ अँग्रेजी में लेखन
साहित्य की अनेक विधाओं में लेखन
उपलब्धियाँ :
१०वें विश्व हिन्दी सम्मेलन में 'विश्व हिन्दी सम्मान' से सम्मानित
केंद्रीय हिन्दी संस्थान आगरा द्वारा वर्ष २०१३ के 'पद्मभूषण डॉ. मोटूरि सत्यनारायण पुरस्कार’ हिन्दी सेवी सम्मान की घोषणा. पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में माननीय राष्ट्रपति के कर-कमलों द्वारा प्रदान किया जाएगा.
'अवध रत्न अवार्ड 2015' सम्मान
'लिम्का बुक रिकॉर्ड होल्डर' प्रवासी साहित्यकार एवं पत्रकार, दोनों ही रूपों में
'कैकेयी चेतना-शिखा' उपन्यास के लिए साहित्य अकादमी म. प्र. द्वारा अखिल भारतीय 'वीरसिंह देव' पुरस्कार सम्मान
'इंटरनेशनल वीमेन एक्सलेन्स अवार्ड 2014' यूनाइटेड नेशन्स से सम्बद्ध संस्थाओं द्वारा सम्मानित
कैनेडा की फेडरल गवर्नमेंट के मल्टीकल्चरिज़्म एण्ड हेरिटेज़ डिपार्टमेंट द्वारा 'अनमोल हास्य क्षण' पुस्तक हेतु अधिकतम अनुदान से सम्मानित
यू.एन. संबद्ध रिसर्च फाउंडेशन इंटरनेशनल द्वारा 'इंटरनेशनल वीमेन सम्मान'
'एडिटर्स च्वाइस एवार्ड्स' से 'दि नेशनल लाइब्रेरी ऑफ पोएट्री' द्वारा चार बार सम्मानित
'साहित्य भारती सम्मान', दिल्ली से सम्मानित
मानद फ़ेलोशिप : यूएनओ से संबद्ध रिसर्च फाउंडेशन इंटरनेशनल, दिल्ली द्वारा
8वाँ विश्व हिंदी सम्मेलन 2007, न्यूयार्क में विशिष्ट अतिथि सम्मान
'द संडे इंडियन्स' द्वारा 'हिन्दी विश्व की 25 श्रेष्ठ प्रवासी महिला लेखिकाएँ' में चयन
प्रवासी भारतीय दिवस, 2008, दिल्ली, भारत में आमंत्रित अतिथि
साहित्य अकादमी दिल्ली द्वारा प्रकाशित एवं श्री हिमांशु जोशी द्वारा सम्पादित आप्रवासी कहानीकारों के कहानी संकलन 'प्रतिनिधि आप्रवासी हिंदी कहानियाँ' में एकमात्र कनेडियन लेखिका
अक्षरम् प्रवासी साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान
'द संडे इंडियन्स' द्वारा '21वीं सदी की श्रेष्ठ 111 हिन्दी लेखिकाएँ' में चयन
हिन्दी अकादमी के विश्व के 23 प्रवासी हिन्दी कहानीकारों के प्रतिनिधि संकलन 'देशांतर' में एकमात्र कनेडियन लेखिका
स्कारबरो आर्ट्स : आउट स्टैंडिंग वॉलंटियर एप्प्रीशिएशन
'साहित्य अकादमी' दिल्ली द्वारा कहानी पाठ के लिए आमंत्रित
विश्व हिन्दी सेवा सम्मान
नारी अस्मिता समिति सम्मान
प्रवासी हिन्दी सेवी सम्मान
लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित
मोहन शोध संस्थान लखनऊ द्वारा सम्मानित
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र द्वारा सम्मानित
चेतना साहित्य परिषद, लखनऊ से सम्मानित
मेरा साहित्य विश्वविद्यालयों में एम.फिल एवं पी.एच.डी शोध का विषय
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के एम.ए. पाठ्यक्रम में चयनित
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से दो बार सम्मानित
बीज वक्ता : अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन, जमशेदपुर, भारत
टोराण्टो कैनेडा के संसद परिसर में आयोजित 'दि वर्ल्ड ऑन दि स्ट्रीट फ़ेस्टिबल' के दीर्घकालीन इतिहास में, हिन्दी साहित्यकारों में से, अपनी पुस्तक से पढ़ने वाली एकमात्र हिन्दी लेखिका
वर्ष 2003 के पुरस्कार के लिए मनोनीत कवि
एम.पी.पी. माननीया लॉरा एलबनीज़ द्वारा सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसिएशन
'साउथ ऐशियन इन ऑन्टेरियो' द्वारा सम्मानित
एम.पी. माननीय जिम कैरिगियानिस द्वारा सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसिएशन
नमस्ते कैनेडा द्वारा सम्मानित
फिलेडेल्फिया प्रिकली पोएट्री द्वारा सम्मानित
हिन्दी साहित्य सभा द्वारा सम्मानित
नैशनल एसोशिएशन ऑफ इंडो-कनेडियन्स द्वारा एक्सीलेन्स इन कम्युनिटी स्पिरिट एवार्ड
हैबीटैट एंड आरकोप कंसल्टिंग कैनेडा द्वारा एप्रीसिएशन एवार्ड
पैनोरामा इंडिया द्वारा सम्मानित
कोंसुल जनरल माननीय श्री दिव्याभ मनचन्दा द्वारा सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसिएशन
एम.पी. माननीय माइक सलीवान द्वारा सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसिएशन
इंडो/भारतीय-कनेडियन सीनियर क्लब द्वारा सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसिएशन
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक एवं ललित कला संस्थानों द्वारा सम्मानित
प्रकाशित पुस्तकें :
अनमोल हास्य क्षण (नाटक संग्रह)
जीवन के रंग (काव्य संग्रह)
दर्दे-जुबाँ (उर्दू कविताओं का संग्रह)
आज का पुरुष (कहानी संग्रह)
जीवन निधि (काव्य संग्रह)
आत्म गुंजन (दार्शनिक और भक्ति की कविताओं का संग्रह)
हास-परिहास (हास्य कविताओं का संग्रह)
जज़्बातों का सिलसिला (काव्य संग्रह)
The Galaxy Within (A collection of English poems)
अनुभूतियाँ (काव्य संग्रह)
काव्य-वृष्टि (संकलन, संपादन एवं सहभागिता)
पूरब-पश्चिम (आप्रवासी सम्बंधित आलेख संग्रह)
बौछार (संकलन, संपादन एवं सहभागिता)
काव्य हीरक (संकलन, संपादन एवं सहभागिता)
संजीवनी (स्वास्थ्य सम्बन्धी निबंध संग्रह)
उपनिषद् दर्शन (ईशोपनिषद्, दार्शनिक और आध्यात्मिक)
काव्य-धारा (संकलन, संपादन एवं सहभागिता)
काव्याञ्जलि (काव्य संग्रह)
अनोखा साथी (कहानी संग्रह)
कैकेयी : चेतना-शिखा (उपन्यास, राष्ट्रपति भवन पुस्तकालय में संग्रहित)
आज का समाज (लेख-संग्रह)
चिन्तन के धागों में कैकेयी - संदर्भ : श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण, शोध-ग्रंथ
कैकेयी : चेतना-शिखा (उपन्यास, साहित्य अकादमी म.प्र. द्वारा अखिल भारतीय 'वीरसिंह देव' पुरस्कार सम्मान,
द्वितीय संस्करण)
कैकेयी : चिन्तन के नव आयाम - संदर्भ : तुलसीकृत श्रीरामचारितमानस (शोध-ग्रंथ)
लोक-नायक राम (उपन्यास)
कैकेयी : चिन्तन के नव परिदृश्य - सन्दर्भ : अध्यात्मरामायण (शोध-ग्रंथ)
कैनेडा और अमेरिका के सार्वजनिक और विश्वविद्यालय के पुस्तकालयों एवं कैनेडा के राष्ट्रीय पुस्तकालय आदि में पुस्तकों के चयन के अतिरिक्त, टोराण्टो डिस्ट्रिक्ट स्कूल बोर्ड द्वारा भी इनमें से कुछ पुस्तकें इंटरनेशनल लैंगुएजेज़ फॉर कंटीन्यूइंग एजुकेशन' के पाठ्यक्रम के लिए चयनित
नव प्रभात - टोराण्टो विश्वविद्यालय के दक्षिण एशियाई अध्ययन विभाग के लिए बनाई गई सीडी हेतु हिन्दी गीतों की रचना
पंजाबी भाषा में कुछ रचनाएँ अनूदित
शीघ्र प्रकाश्य :
जनकनंदिनी सीता (उपन्यास)
विश्व हिन्दी साहित्य का इतिहास
East-West (A collection of essays on Immigrants in English)
निम्नांकित पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित :
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निबंध, कहानी, कविता, रिपोरताज आदि 'सरिता', 'गृह शोभा', 'सुषमा', 'मुक्ता', 'सुमन सौरभ', 'कादंबिनी', 'भाषा सेतु', 'समरलोक', 'ऋचा', 'पहचान ', 'गुर्जर राष्ट्र वीणा', 'दीप ज्योति', 'आधुनिक एवं हिन्दी कथा साहित्य में नारी का बदलता स्वरूप', 'नौतरणी', 'प्रतिनिधि आप्रवासी हिंदी कहानियाँ', 'गगनाञ्चल', 'लेखनी', 'बाल सखा', 'राष्ट्र भाषा', 'पुरवाई,' 'विचार दृष्टि' 'नया सूरज', 'युद्धरत आदमी', 'विश्व हिन्दी पत्रिका २०११ एवं २०१४', 'अक्षरम् स्मारिका २०१२', 'अंतर्राष्ट्रीय परिसंवाद', 'प्रभात ख़बर', 'गर्भनाल', 'द गौरसंसटाइम्स', 'विराट भारत', 'देशांतर', 'समय', 'राजभाषा मंजूषा', 'देसी गर्ल्स' आदि में प्रकाशित.
सरिता के लिए 'सागर पार भारत' स्तम्भ लिखा.
अमेरिका में, 'शैडोज़ एण्ड लाइट', 'पोट्रेट्स ऑफ लाइफ़', 'दि एबिंग टाइड', 'बेस्ट पोएम्स ऑफ दि नाइंटीज़', 'दि नेशनल लाइब्रेरी ऑफ पोएट्री', 'दि पोएट्स कॉर्नर', 'दि सैण्ड्स ऑफ टाइम', 'विश्व विवेक', 'विश्वा' एवं 'सौरभ' में प्रकाशित
राष्ट्रीय व स्थानीय रूप से रचनाएँ, 'हिन्दू धर्मा रिव्यू', 'काव्य किंजल्क', 'अंतर्राष्ट्रीय हिंदी स्मारिका', 'प्रवासी काव्य', 'संगम', 'सेवा भारती', 'नमस्ते कैनेडा', 'मेधावनी', 'हैलो कैनेडा', 'काव्य-वृष्टि', 'बौछार', 'काव्य-हीरक', 'काव्य-धारा', 'मोमेंट्स', आदि में प्रकाशित
अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन के लिये यॉर्क विश्वविद्यालय के बर्टन सभागार में अभिनीत नाटक 'कविवर की दुर्दशा' का लेखन, प्रस्तुतिकरण, मंचन, निर्देशन एवं अभिनय
चल-चित्रों में अभिनय
साहित्यिक और सांस्कृतिक संगोष्ठियों का आयोजन
अकादमिक डिग्री : मास्टर्स ऑफ आर्ट्स और बैचलर ऑफ एजुकेशन
ललित कला में छात्रवृत्ति
तैल व अन्य माध्यमों के चित्रों का स्कारबरो आर्ट्स काउन्सिल, ब्लफ़ गैलरी, सीडर रिज़ क्रिएटिव सेन्टर, वीमेन्स आर्ट्स एसोसिएशन ऑफ कैनेडा, टोराण्टो क्षेत्रीय पुस्तकालय और एजिनकोर्ट संदर्भ पुस्तकालय आदि एवं कैनेडा के अन्य क्षेत्रों में प्रदर्शन. श्री एल्विन कर्लिंग (उस समय के ऑनटेरियो प्रोवेंशियल पार्लियामेंट स्पीकर) के १९९९ कैलेंडर में कला-चित्र सम्मिलित
शिक्षण : भारत, इंग्लैंड और कैनेडा.
मान्यता प्राप्त दुभाषिया, अधिकृत अनुवादक और भाषांतरकार
अधिकृत सांस्कृतिक दुभाषिया और अनुवादक
अन्य विवरण :
जन्म स्थान : चित्रकूट, भारत
जन्म तिथि : १५ जुलाई
प्रवासी आवास :
१९६५ - १९६७, लंदन, इंग्लैंड
१९६७ से आज तक कैनेडा
साहित्य की अनेक विधाओं में विभिन्न विषयों पर पुस्तकें प्रकाशित
लगभग २५ वर्षों से सरिता में रचनाएँ प्रकाशित, 'सागर पार भारत' स्तम्भ भी लिखा
'वसुधा' हिन्दी साहित्यिक पत्रिका द्वारा भारत व विश्व के साहित्यकारों एवं पाठकों को जोड़ने का प्रयास
'सद्भावना हिन्दी साहित्यिक संस्था' की स्थापना द्वारा २००३ से साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन द्वारा हिन्दी के प्रचार, प्रसार, उन्नयन में अनवरत कर्मठतापूर्वक संलग्न. संस्था के अन्तर्गत चार काव्य-संकलनों का संकलन, सम्पादन, सहभागिता एवं प्रकाशन तथा चित्रकला प्रदर्शिनियों द्वारा भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार
साहित्य, कला एवं चित्रकला के क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मान
अभिरुचि : लेखन, पठन, नाट्य-मंचन, चित्रपट, चित्रकला एवं भ्रमण. नाट्य लेखन-मंचन, चलचित्र अभिनय से जुड़ाव
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