वर्जिनिया बर्टन हिंदी अनुवाद - अरविंद गुप्ता माईक के पास भाप के इंजन से चलने वाला एक फावड़ा यानी स्टीम शवल था। शवल सुंदर और लाल रंग...
वर्जिनिया बर्टन
हिंदी अनुवाद - अरविंद गुप्ता
माईक के पास भाप के इंजन से चलने वाला एक फावड़ा यानी स्टीम शवल था। शवल सुंदर और लाल रंग का था। उसका नाम मेरी ऍन था। माईक को अपने स्टीम शवल मेरी ऍन पर बड़ा गर्व था। वह हमेशा कहता कि उसका स्टीम शवल एक दिन में जितनी खुदाई करेगा उतनी सौ आदमी एक हफ्ते में भी नहीं कर पाएंगे। क्योंकि माईक की शेखी को कभी परखा नहीं गया था, इसलिए असली सच्चाई किसी को मालूम नहीं थी।
माईक और मेरी ऍन बरसों से साथ-साथ खुदाई कर रहे थे। माईक ने अपने स्टीम शवल को इतनी अच्छी तरह से रखा था कि मेरी ऍन अभी भी बढ़िया हालत में थी।
कभी माईक और मेरी ऍन ने मिलकर मीलों लंबी नहरें खोदी थीं।
इनमें बड़ी-बड़ी नावें तैरा करती थीं।
माईक और मेरी ऍन ने बड़े ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों को काटा था, जिससे उनकी गुफाओं में से रेलगाड़ियां गुजर सकें।
माईक और मेरी ऍन ने ऊबड़-खाबड़, ऊंचे-नीचे खड्डों को खोदकर समतल बनाया था।
फिर उन जगहों पर लंबी-लंबी सड़कें बनीं जिन पर सैकड़ों-हजारों गाड़ियां दौड़ने लगीं।
माईक और मेरी ऍन ने जमीन की खाइयों को पाटकर उसे एकदम समतल बनाया था, जिससे वहां पर विमानों के उतरने के लिए ऍअरपोर्ट बन सकें।
माईक और मेरी ऍन ने ही जमीन में गहरी नीवें खोदी थीं जिससे बड़े शहरों में ऊंची-ऊंची इमारतें बन सकें। जब लोग उनकी खुदाई देखने के लिए दो मिनट के लिए ठहरते उस वक्त माईक और मेरी ऍन कुछ ज्यादा ही तेजी से खुदाई में जुट जाते। जितने ज्यादा लोग उनके काम को निहारने के लिए रुकते वे उतनी अधिक फुर्ती से काम करते। किसी-किसी दिन उनके द्वारा खोदी मिट्टी और पत्थर को ढोने के लिए छत्तीस ट्रकों के काफिले की जरूरत होती थी।
पर कुछ सालों बाद डीजल और बिजली से चलने वाले नए फावड़े (शवल) बाजार में आ गए। क्योंकि डीजल और बिजली वाले फावड़े ज्यादा ताकतवर थे, इस वजह से भाप वाले फावड़ों का धंधा बंद हो गया।
लोगों को अब स्टीम शवल नहीं चाहिए!
धंधा बंद होने से माईक और मेरी ऍन बहुत उदास रहने लगे।
धीरे-धीरे सारे स्टीम शवल कबाड़ी के हाथों बिकने लगे या फिर किसी पुरानी खदान में जंग लगने के लिए छोड़ दिए गए। माईक को अपने स्टीम शवल मेरी ऍन से गहरा लगाव था। वह उसे इस तरह सड़ने के लिए नहीं छोड़ना चाहता था।
माईक ने मेरी ऍन की अच्छी देखभाल की थी। माईक अभी भी डींग मारता - मेरी ऍन एक दिन में जितना खोदेगी, उतना सौ आदमी एक हफ्ते में भी नहीं खोद पाएंगे। कम-से-कम माईक तो यही सोचता था। फिर भी इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकती थी। माईक और मेरी ऍन जहां भी जाते, वहां डीजल और बिजली के शवलों को काम करते पाते। अब किसी को भी माईक और मेरी ऍन की जरूरत नहीं थी। एक दिन माईक ने अखबार में एक इश्तहार देखा। पास के शहर पोपरविले में नए टॉउन-हाल का निर्माण होना था। ‘हम लोग इस टॉउन-हाल की नींव खोदेंगे,’ माईक ने मेरी ऍन से कहा। इसके बाद वे पोपरविले की ओर चले।
वे नहरें पार करते, रेल की लंबी पटरियों को लांघते, बड़ी-बड़ी सड़कों पर चलते, कई हवाई-अड्डों को पीछे छोड़ते हुए खेत-खलिहानों को निहारते हुए कई शहरों में से होकर गुजरे - पर वहां के लोगों को अब उनकी कोई जरूरत नहीं थी।
वे पहाड़ियों पर धीमे-धीमे चढ़ते हुए फिर ढलानों पर आहिस्ता-आहिस्ता उतरते हुए आखिरकार पोपरविले नाम के छोटे शहर में पहुंच ही गए।
पोपरविले में मीटिंग चल रही थी - यह निर्णय लेने के लिए कि नए टॉउन-हाल की नींव की खुदाई के लिए किसे ठेका दिया जाए। माईक ने उनके एक चयनकर्ता - हेनरी स्वाप से बातचीत की। "मैंने सुना है," माईक ने कहा, "कि आप लोग नए टॉउन-हाल का निर्माण कर रहे हैं। मैं और मेरा स्टीम शवल मेरी ऍन आपके नए टॉउन-हाल की नींव खोदेंगे। और यह काम हम सिर्फ एक दिन में पूरा करेंगे।"
"बकवास बंद करो!" हेनरी स्वाप ने माईक को डांटते हुए कहा। "तुम कहीं मजाक तो नहीं कर रहे हो। टॉउन-हाल की नींव सिर्फ एक दिन में खोदोगे! नींव खोदने में सौ आदमियों को कम-से-कम एक हफ्ता लगेगा।"
"वह तो ठीक है। परंतु मैं और मेरी ऍन मिलकर एक दिन उतनी खुदाई करेंगे जितनी सौ आदमी एक हफ्ते में भी नहीं कर पाएंगे।" असल में माईक को भी अपने कथन की सच्चाई मालूम नहीं थी।
फिर माईक ने कहा, "अगर हम काम एक दिन में पूरा नहीं करें तो आप हमें एक पैसा भी नहीं देना।"
हेनरी स्वाप मुफ्त में नींव खुदवाने का यह सुनहरा मौका अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहता था। इसलिए वह मन-ही-मन मुस्कुराया और उसने टॉउन-हाल की नींव की खुदाई का ठेका माईक और उसके स्टीम शवल मेरी ऍन को दे दिया।
अगले दिन एकदम सुबह होते ही माईक और मेरी ऍन खुदाई के काम में जुट गए।
थोड़ी ही देर में एक छोटा लड़का आया और उसने माईक से पूछा, "क्या तुम वाकई शाम तक खुदाई पूरी कर पाओगे?"
"बिल्कुल," माईक ने जवाब दिया, "तुम यहीं रुको और देखो हम कितनी फुर्ती से काम करते हैं। जब लोग हमारे काम को देख रहे होते हैं तब हम ज्यादा तेजी और मुस्तैदी से काम करते हैं।"
यह सुनकर छोटा लड़का खुदाई का काम देखने के लिए रुक गया।
कुछ देर में श्रीमती मिकगुलीकुडी, हेनरी स्वाप और हवलदार साहब भी वहां घूमने के लिए आए और वे भी खुदाई का काम देखने के लिए रुक गए।
उन्हें देखकर माईक और मेरी ऍन को जोश आ गया और वे ज्यादा तेजी से खुदाई करने लगे।
यह देख छोटे लड़के के मन में एक विचार कौंधा। वह झट से दौड़ा और उसने इस खबर को पैदल जा रहे अखबारवाले, साईकिल चलाते पोस्टमैन और घोड़ागाड़ी पर सवार दूधवाले को दी। उसने घर जाते समय यह खबर पोपरविले के डॉक्टर और शहर में आते किसानों को दी। और वे सभी लोग भी माईक और मेरी ऍन द्वारा नींव खुदाई को देखने के लिए रुक गए। इतने दर्शकों को देखकर माईक और मेरी ऍन में गजब की फुर्ती आ गई।
उन्होंने गडे्ढ का एक कोना अच्छी तरह से खोदा। पर फिर सूरज तेजी से चमकने लगा।
तभी टन! टन! टन! घंटी बजाती हुई फॉयर ब्रिगेड की गाड़ी वहां आ पहुंची। फॉयर ब्रिगेड वालों को दूर से धुंआ दिखाई दिया। उन्हें लगा शायद वहां आग लगी हो।
उस छोटे लड़के ने फॉयर ब्रिगेड वालों से वहां रुकने और खुदाई देखने का आग्रह किया। फॉयर ब्रिगेड डिपार्टमेंट के लोग भी माईक और मेरी ऍन द्वारा खुदाई का काम देखने के लिए वहां रुक गए।
पास के स्कूल के बच्चों ने जैसे ही फॉयर ब्रिगेड का इंजन देखा, उनकी पढ़ाई से रुचि उखड़ गई। टीचर ने उनकी छुटी्ट कर दी और स्कूल के सारे बच्चे भी वहां आ गए। इतने बड़े कारवां को देखकर माईक और मेरी ऍन और तेजी से खुदाई करने लगे।
उन्होंने फुर्ती से गडे्ढ का दूसरा कोना भी खत्म किया। पर तब तक सूरज सिर के ऊपर आ चुका था।
अब तक पोपरविले के टेलीफोन आपरेटर के जरिए यह खबर आसपास के शहरों - बंगरविले और बोपरविले में भी फैल चुकी थी। वहां से भी बड़ी तादाद में लोग आए। सभी लोग सिर्फ एक दिन में माईक और उसके स्टीम शवल मेरी ऍन को टॉउन-हाल की नींव खोदते हुए देखना चाहते थे।
धीरे-धीरे माईक और मेरी ऍन ने तीसरे कोने की खुदाई भी पूरी की।
माईक और मेरी ऍन की खुदाई देखने के लिए आजतक इतनी ज्यादा भीड़ कभी भी इकट्ठी नहीं हुई थी। शायद इसीलिए आज माईक और मेरी ऍन इतनी अधिक तेजी से अपना काम कर रहे थे। कुछ देर में शाम होने लगी और सूरज ढलने लगा।
छोटा लड़का जोर से चिल्लाया, "जल्दी करो, माईक! जल्दी करो! सूरज ढलने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है!" चारों तरफ धूल ही धूल थी। स्टीम शवल से निकलने वाली भाप से सभी ओर एक गहरा कोहरा छा गया था। लोगों को बहुत कम दिखाई दे रहा था। पर खुदाई की आवाज जोर से चारों ओर गूंज रही थी।
धूम! धक्का! धूम! धक्का! और जोर से! और तेजी से!
फिर अचानक सब कुछ शांत हो गया। धीरे-धीरे करके धूल हटने लगी और भाप और धुंए का कोहरा छंटने लगा। लोगों को नए टॉउन-हाल की पूरी नींव दिखाई देने लगी।
चारों कोनों की बेहद उम्दा तरीके से खुदाई हुई थी। ऊपर से नीचे तक चार, सीधी-सपाट दीवारें दिखाई दे रही थीं। नीचे गड े ्ढ में माईक अपने लाल स्टीम शवल मेरी ऍन के साथ खड़ा था। सूरज भी धीमी गति से पहाड़ी के नीचे ढल रहा था।
"शाबाश! क्या बात है!" सब लोग मिलकर चिल्लाए। "माईक और उसके स्टीम शवल मेरी ऍन को समय पर काम खत्म करने की बहुत-बहुत बधाई! उन्होंने सिर्फ एक ही दिन में नींव खोद डाली!"
तभी उस छोटे लड़के ने पूछा, "अरे! माईक और उसका स्टीम शवल अब नीचे से ऊपर कैसे आएगा?"
"यह बात तो बिल्कुल ठीक है," श्रीमती मिकगुलीकुडी ने हेनरी स्वाप से कही। "अरे, अब यह स्टीम शवल इस गहरे गडे्ढ से बाहर कैसे निकलेगा?"
हेनरी स्वाप के पास इस सवाल का कोई जवाब न था। उसके चेहरे पर बस एक क्रूर मुस्कान थी।
फिर सारी भीड़ ने एक साथ मिलकर पूछा :
"यह स्टीम शवल नीचे से ऊपर कैसे आएगा?"
"माईक यह बताओ, तुम अपने लाल स्टीम शवल को गहरे गडे्ढ से बाहर कैसे लाओगे?"
माईक ने अपने आसपास चारों दीवारों और चारों कोनों को गौर से देखा। फिर उसने कहा, "हमने फुर्ती और लगन से इतनी तेज खुदाई की कि हम बाहर निकलने के लिए सड़क बनाना ही भूल गए!" माईक और मेरी ऍन ने पूरी जिंदगी में ऐसी भूल पहले कभी नहीं की थी। वे अब क्या करें? यह उन्हें समझ में नहीं आ रहा था।
ऐसा हादसा पोपरविले में पहले कभी नहीं हुआ था। सभी लोग इस बारे में चर्चा करने लगे। जितने मुंह, उतनी बातें।
लोग अलग-अलग सुझाव देने लगे।
सभी लोग अपनी राय को सबसे सही मानने लगे।
लोगों में जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई। खूब वाद-विवाद हुआ। अंत में लोग लड़ाई-झगड़े से पस्त हो गए। पर किसी को भी माईक के स्टीम शवल को गडे ्ढ से बाहर निकालने की जुगाड़ नहीं सूझी।
अंत में हेनरी स्वाप ने कहा, "क्योंकि माईक और उसका स्टीम शवल अभी भी गडे ्ढ के अंदर है, इसलिए नींव खुदाई का काम अभी भी पूरा नहीं हुआ है। और क्योंकि अभी काम अधूरा है इसलिए माईक और मेरी ऍन को खुदाई के पैसे नहीं मिलेंगे।" इसके बाद हेनरी स्वाप फिर से एक क्रूर हंसी हंसा।
वह छोटा लड़का उन सब बातों को ध्यान से सुन रहा था। उसके दिमाग में एक बढ़िया विचार आया। उसने कहा, "हम माईक और उसके लाल स्टीम शवल को इस गहरे गडे्ढ में ही क्यों न रहने दें। इस गडे्ढ में हम टॉउन-हाल को गर्म करने की भटी्ठ लगा सकते हैं। भाप बनाने का काम लाल शवल मेरी ऍन कर सकती है। माईक को हम भाप बनाने का काम सौंप सकते हैं। इस तरह शहरवासियों को नई भटी्ठ लगाने का खर्चा भी नहीं करना पड़ेगा। इस बचत से हम माईक को एक दिन में नींव खोदने के लिए पूरा पैसा भी दे सकते हैं।"
"क्यों नहीं?" हेनरी स्वाप ने कहा। उसकी हंसी अब पहले से कुछ बेहतर थी।
"क्यों नहीं?" श्रीमती मिकगुलीकुडी ने कहा। "क्यों नहीं?" पोपरविले के हवलदार ने भी कहा। "क्यों नहीं?" सारे शहरवासियों ने भी कहा। फिर वह एक ऊंची सीढ़ी के जरिए माईक और मेरी ऍन की राय जानने के लिए गहरे गड्ढे में उतरे।
"क्यों नहीं?" माईक ने उत्तर दिया। अब निर्णय हो चुका था और सभी लोग इस फैसले से खुश थे।
पोपरविले के लोगों ने माईक और मेरी ऍन वाले गडे्ढ के ठीक ऊपर नया टॉउन-हाल बनाया। पूरा निर्माण काम जाड़े से पहले ही खत्म हो गया।
अब वह छोटा लड़का रोजाना माईक और मेरी ऍन से मिलने आता है। श्रीमती मिकगुलीकुडी उसके लिए गर्म-गर्म केक लाती हैं। और जहां तक हेनरी स्वाप का सवाल है, वह अब अपना ज्यादातर समय टॉउन-हॉल के गर्म तहखाने में ही गुजारता है और माईक की दिलचस्प कहानियां सुनता है। उसके चेहरे की क्रूर हंसी अब गायब हो गई है। वह अब हर समय मुस्कुराता रहता है।
अगर आपको कभी पोपरविले जाने का मौका मिले तो आप नए टॉउन-हॉल के तहखाने में जरूर जाएं। वहां आपकी मुलाकात माईक और मेरी ऍन से होगी। माईक शायद अपनी कुर्सी पर बैठा अपने पाईप से तम्बाकू पी रहा हो। लाल रंग की स्टीम शॅवल - मेरी ऍन उसके पास ही होगी। उसके द्वारा बनाई भाप की गर्मी से टॉउन-हॉल में सभी बैठकों में नई रंगत आती है।
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