कामिनी कामायनी का आलेख - हम भारतीयों के उपनामों की उत्पत्ति

SHARE:

उपनाम की उत्पत्ति । किसी ने कहा है कि नाम में क्या रखा है। लेकिन यह मिथ्या है। वास्तव में नाम में बहुत कुछ रखा है। हिंदुस्तान में तो नाम म...

उपनाम की उत्पत्ति

किसी ने कहा है कि नाम में क्या रखा है। लेकिन यह मिथ्या है। वास्तव में नाम में बहुत कुछ रखा है। हिंदुस्तान में तो नाम में ही इतिहास का डी एन ए जीवित है। ऐसा मुझे तब महसूस हुआ ,जब मैंने लोगों के उपनाम पर गहन दृष्टि डालना शुरू किया था। कर्म प्रधान भारतीय समाज में ,लोगों का व्यवसाय कब उनकी जाति में परिवर्तित हो गई ,यह वास्तव में एक मनोरंजक विषय है।

उनमें से कुछ का वर्णन यहाँ करना सार्थक होगा।

ठक्कुर- देवता का पर्याय {ब्रांहणों [भूसुरों] के लिए भी इसका प्रयोग होता है} अनंत संहिता में इसी अर्थ में यह प्रयुक्त है।

प्रायः विष्णु के अवतार की देव मूर्ति को ठक्कुर कहते हैं। उच्च वर्ग के क्षत्रिय आदि की प्राकृत उपाधि ठाकुर भी इसी से निकला है .।

कौल – शाक्तों के वाममार्गी संप्रदाय में कौल एक शाखा है।।इसका आधारभूत साहित्य है कौलोपनिषद तथा परशुराम भार्गव सूत्र। दिव्य ,घोर ,और पशु इन तीन भावों से दिव्य भाव में लीन ब्रम्ह ज्ञानी को कौल कहते हैं।

महानील तंत्र में कथन है कि पशु के मुख से मंत्र प्राप्त कर मनुष्य निश्चय ही पशु रहता है ,वीर से मंत्र पाकर वीर ,और कौल के मुंह से मंत्र पाकर ब्रम्ह ज्ञानी होता है।

उपाध्याय – जिसके पास आकार अध्ययन किया जाता है ,अध्यापक ,वेदपाठक।

नाग – नाग अथवा सर्प पूजा हिन्दू धर्म का एक अभिन्न अंग है। कई जातियों और वंशों ने नाग को अपना धर्म चिन्ह स्वीकार किया है।

नारायण – नारायण अर्थात विष्णु के भक्त या उपासक लोग।

निहंग – सिक्खों कि सिंध शाखा के अकाली ‘निहंग’ भी कहे जाते हैं। वास्तव में यह संस्कृत का ही प्राकृत रूप है,जिसका अर्थ है ,संग अथवा आशक्तिरहित।

त्रिवेदी – तीन वेदों के ज्ञाता। चतुर्वेदी –चार वेदों के ज्ञाता।

कुछ लोग किसी न किसी ऋषि को ही अपना गोत्र मानकर अपने नाम के साथ लगाने लगे हैं। गर्ग ऋषि को अपनाने वाले गर्ग ,पाराशर को मानने वाले।

भार्गव – भृगु के वंशज या गोत्रोत्पन्न।

मण्डल –गोलाकार या कोणकर चक्राशाक्त मतावलंबी रहस्यात्मक यंत्रों तथा मंडलों का प्रयोग करते हैं,जो धातु के पत्रों पर चित्रित या लिखित होते हैं।

महापात्र – महाब्रम्हन भी कहा जाता है ,जो मृतक की शय्या ,वस्त्राभूषण ,तथा एकादशाह का भोजन ग्रहण करते हैं।

माहेश्वर – यह शैव संप्रदाय विशेष की उपाधि है। इसका शाब्दिक अर्थ है ‘महेश्वर’[शिव] का भक्त।

मिश्र-का अर्थ श्रेष्ठ भी होता है।

मुदगल-ऋग्वेद के अनेक भाष्य कारों में एक।

वाजपेय –एक श्रौत यज्ञ ,जो शतपथ ब्रामहन के अनुसार केवल ब्रांहनों या क्षत्रियों द्वारा ही अनुकरणीय है।

वात्स्यायन –वत्स गोत्र और तैत्तिरीय आरण्यक में उद्धृत एक आचार्य।

शांडिल्य- शंड़िल के वंशज।

श्रोत्रिय- श्रुति अथवा वेदअध्ययन करने वाला ब्रांहन।

सारस्वत – सरस्वती देवी या नदी ,या दोनों ,से संबंध रखने वाला ,इस क्षेत्र मेन निवास करने वाले ब्रांहन्न भी सारस्वत कहलाते थे।

ग्लिमप्सेस ऑफ वर्ल्ड हिस्टरी में पंडित नेहरू ने लिखा है “हजरत मुहम्मद को मदीना में मदद करने वाले अंसार{मदद गार} कहलाए ,और उनके वंशज आज भी अंसारी कहलाते हैं।

मोर को पालने वाले मौर्य कहलाते थे।

गौड़ – बंगाल का पुराना नाम है ,गौड़ देश के निवासी ,ब्रांहणों का एक वर्ग कहलाने लगा।

शेष – मुंबई के नापित{नाई} जाति अपने को शेष {अनंत शेष} का वंशज बताते हैं। कई जातियाँ और वंश अपने को नागवंशी कहते हैं ,और नागों की पूजा करते हैं।

हूण- हूण एक हुमक्कड़ जाति के लोग थे ,जो बाहर से आए थे। पंजाबियों में अभी भी हूण उपनाम देखने को मिलता है।

खन्ना –पंजाब के एक गाँव का नाम है ,वहाँ के निवासी इस का प्रयोग करते हैं।

मालवीय –मालवा के होने के कारण पंडित मदन मोहन मालवीय ने इसे अपना उपनाम बना लिया।

झुञ्झूनु के निवासी झुञ्झुन वाला हो गए।

नेहरू –नहर के किनारे रहने के कारण नेहरू नाम पड़ गया।

गंध {सुगंधित पदार्थ} बेचने वाला गांधी।

कपड़ा का व्यापारी कापड़िया कहलाता है।

सेंध मारने का औज़ार बनाने वाला संधावा {ऐसा मैंने हाल में ही एक पंजाबी कहानी में पढ़ा है}

इसी प्रकार राजतंत्र के समय के बहुत सारे पद जाति वाचक बन गए ,खजाना का काम देखने वाला खजांची कहलाया ,और दीवान का पद सम्हालने वाला दीवान।

चित्रा गुप्त के वंशज जो विभिन्न भागों में रोजी रोटी के लिए चले गए ,उनके उपनाम भी भिन्न हो गए ,श्रावस्ती से निकालने वाले श्रीवास्तव ,और मथुरा वाले माथुर {कायस्थों में}

वैद्य का काम करने वाले वैद्य कहलाते रहे।

इस विषय पर और भी तलाश जारी है ,और समय पर इसे पूरा किया जा सकेगा ऐसा उम्मीद भी है ,मगर

यह वास्तव मे कितना महत्व पूर्ण तथ्य है कि प्राचीन काल में ,या मध्य काल में या किसी भी इस वैज्ञानिक [?] काल से पहले के समय में ,उपनाम से न केवल लोगों के वृति का पता चलता था ,बल्कि उनके मूल का भी पता चल जाता था।

 

अलवार – दक्षिण भारत की उपासक परंपरा से ज्ञात होता है कि अति प्राचीन काल से उस प्रांत में हरी भक्ति का प्रचार था। ये अलवार श्री वैष्णव संप्रदाय के शिक्षक माने जाते हैं।

आंगिरस –यह आंगिरस परिवार की उपाधि है जिसे बहुत से आचार्यों ने ग्रहण किया है।

गिरि- गिरि अथवा पर्वत हिन्दू धर्म में बड़े पवित्र माने गए हैं।

दास –ऋग्वेद में दस्यु के सदृश दासों को भी देवों का शत्रु कहा गया है। मनुस्मृति के अनुसार सात प्रकार के दास होते थे ,युद्ध में बंदी बनाया हुआ ,जीविका के लिए स्वयं समर्पित ,अपने घर में दास से उत्पन्न ,क्रय किया हुआ ,दान में प्राप्त ,उत्तराधिकार में प्राप्त ,और विधि से दंडित।

दीक्षित –यज्ञानुष्ठान की दीक्षा लेने वाला।

पंडित- यह एक विरुद है। पंडित का प्रयोग सर्व प्रथम उपनिषदों में हुआ है। यह विरुद ब्रांहनों और अन्य वर्गों के विद्वानों के नाम के पूर्व लगाने की प्रथा थी।

पुरी- आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित दस नामी सन्यासियों की एक शाखा। कुछ विद्वानों के विचार से ईश्वरपुरी जैसे वैष्णव संतों द्वारा जगन्नाथपुरी में अधिकांश भजन साधन किया गया था ,इसलिए उनका उपनाम पुरी प्रसिद्ध हो गया।

पुरोहित –पुरोहित को पुरोधा भी कहते हैं। इसका प्रथम कार्य किसी राजा या सम्पन्न परिवार का यज्ञ या धार्मिक कार्य सम्पन्न करना होता था।

गोस्वामी – एक धार्मिक व्यक्ति ,जिसने अपनी इंद्रिय पर विजय प्राप्त कर ली हो ,वही वास्तव में गोस्वामी है। गौण रूप से गोस्वामी {गोसाईं} उन गृहस्थों को भी कहते हैं ,जो पुनः विवाह कर लेने वाले विरक्त साधू संतों के वंशज हैं।

वैसे तो प्राचीन धर्म ग्रन्थों के अनुसार सभी ब्रामहन शर्मा {शर्मन्ह} कहलाते हैं मगर उनके उपनाम समय और काल के अनुसार बदलते रहे।

बंगाल के ब्रांहनों के उपनाम वंश या गोत्र पर होता था। लेकिन कुछ नाम आलंकारिक या उपाधि स्वरूप भी होता है ,जैसे चक्रवर्ती ,या भट्टाचार्य।

उड़ीसा में बहुत से नाम काम और जाति सूचक है। आचार्य ,कर ,सबत ,पति ,मिश्र,मूँड, साहू ,द्विवेदी ,त्रिवेदी ,सारंगी ,रथ ,पंडा

सत्पथी ,बेहेरा,पाणिग्रही ,मुनि आदि।

महाराष्ट्र में उपनाम की भरमार है और जरा जरा सा शब्दों के हेर फेर करने से पहचान ही बदल जाती है। वैसे वहाँ पर अत्री ,भारद्वाज ,गर्ग ,कश्यप ,कौंडिल,कौशिक ,जमदग्नि ,शांडिल्य, सावंक ,और वशिष्ठ ,इन 15 ऋषियों के वंशज का उपनाम भोले ,डांगे,करुलकर ,पिंपुटकर ,भटलेकर ,देवधेकर ,भड्साव्ले,तेरेदेसाई  ,निंबार्क ,वीरकर ,घोंडसे ,जोशी ,जूनेकर ,मूले,पडवाले ,शितपऔर सोबलकर है। वहाँ भी बहुत से उपनाम उनके मूल निवास स्थान को दर्शाता है। कर्म जो बाद मे पहचान बन गई जैसे माली का उपनाम –अम्बेकर ,अनालंग ,भुजबल ,बोरादे,चौधरी ,हज़ारे ,शिंदे ,लोखण्डे ,मूलेआदि ,यहाँ पर बहुत दुविधा दिखाई पड़ती है यह अपने आप मे एक गहन शोध का सुंदर विषय हैक्योंकि कुछ जातियाँ देशस्थ हैं ,कुछ बाहर से भी आए हैं।

बहुत से उपनाम सुनकर ही पता चल जाता है कि वे देश के किस हिस्से का प्रतिनिधित्व करतेहैं।

जैसे ,लूथरा ,बत्रा ,खत्री ,सूद ,जिंदल ,कपूर ,सचदेव ,चड्ढा ,जौहर ,मल्होत्रा आदि पंजाब के कहलाते हैं।

मलिक,दहिया ,देशवाल ,शौकीन ,बलहारा दवास ,खर्ब आदि हरियाणा के होते हैं।

पाठक ,झा ,सिन्हा ,शाही ,पासवान ,आदि बिहार के होते हैं।एक जगह मैंने देखा कि पासबान का अर्थ चौकीदारी या रखवाली करने वाला होता है।

सिंह ,शर्मा ,चौधरी कहीं के भी हो सकते हैं।

असम में बरुआ ,चौधरी ,दत्ता। लोग गोत्र को भी अपना उपनाम बनाते हैं। अहोम समुदाय के लोग प्राचीन काल के अहोम राजाओं द्वारा दी गई उपाधिओं को भी अपना उपनाम बनाते रहे हैं ,जैसे सैकिया सौ सिपाहियों का कमांडर होता था ,इसी प्रकार एक हजार से ऊपर सैनिक का कमांडर हजारिका होता था।

इसी तरह मंडल शब्द की उत्पत्ति मोरोल से हुई है जिसको गाँव का प्रमुख कहा जाता था। मंडल का संबंध अफ्रीका के मंडेला से भी बताया जाता है।

पेशे ,उपाधियाँ ,मूल स्थान आदि शब्द उपनाम मे प्रायः देश के हर भाग में जुड़ गया था।

गोष्टीपति जो एक पद था ,बाद में घोसाल बना। घोस्ठो – घोस- गोप –सदगोप-यादव ये सभी ग्वाले का काम करते थे।

मुखोती ,संस्कृत में मुखोपध्याय बना जो अंगरेजी में मुखर्जी हुआ। गांगल जो संस्कृत में गंगोपाध्याय ,अंगरेजी में गांगुली कहलाने लगा।

बंदो घाटी के निवासी बरुज्जीए ,जो संस्कृत में बंदोपाध्याय और अंगरेजी में बनर्जी हो गए।

बागची – बागचा गाँव के निवासी हुए।

भादुर गाँव वाले भादुडी ,लोहोरी गाँव के निवासी लाहीड़ी,और मोहित गाँव वाले मोईत्रा।

सन्याल -सेन लाल गाँव के निवासी कहलाए।

कश्मीरी उपनाम ,आग़ा ,दफ्तरी ,काज़ी ,दरबारी ,दुर्रानी ,वज़ीर ,जुत्सी,सोपौरी,राज़दान टिकु,,जो हिन्दू और मुस्लिम दोनों में प्रचलित है।

राणा ,पटेल ,श्रौफ ,सोनी ,मेहता ,जानी ,मोदी ,देसाई ,पारेख ,मिस्त्री ,भंसाली गुजरात के। वहाँ भी बहुत से व्यापारिक समुदायों का उपनाम उनके व्यवसाय पर आधारित है।

देशपांडे ,कुलकर्णी ,वानखेड़ ,कदम ,पाटिल आदि से महाराष्ट्र का आभास होता है। कहा जाता है कि मराठियों का अंत का नाम और मूल ऐसा दस्तावेज़ है जो सौ वर्ष से पुराना इतिहास की दास्तान कहती है।

कोंकणी नाम –माल्या ,केरकर आदि है। कोंकण के अधिकांश उपनाम पुर्तगाली से आया है। जैसे –फर्नांडीस ,पेरेरा ,शूजा,आदि।

बहुत से रोमन कैथोलिक ब्रामहन जाति धर्मांतरण से पहले का अपना मौलिक उपनाम प्रयोग करते हैं जैसे –शेनोय ,नायक ,पाई ,शेट ,प्रभु ,भट आदि।

आंध्रप्रदेश और तेलंगाना मे रेड्डी ,राजू ,चौधरी ,कुमार ,बाबू ,आदि सामान्य है। जिन परिवारों का नाम पल्ले या पल्ली से समाप्त होता है , वहाँ पर सम्राट अशोक से पहले का जैन समय का द्योतक हैं।

प्रेगाड़े {जैसे कन्नड में हेगड़े }का मतलब मंत्री या वैदिक कर्म पूरा करने वाला होता है।

कर्नाटक में ,राव ,पाटिल ,गौड़ा ,अडिया शेट्टी जैसे उपनाम प्रचलित हैं ,वहीं केरल में मेनन ,नायर ,नाम्बियार ,कुरूप ,पणिकर,आदि हैं।

दक्षिण भारत में  लोग अपने पैतृक गौव या शहर का नाम जोड़ लेते हैं ,महिलाएं पिता का नाम।

उधर नाम इस प्रकार से लिखा जाता है ,पिता का नाम +माता का नाम + दिया हुआ नाम ,या गाँव का नाम +पिता का नाम +दिया हुआ नाम। पहले तमिलनाडु में माता का नाम लिखना अनिवार्य नहीं था ,मगर अब यह अनिवार्य कर दिया गया है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि जातिवाद को दूर करने के लिए वहाँ के लोग उपनाम नहीं लगाते। खैर,ये सब शोध का विषय है ,जिसका वर्णन यहाँ पर उचित नहीं दिखता।

कुछ उपनाम शिक्षा की उपाधि पर भी निर्भर करता है ,जैसे शास्त्री ,आचार्य , वेदालंकार आदि।

कुछ सुल्तानों ,सम्राटों ने अपने को कुछ अलग नाम से संबोधित करवाया ,जैसे प्रियदर्शी अशोक , शाहजहाँ ,आदि .।

मल्लिका ए तरन्नुम की उपाधि नूरजहाँ {गायिका} को किसी पत्रिका वाले ने दे दिया था। रवींद्र नाथ को अंगरेजों ने टैगोर की उपाधि दे दी थी। मगर ये उपनाम नहीं है ,मात्र व्यक्ति विशेष का अलंकार है मगर टैगोर उनका पारिवारिक नाम बन गया है।

अपने साहित्यिक उपनाम को भी कभी कभी परिवार का उपनाम बना लिया जाता है ,जैसे हरिवंश राय बच्चन ने किया।

वस्तुतः नाम या उपनाम का अध्ययन करना भारतीय इतिहास के महासमन्दर में गोता लगाना है। हर आदमी अपना अतीत जानना चाहता है ,और इससे बढ़ कर और कौन सा दस्तावेज़ हो सकता है भला। तभी तो मौरिशश ,सूरी नाम ,फ़िजी आदि गए लोगों के संतति इसी उपनाम की पुंछ पकड़ कर अपने मूल तक पहुँचने में सफल हुए हैं।

कामिनी कामायनी ॥

COMMENTS

BLOGGER
नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: कामिनी कामायनी का आलेख - हम भारतीयों के उपनामों की उत्पत्ति
कामिनी कामायनी का आलेख - हम भारतीयों के उपनामों की उत्पत्ति
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjkIWH8rt9y8TQtidQMpsAayGFSts-dXsP9M5e9sXm24F92pNADHFEiI2Dt7XH4_k2guA2e8R3YHwqx2oKmzHaZEpjDoZQ8i_rwYt7dnLpv6P_7kXL0w7FiJ5pfF6TLk3p5bzQc/?imgmax=200
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjkIWH8rt9y8TQtidQMpsAayGFSts-dXsP9M5e9sXm24F92pNADHFEiI2Dt7XH4_k2guA2e8R3YHwqx2oKmzHaZEpjDoZQ8i_rwYt7dnLpv6P_7kXL0w7FiJ5pfF6TLk3p5bzQc/s72-c/?imgmax=200
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2014/12/blog-post_50.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2014/12/blog-post_50.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content