जसबीर चावला की चुनावी चकल्लस और व्यंग्य कविताएँ

SHARE:

चुनावी पाठशाला ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं अमर उठ अब उठ बहुत सोया सो मत रो मत बहुत खोया अब खो मत * बक बक मत कर चख चख मत कर मत मत मत कर मतदान कर ...


image

चुनावी पाठशाला
ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं
अमर उठ
अब उठ
बहुत सोया
सो मत
रो मत
बहुत खोया
अब खो मत
*
बक बक
मत कर
चख चख
मत कर
मत मत
मत कर
मतदान कर
*
अब चल
चाल चल
दल दल
सब दलबदल
छल बल
इनकी करनी
करनी का फल
*
लगा अकल
दे बदल
'मत'-मत बता
औक़ात बता
गत बना
मतदान कर
सरकार बना

ख़ुदा खुदाई और ख़िदमतगार
ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं
ऊपर वाला ख़ुदा नहीं शहर ख़ुदा रखा है
शहर को इन्होंने हर तरफ़ ख़ुदा रखा है

ग़ज़ब की है खुदाई इनकी कहीं चलने से पहले
ख़ुदा बंदे से खुद पूछे बता कहाँ ख़ुदा रखा है

किस तरफ़ से किधर जायें पता वहीं चलता
परेशां यहाँ हर बशर किसने कहाँ ख़ुदा रखा है

देख ली तेरी खुदाई अब इनकी खुदाई देख
इसने खुदा रखा है उसने भी ख़ुदा रखा है

ख़ुदा को ढूँढ़ने निकले ख़ुदा के कुछ नेक बंदे
खुदा की हर राह को इन्होंने ख़ुदा रखा है

ख़बरदार खबर
ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं
बिना खबर के भी
खबर बनती है
बे खबर रहे तो भी
खबर बनती है
*
खबर यह है कि
कोई खबर नहीं
बाखबर हो तो
खबर बनती है
*
खबर की आड़ में
खबर होती है
छुपाओ खबर
खबर बनती है
*
बेपर की भी हो
खबर उड़ती है
ठीये पाये की हो
खबर बनती है
*
खबरों में रहना है
तो फ़ंडा सीखो
इस्तेमाल करो
खबर बनती है
*
खबर से बचना
ख़बरदार रहो
हर लम्हें यहाँ
खबर बनती है

खबरों की मण्डी है हुज़ूर आप बाखबर रहिये
खबर न बन जायें कहीं ओर खबर भी ना हो

आयोग और संहिता
ंंंंंंंंंंंंंंंंं
आग लगी है
आ नहीं सकते
आचार संहिता लगी है

हलो हलो
कहाँ लगी है
चुनाव आयोग

आ ही नहीं सकते
आयोग ने ही
संहिता बनाई है

भगोड़ा सांई
ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं
सूरत पुलिस
क्यों नहीं
सम्पर्क करती
ढूंढने के लिये
भगोड़े सांई को
उनसे

तीनों लोकों में
वीणा बजाते
दिन रात
पुकार लगाते
हमारे अपने
नारद मुनि से

जो जानते हैं
कहाँ है नारायण
नारायण नारायण
मनुहार करें
कहें तो ज़रा
दिल से

और एक वैचारिक कविता : हम बँट चुके हैं
ंंंंंंंंंंंंंंंं
हम बँट चुके
एकता दिखावा
मुल्लमा / छद्म है
कलई हर बार उतर जाती
हवा के हल्के झोंके से
*
वैचारिक ही नहीं
मानसिक रूप से बँटे
वैचारिक में विचार होता है
हमारी एकजुटता
लहसुन की गाँठ
क्षणिक दबाव
खंड खंड
बिखरती फाँके
*
बलात् बँटवारा
इतिहास संस्कृति का
ये और वे की भाषा
भौगोलिक सीमांकन
मोहल्ले जातियों के सूबे
कालोनियों की सीमा पर पुलिस चौकियाँ
गलियां दुकाने
भौगोलिक इकाईयां
इस / उस समाज का टोला
*
अपने मज़हब का नहीं
नहीं रहेगा मोहल्ले में
मकान से बेदख़ल करो
मैं भी डरता हूँ
रहना चाहता हूँ यार की गली में
रह नहीं सकता
*
संस्कृति / भाषा भूषा बंटी
दिमाग़ बँटे
रिश्ते बँटे / भाईचारा बँटा
काम बँटे
संवेदनाएँ अलग
पीड़ा अलग
*
हम भोले हैं
अनेकता में एकता कह देते
सतत कर्मकांड
मंचों से ताली बजती
क्या सचमुच एक हैं हम
कह दो
कि ग़लत हूँ मैं
***
जसबीर चावला की सामाजिक- राजनीितक विद्रूप पर चोट करती कविताएँ 

विक्रम बेताल और भ्रूण
ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं
विक्रम ने हठ न छोड़ा
बेताल को लाद लिया कंधे
बेताल बोला हिंस्र हैं जंगल
चलेंगे शहर के रस्ते
बिखरें / तैर रहे थे जहाँ
परियों / तितलियों के पंख
लटके मासूम सपने
किलकारियों की गूँजे
गुड़ियाओं के टूटे अंग
सोनोग्राफी की दुकानें
भ्रूण का लिंग परिक्षण नहीं होता
नन्हें हाथों के रक्तरंजित छापों से भरी
चिकित्सालयों की दीवारें
सिसकती लोरियाँ
नन्ही सी परी मेरी लाड़ली
चंदन का पलना रेशम की डोरी
चिर निद्रा में सोई राजकुमारियाँ
हाथों से गला घोंटती / अफ़ीम चटाती दाईयां
गा रही नये ज़माने की लोरियाँ
लली ऊपर जईयो
लला को भेज दीजो
*
बेताल ने सब दिखाया
बता रास्ता कौन अच्छा है
विक्रम काँप गया
क्रूर हैं शहर
जंगल नहीं मारता अजन्मे
शव फिर उड़ा
पेड़ पर लटक गया
लटक गये थे तब तक जहाँ
हज़ारों नये कन्या भ्रूण
***
विक्रम बेताल की आख़री कहानी
ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं
विक्रम ने फिर हठ न छोड़ा
इसके पूर्व बेताल से सुन चुका था
पच्चिस कहानियाँ
अलग अलग
कहानी सुना बेताल कहता
सिर टुकड़े हो जायेगा उसका
प्रश्न का ठीक उत्तर न दिया उसने
बेताल उड़ता हर बार
पेड़ पर लटक जाता
*
विक्रम बोला
बारी ख़त्म हुई तुम्हारी
सुना चुके पच्चिस कहानियाँ
घिसी पिटी
इस राजा / साहूकार की
रूपवती सुंदरीयों की
बहुत बोर किया
सुनता रहा
अब मेरी बारी
ठीक उत्तर मिला
दिला दूँगा शव से मुक्ति
ज़िंदा हो मनुष्य बन जाओगे
आर्यावर्त में रह पाओगे
*
सुन शव रोने लगा
किसी प्रश्न का उत्तर दूँगा नहीं तुम्हारे
ज़िंदा शव बनने से अच्छा है
बेताल शव ही रहूँ
मुझे नहीं जीना
*
कहा बेताल ने
उड़ा
पेड़ पर लटक गया फिर से
अब विक्रम ने भी
हठ छोड़ दिया
***
बोनों का इतिहास
ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं
बोने क़द से नहीं
दिमाग़ और मन से हैं
इतिहास में सेंध
अपनी नग्नता / दारिद्रय छुपाते
ढूँढते गलियां
जहाँ से घुस सकें
कर सकें अपनी दावेदारी
इतिहास के चमकते पन्नों पर
आगे करते
प्रतीक / नायक
चुराते पुण्य / ख्याति
हरते संताई
करते वार / उनकी ़आड़
झूठ पर झूट
हाँ नंगो का भी अतीत होता है
और बोनो का भी इतिहास
***
इतिहास का प्रहसन
ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं
टीवी में बिछी
अतीत की बिछात
रची रणभूमि
कुछ कुटिलों ने हथियार उठाये
जो इतिहास की परीधि तक में न थे
स्वंयम कभी
वे इतिहास पुरूषों को जगाने लगे
आरती गाने लगे
हाथों में थमा दी तलवारें नायकों के
जो नायक बैठे एक जाजम
बहस / विमर्श करते
वैमनस्य से परे
वर्तमान में कठपुतली बना
भाँजने लगे / वार करने लगे
अख़बारी पन्नों पर
एक दूसरे पर
बेचारे दिवंगत नायक
**
इतिहास तो इतिहास है
प्रहसन नहीं
अतीत में जाकर
मिटाने से मिटता नहीं
न पराजित होता
मस्खरों की लीला से
***
अरुण दीपिका के नाम:हे राम
ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं
प्रिय अरुण गोविल / दीपिका चिखलिया
मैं प्रशंसक हूँ दोनों के अभिनय का
जो निभाया
धारावाहिक रामायण में
राम सीता बनकर
*
पर परेशान भी हूँ
अब सपने में राम नज़र नहीं आते
न सीता मैया नज़र आती
जब मूँदता हूँ आंखे
तुम दोनों ही नजर आते हो
राम सीता बनकर
*
मैं पहले बुरी तरह छला गया हूँ
राम छीना गया मुझसे
मेरा राम सौम्य था
मर्यादा पुरुषोत्तम
चित्रों में एक और माता जानकी
भाई लक्ष्मण
चरणों में हनुमान
कभी हनुमान के सीने में राम सीता
फिर मुलगांवकर के केलेन्डर अाये
घर घर में छाये
भगवानों के चित्र बने सेक्सी
देवी देवताओं ने शालीन वस्त्र छोड़े
चटख नायलोन के झीने पहने
*
फिर रचे गये एक और राम
हाथ में धनुष
आक्रामक मुद्रा में कूच करते
जनमानस में रोपे गये
गली चौराहों
कटआउट लगे
बाहर सब राममय हो गया
अंदर के राम निकल गये
*
अब याद करूँ
किस छवि के राम
मुझसे छीना गया है मेरा राम
छला गया है / छला जा रहा
सबको राम का वास्ता
राम के लिये
राम न छीनों
लौटा सको तो लौटा दो
मेरा राम
मर्यादा पुरुषोत्तम
करूणामय राम
हे राम
***
चिंता
ंंंंंंंंंंं
क्यों चिंतित हैं
आप ही हरदम
सुनता हूँ जब भी
बढ़ जाती
और भी चिंता
इन्हें भी
कोई चिंता नहीं
***
युद्ध की मानसिकता इन दिनों
ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं
क्या तुम्हें लगता नहीं
हम / देश जी रहा
सतत युद्ध की मानसिकता में
दनादन दगते गोले
शब्दों / कटाक्ष के
चलते रहते ज़हर बुझे तीर / तलवार
इन दिनों
*
बंट गये / बाँटे गये हम
असुविधा / सुविधानुसार
सेनाओं / उप सेनाओं में
आप असहमत हैं मुझ से
मित्र नहीं शत्रु है
आप कलिंग के हैं
या अशोक की और
कौरव हैं या पांडव
निरंतर महाभारत घट रहा
देश कुरुक्षेत्र
इन दिनों
*
बेजरुरत हिंसक
विचार में व्यव्हार में
हिंदू हैं या मुसलमान / सिख या ईसाई
और कोई कालम नहीं काग़ज़ पर
जहाँ बेख़ौफ़ होकर लिख सकें
शब्द इंसान
इन दिनों
*
हुंकार रैली / महारेली
शंखनाद रेली
चित्कार / फुत्कार / धिक्कार दिवस
थू थू रेली / स्वाभिमान रेली
रेलीयों की रेलमपेली
इन दिनों
*
आप पंचायत / खाप पंचायत
महा पंचायत
महामृत्युजंय जाप पंचायत
जय घोष
देश में हांका
तुरही नाद / नगाड़े
युद्ध / युद्धोन्माद नहीं तो क्या
कौन सुने तूती की आवाज़
इन दिनों
*
आइने में देखता हूँ
जब जब अपना चेहरा
घबरा जाता हूँ
हिंस्र होता जाता है
मेरी भी आँखें लाल / माथे पर बल
भृकुटि तनी रहती है
इन दिनों
***
सपने ओर सोना
ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं
बचपन से सुनते आये थे
सपने देखो
सपने देखने लगे
नींद भी अच्छी आती थी
*
फिर राष्ट्रपति कलाम ने कहा
बड़े सपने देखो
बड़े सपने देखे
*
साधू शोभन ने ओर बड़ा सपना दिखाया
डोंडीयाखेड़ा में सौ टन सोना दबा है
खुदाई कर ले जाओ
दिन में भी सपने देखने लगे
*
जब शोभन ने कहा
फ़लाँ जगह पच्चिस सौ टन सोना दबा है
नींद खुल गई
बेचेन हो गये
करवटे बदलते हैं
बिस्तर पर सोना चाहते
रात दिन नींद नहीं आती
सोना तो क्या सोना भी गया
अब सपने क्या ख़ाक देखें

COMMENTS

BLOGGER
नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: जसबीर चावला की चुनावी चकल्लस और व्यंग्य कविताएँ
जसबीर चावला की चुनावी चकल्लस और व्यंग्य कविताएँ
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEigTZqPVEq8di5pEVWrfNE39ukNa8OPoatbONTnkGrdPM7AeZ1pQABHk1-muxPMFV4-ttQsKnXhwG2ASjcnOUXtvftwT-VfDkBtmVO3rZStgqIfT5KKcO8TdTZoZ05vDiaW0ENg/?imgmax=800
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEigTZqPVEq8di5pEVWrfNE39ukNa8OPoatbONTnkGrdPM7AeZ1pQABHk1-muxPMFV4-ttQsKnXhwG2ASjcnOUXtvftwT-VfDkBtmVO3rZStgqIfT5KKcO8TdTZoZ05vDiaW0ENg/s72-c/?imgmax=800
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2013/11/blog-post_4579.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2013/11/blog-post_4579.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content