एस. के. पाण्डेय का व्यंग्य - चुनाव के पहले और चुनाव के बाद....

SHARE:

चिम्मनलालजी अपनी पार्टी-‘एसकेएपी’ यानी ‘सबकुछ अपना पार्टी’ के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए बोल रहे थे कि ह...

ज्ञानेन्द्र टहनगुरिया

चिम्मनलालजी अपनी पार्टी-‘एसकेएपी’ यानी ‘सबकुछ अपना पार्टी’ के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए बोल रहे थे कि हमारे पास आगामी चुनाव के पहले सिर्फ एक वर्ष का ही समय शेष रह गया है। अतः हम सबको सारे आपसी मतभेद भुला करके काम करना है। हमें मालूम है कि हमारे बीच मतभेद और भेद दोनों है। फिर भी जनता का मत एक हो यानी ‘एसकेएपी’ के पक्ष में मतदान हो, इसलिए हमें कुछ भी करना है। यदि अब भी नहीं करेगे तो कब करेंगे। यही पीक टाइम है। अगर अब भी चूक गए तो समझो पाँच साल के लिए चूक गए।

सभी लोग चाहे जिस क्षेत्र के हों। चाहे जिस विभाग से सम्बद्ध हों, कान खोलकर सुन लें कि यह समय आराम करने का नहीं है, कमाने का नहीं है, बटोरने का नहीं है। खर्च करने का है। दिमाग, धन-बल जो भी है सब। चोर भी समय पड़ने पर लूटे हुए को लुटा देते हैं और हम लोग तो नेता हैं। यह समय हाथ पर हाथ धरे बैठने का नहीं है। बल्कि दौड़ने का है। सभी क्षेत्रों का दौरा करो। जहाँ से आपलोग चुनाव जीतकर आये हैं, उसे याद कीजिए। वहाँ जाना ज्यादा मुश्किल हो तो उस क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ जाओ तो रास्ते मैं भटकना नहीं पड़ेगा। सिर्फ कुछ ही दिनों की तो बात है। उसके बाद तो फुर्सत ही फुर्सत होगी।

किसी ने कहा नेता जी अबकी बार कोई ऐसा विधेयक पास करवा दीजिए जिससे चुनाव होना हो तो मार्च के अंत तक हो जाया करे। जून में चुनाव होने से गर्मी में जबरन दौड़ धूप करना पड़ता है। एक-दो महीने तो दिन रात एक कर देना पड़ता है। जो सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होता है। गर्म हवा और लूक तथा पैंतालीस से पचास डिग्री का पारा सहकर बाहर निकला नहीं जाता। चिरोंजीलाल बोले कि पूर्ण बहुमत में आने तो दीजिए। उसके बाद हम ऐसी सभी समस्याओं पर विचार करेंगे।

नेता जी आगे बोले कि नई-नई कुछ योजनाओं की हम घोषणा करने वाले हैं। लाखों रिक्तियों को भरने के लिए विज्ञापन निकाल रहे हैं। जिन विभागों में कोई भी रिक्त स्थान नहीं है। उनमें भी रिक्त पद निकालें जायेंगे। चुनाव के बाद ऐसे विज्ञापन रद्द कर दियें जायेंगे। राजनीति में यह सब तो चलता ही रहता है। विज्ञापन निकलना और रद्द होना लोकतंत्र में आम बात है। और तो और परीक्षायें भी सम्पन्न कराई जा सकती हैं। लेकिन परिणाम वही खटाई में। खोदा पहाड़ निकली चुहिया। बेरोजगारों में नवजीवन जगाने के लिए, उन्हें ढाढस बँधाने के लिए। कुछ न कुछ करना हमारा कर्तव्य भी बनता है। इसी बहाने उनमें कुछ करने का हौसला आता है। कम से कम विज्ञापन की फीस का जुगाड़ करना सीखते हैं।

कुछ आवश्यक चीजों के दाम जो हम अब तक बढ़ाते आयें हैं। अब थोड़ा कम करना चाहते हैं। बेचारी जनता मँहगाई के बोझ से दबी जा रही है। थोड़ी सी राहत पाकर उसके जान में जान आएगी और वह अनजान होकर एसकेएपी के लिए मतदान करेगी।

जिन गावों में आठ घंटे भी बिजली नहीं रहती। उनमें अठारह घंटे सप्लाई होगी। और जिन शहरों में चार घंटे की कटौती होती हैं। वहाँ चौबीस घंटे बिजली दी जायेगी।

जो सड़कें वर्षों से टूटी हैं। उन पर जल्द ही काम चालू कर दिया जायेगा। कुछ नई सड़कों का भी नक्शा पास करवा रहे हैं। इन्हें बनवाएंगे नहीं। बस दो-दो महीने पर जाँच-पड़ताल होती रहेगी। और चुनाव बीत जायेगा।

किसी ने कहा कि नेता जी जो काम पिछले चार साल में नहीं हुआ। उसे आप केवल एक साल में कैसे पूरा कर देंगे ? नेता जी बोले पूरा कौन कर रहा है ? हम शुरुआत कर रहे हैं। चिरौंजीलाल जी समझाते हुए बोले जो काम हमें चार साल पहले शुरू करना चाहिए था। उसे हम आज शुरू करने जा रहे हैं। बस इतना ही है। आप लोग परेशान मत हों। यह समझ कर कुछ कर दिखाओ कि चुनाव एक साल बाद नहीं, बल्कि एक महीने बाद ही है। अभी तक जो प्रमुख काम हमने किया है वह है वस्तुओं की मूल्य बृद्धि और आज पहली बार घटाने का निर्णय ले रहे हैं।

किसी ने कहा इससे हमारे बजट में असंतुलन की स्थिति आ जायेगी। उससे कैसे निपटा जायेगा। चिरौंजीलालजी बोले कि  वस्तुओं का मूल्य हम मजबूरी में घटा रहे हैं। वैसे हम इस स्थिति में हैं नहीं। वस्तुतः हमें कम से कम दो रूपये हर जरूरत वाली चीजों के मूल्यों में इसी वक्त बढ़ा देना चाहिए। परन्तु अब ऐसा न करके चुनाव के बाद दो के जगह चार बढ़ा देंगे तो सूत और ब्याज सब वापस हो जायेगा।

चिम्मनलालजी एसकेएपी के बरिष्ठ नेता तिवारी जी से बोले हमने एजेंडा बनाने के लिए एक समित बनाई है। जिसका दारोमदार आपके ऊपर ही होगा। आपलोग ‘न भूतो न भविष्यते’ के तर्ज पर एक ऐसा एजेंडा तैयार करवाइए कि जिसे देखकर विरोधियों के दांत खट्टे हो जाएँ और जनता चार साल के सारे गम भुलाकर एसकेएपी को सिर पर बिठा ले। किसी ने पूछा कि क्या पिछले चुनाव के एजेंडे से इसमें कुछ शामिल कर सकते हैं ? चिम्मनलालजी बोले हर नई सरकार का नया एजेंडा होता है। पुराने एजेंडा में क्या था क्या नहीं था ? यह अब किसे याद है ? चुनाव के बाद इतनी व्यस्तता आ जाती है कि किसी को भी उसे देखने की फुर्सत ही नहीं मिलती। एजेंडे की जरूरत चुनाव से पहले होती है। और चुनाव के पहले की कोई भी बात अथवा चीज का चुनाव जीतने के बाद कोई खास मतलब नहीं रह जाता।

चिम्मनलालजी आगे बोले चुनाव प्रचार में भी हमें दिल खोलकर खर्च करना है। मकसद सिर्फ चुनाव जीतना है। इसके लिए कुछ भी करेंगे। एड़ी से चोटी तक का जोर लगा देंगे। यह सब सुनकर किसी कार्यकर्ता ने प्रश्न किया। इन खर्चों की भरपाई कहाँ से होगी ? नेता जी बोले। यह सोचने का समय अभी नहीं है। और चुनाव जीतने के बाद इसके अलावा और कुछ सोचने का समय ही कहाँ रहता है ?

चुनाव के पूर्व घोषित योजनाएं चुनावी योजना कहलाती हैं। चुनाव गर्मी की तरह होता है। जिसके दौरान योजनाओं व वादों रुपी धूल उड़ाई जाती है । यह परम्परा है। लोकतंत्र का अहम हिस्सा है। लेकिन गर्मी के बाद बरसात आती है। यह प्राकृतिक है। और बरसात में धूल खोजने पर भी नहीं मिलती। विभिन्न रास्तों से होता हुए जल समुन्द्र में जा पहुँचता है। जहाँ पहले से ही जल ही जल होता है। इसी तरह लोकतंत्र में भी होता है । जो पहले से भरे हैं वे और भरते जाते हैं।

चुनाव के पहले जो रिक्तता आ जाती है। उसे चुनाव के बाद पूरा कर लिया जाता है। जो दौड़-धूप की जाती है, उसके बदले नेता लोग छककर विश्राम करते हैं। लेकिन चुनाव के पूर्व होने वाले धूल रुपी वादे, वोटों की बरसात हो जाने पर चुनाव के बाद लगभग शांत हो जाते हैं यानी उनका अस्तित्व भी शेष नहीं रह जाता।

---------

डॉ. एस. के. पाण्डेय,

समशापुर (उ. प्र.)।

http://www.sriramprabhukripa.blogspot.com/

*********

(चित्र - ज्ञानेन्द्र टहनगुरिया की कलाकृति)

COMMENTS

BLOGGER: 1
  1. आपकी रचना यहां भ्रमण पर है आप भी घूमते हुए आइये स्‍वागत है
    http://tetalaa.blogspot.com/


    शानदार व्यंग्य्।

    जवाब देंहटाएं
रचनाओं पर आपकी बेबाक समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद.

स्पैम टिप्पणियों (वायरस डाउनलोडर युक्त कड़ियों वाले) की रोकथाम हेतु टिप्पणियों का मॉडरेशन लागू है. अतः आपकी टिप्पणियों को यहाँ प्रकट होने में कुछ समय लग सकता है.

नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: एस. के. पाण्डेय का व्यंग्य - चुनाव के पहले और चुनाव के बाद....
एस. के. पाण्डेय का व्यंग्य - चुनाव के पहले और चुनाव के बाद....
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi3wumuUp-hW0MGyq-v6vdoHjOiVU_ccCju7fBV2W3ZOQX5yK29-7CF3ziGgFGVA7ivCTcMpYITFfgwlwhk474jLUi_02T151q8ptfIkek5B9KtQeSTQWqjVI4n0k4aAj-vv8xM/?imgmax=800
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi3wumuUp-hW0MGyq-v6vdoHjOiVU_ccCju7fBV2W3ZOQX5yK29-7CF3ziGgFGVA7ivCTcMpYITFfgwlwhk474jLUi_02T151q8ptfIkek5B9KtQeSTQWqjVI4n0k4aAj-vv8xM/s72-c/?imgmax=800
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2011/06/blog-post_10.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2011/06/blog-post_10.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content