फिल्म निर्माण की प्रक्रिया - डॉ. विजय शिंदे

SHARE:

लेखक के द्वारा लिखी कहानी से परदे पर उतरनेवाली फिल्म तक की प्रक्रिया बहुत लंबी है। यह प्रक्रिया विविध चरणों, आयामों और संस्कारों से अपने मक...

लेखक के द्वारा लिखी कहानी से परदे पर उतरनेवाली फिल्म तक की प्रक्रिया बहुत लंबी है। यह प्रक्रिया विविध चरणों, आयामों और संस्कारों से अपने मकाम तक पहुंचती है। एक लाईन में बनी फिल्म की कहानी या यूं कहे कि दो-तीन पन्नों में लेखक द्वारा लिखी कहानी को फिल्म में रूपांतरित करना एक प्रकार की खूबसूरत कला है। इस रूपांतर से न केवल लेखक चौकता है बल्कि फिल्म के साथ जुड़ा हर शख्स चौकता है। टूकड़ों-टूकड़ों में बनी फिल्म जब एक साथ जुड़ती है तो एक कहानी का रूप धारण करती है। फिल्मों का इस तरह जुड़ना दर्शकों के दिलों-दिमाग पर राज करता है। लेखक से लिखी कहानी केवल शब्दों के माध्यम से बयान होती है परंतु फिल्म आधुनिक तकनीक के सहारे से ताकतवर और प्रभावी बनती है। "सिनेमा ने परंपरागत कला रूपों के कई पक्षों और उपलब्धियों को आत्मसात कर लिया है – मसलन आधुनिक उपन्यास की तरह यह मनुष्य की भौतिक क्रियाओं को उसके अंतर्मन से जोड़ता है, पेटिंग की तरह संयोजन करता है और छाया तथा प्रकाश की अंतर्क्रियाओं को आंकता है। रंगमंच, साहित्य, चित्रकला, संगीत की सभी सौंदर्यमूलक विशेषताओं और उनकी मौलिकता से सिनेमा आगे निकल गया है। इसका सीधा कारण यह है कि सिनेमा में साहित्य (पटकथा, गीत), चित्रकला (एनीमेटेज कार्टून, बैकड्रॉप्स), चाक्षुष कलाएं और रंगमंच का अनुभव, (अभिनेता, अभिनेत्रियां) और ध्वनिशास्त्र (संवाद, संगीत) आदि शामिल हैं। आधुनिक तकनीक की उपलब्धियों का सीधा लाभ सिनेमा लेता है।" (संदर्भ विकिपिड़िया) यहां हमारा उद्देश्य सिनेमा निर्मिति का संक्षिप्त परिचय करवाना है और इस परिचय के दौरान फिल्म निर्माण के चरण और फिल्म निर्माण की प्रक्रिया अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। यहां हमारा उद्देश्य फिल्म निर्माण की प्रक्रिया किस प्रकार घटित होती है और उसकी प्रमुख सीढ़ियां कौनसी है, इस पर प्रकाश डालना है। इसकी कई छोटी-बड़ी सीढ़ियां है परंतु यहां उसमें से प्रमुख सत्रह सीढ़ियों का संक्षेप में एक क्रम के तहत विवरण है।

1. एक वाक्य की कहानी (One line story)

फिल्म निर्माताओं के सामने कोई व्यक्ति इसी रूप में कहानी को लेकर जाता है। लेखक की कहानी पांच पन्ने की दस पन्ने की या इससे भी बड़ी हो सकती है। कोई उपन्यास या नाटक भी हो सकता है। विषय की विविधता के हिसाब से उसकी लंबाई हो सकती है। परंतु किसी निर्माता को मौखिक तौर पर बताते वक्त उसे कुछ वाक्यों में बयान करना पड़ता है इसे एक वाक्य की कहानी या One line story कहा जाता है। दूसरे शब्दों में इसे आयड़िया या चमकता विचारसूत्र भी कहा जाता है।

2. पूर्ण कहानी बनाने की प्रक्रिया

विचार-सूत्र या एक वाक्य की कहानी को विकसित कर एक पूरी कहानी बनाई जाती है। निर्माता इस कहानी का चयन और आवश्यक परिवर्तन करता है और सबकी स्वीकृति के लिए रखा जाता है। इसे फिल्‍म की कथा कह सकते हैं।

3. पात्रों का चुनाव

कहानी स्वीकृत हो जाने पर उसके अनुकूल मुख्य पात्रों (Hero & Heroines) के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होती है। निर्माता-निर्देशक जिन पात्रों पर मुहर लगाते हैं उनके अनुमति की भी जरूरत होती है, अतः पात्रों के पास कहानी पढ़ने और स्वीकृति के लिए भेजा जाता है। कभी-कभार सबको इकठ्ठा बुलाकर कहानी का मौखिक वाचन होता है। अर्थात् पात्रों के चुनाव के बाद उनकी स्वीकृति प्राप्त होना भी अत्यंत आवश्यक होता है।

4. पटकथा निर्माण

फिल्‍म की कथा को पटकथा में ढाले बिना फिल्‍म निर्माण बड़ा जटिल होता है। पटकथा लेखक या निर्देशक द्वारा कहानी की पटकथा सिनेमा के फिल्‍मांकन के अनुरूप तैयार की जाती है। पटकथा एक नहीं अनेक होती हैं जिसमें कॅमरा परसन और अभिनेताओं समेत सभी जरूरी लोगों के लिए आवश्‍यकता के अनुरूप पटकथाएं तैयार की जाती हैं। पटकथा लिखने के बजाय या फिर उस पर हू-बहू चलने के बजाय वह लगातार बदलती रहती है।

5. संवाद लेखन

पटकथा की तैयारी के साथ-साथ संवाद लेखक का आगमन होता है तथा निर्देशक की सलाह से दृश्‍यों का ध्‍वनिकरण (Spoken Expression) करना तथा इससे जरूरी काट-छांट संभव हो जाती है और इससे पटकथा का नाटकीय विधान तन जाता है, उसमें कसाव पैदा होता है। पटकथा में स्‍पेसीफिक्स यानी समय, जगह और इनड़ोर तथा आउटड़ोर जैसी सूचनाएं होती है।

6. बजट बनाना

निर्माता द्वारा बजट (Budgeting) पर बातचीत तथा बजट के अनुरूप पटकथा का समायोजन एवं बदलाव जरूरी होता है। वास्‍तव में देखें तो बजट पटकथा पर दबाव बनाता है जिसके चलते पटकथा से कई दृश्‍य काट-छांट दिए जाते हैं।

7. फाइनेंसर और वितरक

फाइनेंसर और वितरक इसी दौरान स्‍टोरी सुनने आ जाते हैं। साथ ही वे तय करते हैं कि फिल्‍म में कितने गीत-नृत्‍य होंगे। इन दोनों की भूमिका कई बार निर्देशक की परिकल्‍पना को भी प्रभावित करने लगती है। अभिनेताओं के चयन में हेर-फेर भी इनके चलते कई बार करना पड़ता है।

8. संगीत और गीत

इसी दौरान संगीत निर्देशक के साथ पूरी तकनीकी यूनिट से संपर्क किया जाता है और संगीत और गीत रिकार्डिंग के काम के लिए समझौता (Contract) साइन कर लिया जाता है। कोरियोग्राफी की भूमिका भी जबर्दस्‍त होती है। गीत-नृत्‍य की शूटिंग अलग से की जाती है।

9. शूटिंग, लोकेशन्स और स्टूड़ियो

अभिनेताओं और अभिनेत्रियों की सुविधा के अनुसार शूटिंग की तारीखों और लोकेशन्‍स या स्‍टूड़ियों का निश्‍चय किया जाता है। स्‍टूड़ियो की शूटिंग एक समय सबसे महत्त्वपूर्ण मानी जाती थी लेकिन समानांतर फिल्‍मकारों ने इससे बाहर निकलकर वास्तविक लोकेशन्‍स पर ही फिल्‍मांकन को तवज्‍जोह दी। इसमें रुपयों के लागत (Flow of Money) का भी ध्‍यान रखना पड़ता है। फिल्‍म कैसे और कहां और कितने समय तक शूट की जाएगी यह बहुत कुछ धन की उपलब्‍धता पर भी निर्भर करता है।

10. दृश्य संपादन

शूट की गई फिल्‍म के गैर तराशे अंशों को रशेस कहते हैं। इससे कहानी की क्रमिकता की पहचान की जा सकती है। संपादक तैयार Rushes को देखते हैं और अन्‍य फिल्‍मी हिस्‍सों से मिलान कर उनका संपादन कर लेते हैं। संपादक फिल्‍मों के रफ कट तैयार कर शूटिंग के दौरान निर्देशक को दिखाते चलते हैं और जरूरी बदलावों को उसी समय नोट कर लिया जाता है। फाइनेंसर और डिस्ट्रीब्‍यूटर को ये Rushes दिखाए जाते हैं जिसके आधार पर उनसे आगे पैसा लिया जा सके।

11. लिप-सिंक

अधिकांश एक्‍टर सेट पर ही अपनी रिहर्सल करते हैं और संवादों को वहीं दुहराते हैं। संवादों को बाद में अलग से डब किया जाता है, जिससे शूटिंग के दौरान सिर्फ लिप-सिंक की जरूरत होती है।

12. पार्श्व संगीत और पार्श्व ध्वनियों का रिकॉर्डिंग

संगीत कंपोजर को पूरी फिल्‍म दिखाकर उसका संगीत रिकॉर्ड करवा लिया जाता है। साथ ही, वह पार्श्‍व ध्‍वनियों का भी अभिलेखन (रिकॉर्ड) कर लेता है।

13. डबिंग

संपादक सारी पार्श्‍व ध्‍‍वनियों, संवादों और विशेष ध्‍वनि प्रभावों को फिल्‍म के साथ जोड़ देता है। यह प्रकिया डबिंग कहलाती है। संवादों को डब करने के लिए हीरो और हीरोइन समेत सह अभिनेताओं को कई बार स्‍टूड़ियो आना पड़ता है। डबिंग पूरी होने पर इसे दृश्‍य फिल्‍म के साथ तकनीकी दक्षता से जोड़ दिया जाता है।

14. सेंशर बोर्ड

फिल्‍म सेंशर बोर्ड के पास प्रमाणपत्र लेने हेतु भेजी जाती है और सेंशर द्वारा सुझाए बदलावों को संपादक, निर्देशक की अनुमति से समाहित कर लेता है।

15. रि-रिकॉर्डिंग

पूरी फिल्‍म का पुनर्अभिलेखन (रि-रिकॉर्डिंग) होता है। इस बीच गीतों और टी.वी. शो तथा ट्रेलर आदि के जरिए फिल्‍म दर्शकों में जिज्ञासा जगा चुकी होती है।

16. प्रिंट रिलिज

कर्इ रिलिज प्रिंट तैयार किया जाते हैं। वितरकों को समझौते के अनुसार ये प्रिंट उपलब्‍ध कराए जाते हैं।

17. प्रदर्शन

प्रेस के लिए प्रदर्शन आयोजित किए जाते हैं। इससे प्रिंट मीड़िया में भी फिल्‍म की समीक्षाएं आनी प्रारंभ हो जाती हैं और फिल्‍म दर्शकों को खीचनें में कामयाब होती है। अन्‍य अनेक स्‍तरों मसलन पोस्‍टर आदि द्वारा भी व्‍यापक प्रचार-प्रसार अभियान चलाया जाता है और सिनेमा थिएटरों में फिल्‍म प्रदर्शित कर दी जाती है। (-संदर्भ, डॉ. रामप्रकाश द्विवेदी, फिल्म निर्माण की प्रक्रिया )

सारांश

सिनेमा निर्माण और संघर्ष हमेशा जारी रहता है। यह संघर्ष सिनेमा से जुड़े हर शख्स की जिंदगी का हिस्सा होता है। सिनेमा निर्माताओं के हाथों में सिनेमा निर्माण करना, उसका प्रचार-प्रसार एवं प्रमोशन करना होता है, लेकिन उस सिनेमा की सफलता-असफलता दर्शकों पर निर्भर होती है। अतः फिल्म निर्माण क्षेत्र में केवल निर्मिति करना निर्माण करनेवाले का कार्य है। अगर निर्मिति में त्रूटियां रहेगी, कहानी, पटकथा, संवाद, गीत और संगीत में कमजोरियां रहेगी तो इसका असर फिल्म की कमाई पर होता ही है, साथ ही फिल्म से जुड़े हर व्यक्ति के भविष्य पर भी इसका असर पड़ता है। जिस तरह कोई लेखक किसी उपन्यास या कहानी का निर्माण करता है वैसे ही फिल्म का निर्माण भी होता है। कहानी पहले से लिखी होती है परंतु उस कहानी को फिल्म के भीतर बाजार और दर्शक के हिसाब से ढालना लंबी प्रक्रिया है। इस प्रक्रियां में कई लोग कई कलाओं के साथ जुड़ जाते हैं। इनका समायोजन और मिलाप करना फिल्म निर्मिति क्षेत्र का कौशल माना जाता है।

मूलतः फिल्म निर्मिति का क्षेत्र जितना आसान लगता है उतना आसान नहीं है। सफल फिल्म निर्माण के लिए अच्छे प्लॅनिंग की जरूरत होती है। अपने फिल्म के लिए कौनसे दर्शक आ सकते हैं, उनकी मनोरंजन को लेकर मांगे कौनसी हैं? उनके सपनें और अपेक्षाएं क्या हैं? फिल्म निर्माण से सृजनात्मक मांग कितनी की जा रही है? निर्देशक और निर्माता का तालमेल कितना है? फिल्म का बजट कितना है? जिस फिल्म को बना रहे हैं वह बाजार में टिकेगी या नहीं? उसकी मार्केटिंग पॉलिसी क्या होगी? आदि बातों का ध्यान निर्माताओं को रखना पड़ता है। दुघर्टना का बीमा होता है परंतु फिल्मों के असफल होने का बीमा नहीं होता है, अतः इस बात को ध्यान में रखें तो फिल्म निर्माण बड़ी जोखिम का कार्य होता है। घरों-घरों में आसानी से उपलब्ध टी. वी. मनोरंजन भी फिल्म निर्माण के लिए चुनौती दे रहा है। किसी भी फिल्म के रिलिज होते ही आधुनिक तकनीकों के चलते उसकी पायरसी भी आम बात बन चुकी है जो निर्माण क्षेत्र का नुकसान कर रही है।

संदर्भ ग्रंथ सूची

  1. मानक विशाल हिंदी शब्दकोश (हिंदी-हिंदी) – (सं.) डॉ. शिवप्रसाद भारद्वाज शास्त्री, अशोक प्रकाशन, दिल्ली, परिवर्द्धित संस्करण, 2001.

  2. विकिपिड़िया ई-स्रोत

  3. सिनेमा के चार अध्याय – डॉ. टी. शशिधरन्, वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली, 2014.

  4. हिंदी सिनेमा का सच – (सं.) मृत्युंजय, समकालीन सृजन, कलकत्ता, अंक 17, 1997.

डॉ. विजय शिंदे

देवगिरी महाविद्यालय, औरंगाबाद - 431005 (महाराष्ट्र).

ब्लॉग - साहित्य और समीक्षा डॉ. विजय शिंदे

■■■

COMMENTS

BLOGGER: 1
  1. उपयोगी आलेख. सिनेमा माध्यम के बारे में अच्छी जानकारी मिली. धन्यवाद.

    जवाब देंहटाएं
रचनाओं पर आपकी बेबाक समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद.

स्पैम टिप्पणियों (वायरस डाउनलोडर युक्त कड़ियों वाले) की रोकथाम हेतु टिप्पणियों का मॉडरेशन लागू है. अतः आपकी टिप्पणियों को यहाँ प्रकट होने में कुछ समय लग सकता है.

नाम

 आलेख ,1, कविता ,1, कहानी ,1, व्यंग्य ,1,14 सितम्बर,7,14 september,6,15 अगस्त,4,2 अक्टूबर अक्तूबर,1,अंजनी श्रीवास्तव,1,अंजली काजल,1,अंजली देशपांडे,1,अंबिकादत्त व्यास,1,अखिलेश कुमार भारती,1,अखिलेश सोनी,1,अग्रसेन,1,अजय अरूण,1,अजय वर्मा,1,अजित वडनेरकर,1,अजीत प्रियदर्शी,1,अजीत भारती,1,अनंत वडघणे,1,अनन्त आलोक,1,अनमोल विचार,1,अनामिका,3,अनामी शरण बबल,1,अनिमेष कुमार गुप्ता,1,अनिल कुमार पारा,1,अनिल जनविजय,1,अनुज कुमार आचार्य,5,अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ,1,अनुज खरे,1,अनुपम मिश्र,1,अनूप शुक्ल,14,अपर्णा शर्मा,6,अभिमन्यु,1,अभिषेक ओझा,1,अभिषेक कुमार अम्बर,1,अभिषेक मिश्र,1,अमरपाल सिंह आयुष्कर,2,अमरलाल हिंगोराणी,1,अमित शर्मा,3,अमित शुक्ल,1,अमिय बिन्दु,1,अमृता प्रीतम,1,अरविन्द कुमार खेड़े,5,अरूण देव,1,अरूण माहेश्वरी,1,अर्चना चतुर्वेदी,1,अर्चना वर्मा,2,अर्जुन सिंह नेगी,1,अविनाश त्रिपाठी,1,अशोक गौतम,3,अशोक जैन पोरवाल,14,अशोक शुक्ल,1,अश्विनी कुमार आलोक,1,आई बी अरोड़ा,1,आकांक्षा यादव,1,आचार्य बलवन्त,1,आचार्य शिवपूजन सहाय,1,आजादी,3,आत्मकथा,1,आदित्य प्रचंडिया,1,आनंद टहलरामाणी,1,आनन्द किरण,3,आर. के. नारायण,1,आरकॉम,1,आरती,1,आरिफा एविस,5,आलेख,4288,आलोक कुमार,3,आलोक कुमार सातपुते,1,आवश्यक सूचना!,1,आशीष कुमार त्रिवेदी,5,आशीष श्रीवास्तव,1,आशुतोष,1,आशुतोष शुक्ल,1,इंदु संचेतना,1,इन्दिरा वासवाणी,1,इन्द्रमणि उपाध्याय,1,इन्द्रेश कुमार,1,इलाहाबाद,2,ई-बुक,374,ईबुक,231,ईश्वरचन्द्र,1,उपन्यास,269,उपासना,1,उपासना बेहार,5,उमाशंकर सिंह परमार,1,उमेश चन्द्र सिरसवारी,2,उमेशचन्द्र सिरसवारी,1,उषा छाबड़ा,1,उषा रानी,1,ऋतुराज सिंह कौल,1,ऋषभचरण जैन,1,एम. एम. चन्द्रा,17,एस. एम. चन्द्रा,2,कथासरित्सागर,1,कर्ण,1,कला जगत,113,कलावंती सिंह,1,कल्पना कुलश्रेष्ठ,11,कवि,2,कविता,3239,कहानी,2360,कहानी संग्रह,247,काजल कुमार,7,कान्हा,1,कामिनी कामायनी,5,कार्टून,7,काशीनाथ सिंह,2,किताबी कोना,7,किरन सिंह,1,किशोरी लाल गोस्वामी,1,कुंवर प्रेमिल,1,कुबेर,7,कुमार करन मस्ताना,1,कुसुमलता सिंह,1,कृश्न चन्दर,6,कृष्ण,3,कृष्ण कुमार यादव,1,कृष्ण खटवाणी,1,कृष्ण जन्माष्टमी,5,के. पी. सक्सेना,1,केदारनाथ सिंह,1,कैलाश मंडलोई,3,कैलाश वानखेड़े,1,कैशलेस,1,कैस जौनपुरी,3,क़ैस जौनपुरी,1,कौशल किशोर श्रीवास्तव,1,खिमन मूलाणी,1,गंगा प्रसाद श्रीवास्तव,1,गंगाप्रसाद शर्मा गुणशेखर,1,ग़ज़लें,550,गजानंद प्रसाद देवांगन,2,गजेन्द्र नामदेव,1,गणि राजेन्द्र विजय,1,गणेश चतुर्थी,1,गणेश सिंह,4,गांधी जयंती,1,गिरधारी राम,4,गीत,3,गीता दुबे,1,गीता सिंह,1,गुंजन शर्मा,1,गुडविन मसीह,2,गुनो सामताणी,1,गुरदयाल सिंह,1,गोरख प्रभाकर काकडे,1,गोवर्धन यादव,1,गोविन्द वल्लभ पंत,1,गोविन्द सेन,5,चंद्रकला त्रिपाठी,1,चंद्रलेखा,1,चतुष्पदी,1,चन्द्रकिशोर जायसवाल,1,चन्द्रकुमार जैन,6,चाँद पत्रिका,1,चिकित्सा शिविर,1,चुटकुला,71,ज़कीया ज़ुबैरी,1,जगदीप सिंह दाँगी,1,जयचन्द प्रजापति कक्कूजी,2,जयश्री जाजू,4,जयश्री राय,1,जया जादवानी,1,जवाहरलाल कौल,1,जसबीर चावला,1,जावेद अनीस,8,जीवंत प्रसारण,141,जीवनी,1,जीशान हैदर जैदी,1,जुगलबंदी,5,जुनैद अंसारी,1,जैक लंडन,1,ज्ञान चतुर्वेदी,2,ज्योति अग्रवाल,1,टेकचंद,1,ठाकुर प्रसाद सिंह,1,तकनीक,32,तक्षक,1,तनूजा चौधरी,1,तरुण भटनागर,1,तरूण कु सोनी तन्वीर,1,ताराशंकर बंद्योपाध्याय,1,तीर्थ चांदवाणी,1,तुलसीराम,1,तेजेन्द्र शर्मा,2,तेवर,1,तेवरी,8,त्रिलोचन,8,दामोदर दत्त दीक्षित,1,दिनेश बैस,6,दिलबाग सिंह विर्क,1,दिलीप भाटिया,1,दिविक रमेश,1,दीपक आचार्य,48,दुर्गाष्टमी,1,देवी नागरानी,20,देवेन्द्र कुमार मिश्रा,2,देवेन्द्र पाठक महरूम,1,दोहे,1,धर्मेन्द्र निर्मल,2,धर्मेन्द्र राजमंगल,1,नइमत गुलची,1,नजीर नज़ीर अकबराबादी,1,नन्दलाल भारती,2,नरेंद्र शुक्ल,2,नरेन्द्र कुमार आर्य,1,नरेन्द्र कोहली,2,नरेन्‍द्रकुमार मेहता,9,नलिनी मिश्र,1,नवदुर्गा,1,नवरात्रि,1,नागार्जुन,1,नाटक,152,नामवर सिंह,1,निबंध,3,नियम,1,निर्मल गुप्ता,2,नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’,1,नीरज खरे,1,नीलम महेंद्र,1,नीला प्रसाद,1,पंकज प्रखर,4,पंकज मित्र,2,पंकज शुक्ला,1,पंकज सुबीर,3,परसाई,1,परसाईं,1,परिहास,4,पल्लव,1,पल्लवी त्रिवेदी,2,पवन तिवारी,2,पाक कला,23,पाठकीय,62,पालगुम्मि पद्मराजू,1,पुनर्वसु जोशी,9,पूजा उपाध्याय,2,पोपटी हीरानंदाणी,1,पौराणिक,1,प्रज्ञा,1,प्रताप सहगल,1,प्रतिभा,1,प्रतिभा सक्सेना,1,प्रदीप कुमार,1,प्रदीप कुमार दाश दीपक,1,प्रदीप कुमार साह,11,प्रदोष मिश्र,1,प्रभात दुबे,1,प्रभु चौधरी,2,प्रमिला भारती,1,प्रमोद कुमार तिवारी,1,प्रमोद भार्गव,2,प्रमोद यादव,14,प्रवीण कुमार झा,1,प्रांजल धर,1,प्राची,367,प्रियंवद,2,प्रियदर्शन,1,प्रेम कहानी,1,प्रेम दिवस,2,प्रेम मंगल,1,फिक्र तौंसवी,1,फ्लेनरी ऑक्नर,1,बंग महिला,1,बंसी खूबचंदाणी,1,बकर पुराण,1,बजरंग बिहारी तिवारी,1,बरसाने लाल चतुर्वेदी,1,बलबीर दत्त,1,बलराज सिंह सिद्धू,1,बलूची,1,बसंत त्रिपाठी,2,बातचीत,2,बाल उपन्यास,6,बाल कथा,356,बाल कलम,26,बाल दिवस,4,बालकथा,80,बालकृष्ण भट्ट,1,बालगीत,20,बृज मोहन,2,बृजेन्द्र श्रीवास्तव उत्कर्ष,1,बेढब बनारसी,1,बैचलर्स किचन,1,बॉब डिलेन,1,भरत त्रिवेदी,1,भागवत रावत,1,भारत कालरा,1,भारत भूषण अग्रवाल,1,भारत यायावर,2,भावना राय,1,भावना शुक्ल,5,भीष्म साहनी,1,भूतनाथ,1,भूपेन्द्र कुमार दवे,1,मंजरी शुक्ला,2,मंजीत ठाकुर,1,मंजूर एहतेशाम,1,मंतव्य,1,मथुरा प्रसाद नवीन,1,मदन सोनी,1,मधु त्रिवेदी,2,मधु संधु,1,मधुर नज्मी,1,मधुरा प्रसाद नवीन,1,मधुरिमा प्रसाद,1,मधुरेश,1,मनीष कुमार सिंह,4,मनोज कुमार,6,मनोज कुमार झा,5,मनोज कुमार पांडेय,1,मनोज कुमार श्रीवास्तव,2,मनोज दास,1,ममता सिंह,2,मयंक चतुर्वेदी,1,महापर्व छठ,1,महाभारत,2,महावीर प्रसाद द्विवेदी,1,महाशिवरात्रि,1,महेंद्र भटनागर,3,महेन्द्र देवांगन माटी,1,महेश कटारे,1,महेश कुमार गोंड हीवेट,2,महेश सिंह,2,महेश हीवेट,1,मानसून,1,मार्कण्डेय,1,मिलन चौरसिया मिलन,1,मिलान कुन्देरा,1,मिशेल फूको,8,मिश्रीमल जैन तरंगित,1,मीनू पामर,2,मुकेश वर्मा,1,मुक्तिबोध,1,मुर्दहिया,1,मृदुला गर्ग,1,मेराज फैज़ाबादी,1,मैक्सिम गोर्की,1,मैथिली शरण गुप्त,1,मोतीलाल जोतवाणी,1,मोहन कल्पना,1,मोहन वर्मा,1,यशवंत कोठारी,8,यशोधरा विरोदय,2,यात्रा संस्मरण,31,योग,3,योग दिवस,3,योगासन,2,योगेन्द्र प्रताप मौर्य,1,योगेश अग्रवाल,2,रक्षा बंधन,1,रच,1,रचना समय,72,रजनीश कांत,2,रत्ना राय,1,रमेश उपाध्याय,1,रमेश राज,26,रमेशराज,8,रवि रतलामी,2,रवींद्र नाथ ठाकुर,1,रवीन्द्र अग्निहोत्री,4,रवीन्द्र नाथ त्यागी,1,रवीन्द्र संगीत,1,रवीन्द्र सहाय वर्मा,1,रसोई,1,रांगेय राघव,1,राकेश अचल,3,राकेश दुबे,1,राकेश बिहारी,1,राकेश भ्रमर,5,राकेश मिश्र,2,राजकुमार कुम्भज,1,राजन कुमार,2,राजशेखर चौबे,6,राजीव रंजन उपाध्याय,11,राजेन्द्र कुमार,1,राजेन्द्र विजय,1,राजेश कुमार,1,राजेश गोसाईं,2,राजेश जोशी,1,राधा कृष्ण,1,राधाकृष्ण,1,राधेश्याम द्विवेदी,5,राम कृष्ण खुराना,6,राम शिव मूर्ति यादव,1,रामचंद्र शुक्ल,1,रामचन्द्र शुक्ल,1,रामचरन गुप्त,5,रामवृक्ष सिंह,10,रावण,1,राहुल कुमार,1,राहुल सिंह,1,रिंकी मिश्रा,1,रिचर्ड फाइनमेन,1,रिलायंस इन्फोकाम,1,रीटा शहाणी,1,रेंसमवेयर,1,रेणु कुमारी,1,रेवती रमण शर्मा,1,रोहित रुसिया,1,लक्ष्मी यादव,6,लक्ष्मीकांत मुकुल,2,लक्ष्मीकांत वैष्णव,1,लखमी खिलाणी,1,लघु कथा,288,लघुकथा,1340,लघुकथा लेखन पुरस्कार आयोजन,241,लतीफ घोंघी,1,ललित ग,1,ललित गर्ग,13,ललित निबंध,20,ललित साहू जख्मी,1,ललिता भाटिया,2,लाल पुष्प,1,लावण्या दीपक शाह,1,लीलाधर मंडलोई,1,लू सुन,1,लूट,1,लोक,1,लोककथा,378,लोकतंत्र का दर्द,1,लोकमित्र,1,लोकेन्द्र सिंह,3,विकास कुमार,1,विजय केसरी,1,विजय शिंदे,1,विज्ञान कथा,79,विद्यानंद कुमार,1,विनय भारत,1,विनीत कुमार,2,विनीता शुक्ला,3,विनोद कुमार दवे,4,विनोद तिवारी,1,विनोद मल्ल,1,विभा खरे,1,विमल चन्द्राकर,1,विमल सिंह,1,विरल पटेल,1,विविध,1,विविधा,1,विवेक प्रियदर्शी,1,विवेक रंजन श्रीवास्तव,5,विवेक सक्सेना,1,विवेकानंद,1,विवेकानन्द,1,विश्वंभर नाथ शर्मा कौशिक,2,विश्वनाथ प्रसाद तिवारी,1,विष्णु नागर,1,विष्णु प्रभाकर,1,वीणा भाटिया,15,वीरेन्द्र सरल,10,वेणीशंकर पटेल ब्रज,1,वेलेंटाइन,3,वेलेंटाइन डे,2,वैभव सिंह,1,व्यंग्य,2075,व्यंग्य के बहाने,2,व्यंग्य जुगलबंदी,17,व्यथित हृदय,2,शंकर पाटील,1,शगुन अग्रवाल,1,शबनम शर्मा,7,शब्द संधान,17,शम्भूनाथ,1,शरद कोकास,2,शशांक मिश्र भारती,8,शशिकांत सिंह,12,शहीद भगतसिंह,1,शामिख़ फ़राज़,1,शारदा नरेन्द्र मेहता,1,शालिनी तिवारी,8,शालिनी मुखरैया,6,शिक्षक दिवस,6,शिवकुमार कश्यप,1,शिवप्रसाद कमल,1,शिवरात्रि,1,शिवेन्‍द्र प्रताप त्रिपाठी,1,शीला नरेन्द्र त्रिवेदी,1,शुभम श्री,1,शुभ्रता मिश्रा,1,शेखर मलिक,1,शेषनाथ प्रसाद,1,शैलेन्द्र सरस्वती,3,शैलेश त्रिपाठी,2,शौचालय,1,श्याम गुप्त,3,श्याम सखा श्याम,1,श्याम सुशील,2,श्रीनाथ सिंह,6,श्रीमती तारा सिंह,2,श्रीमद्भगवद्गीता,1,श्रृंगी,1,श्वेता अरोड़ा,1,संजय दुबे,4,संजय सक्सेना,1,संजीव,1,संजीव ठाकुर,2,संद मदर टेरेसा,1,संदीप तोमर,1,संपादकीय,3,संस्मरण,730,संस्मरण लेखन पुरस्कार 2018,128,सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन,1,सतीश कुमार त्रिपाठी,2,सपना महेश,1,सपना मांगलिक,1,समीक्षा,847,सरिता पन्थी,1,सविता मिश्रा,1,साइबर अपराध,1,साइबर क्राइम,1,साक्षात्कार,21,सागर यादव जख्मी,1,सार्थक देवांगन,2,सालिम मियाँ,1,साहित्य समाचार,98,साहित्यम्,6,साहित्यिक गतिविधियाँ,216,साहित्यिक बगिया,1,सिंहासन बत्तीसी,1,सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी,1,सी.बी.श्रीवास्तव विदग्ध,1,सीताराम गुप्ता,1,सीताराम साहू,1,सीमा असीम सक्सेना,1,सीमा शाहजी,1,सुगन आहूजा,1,सुचिंता कुमारी,1,सुधा गुप्ता अमृता,1,सुधा गोयल नवीन,1,सुधेंदु पटेल,1,सुनीता काम्बोज,1,सुनील जाधव,1,सुभाष चंदर,1,सुभाष चन्द्र कुशवाहा,1,सुभाष नीरव,1,सुभाष लखोटिया,1,सुमन,1,सुमन गौड़,1,सुरभि बेहेरा,1,सुरेन्द्र चौधरी,1,सुरेन्द्र वर्मा,62,सुरेश चन्द्र,1,सुरेश चन्द्र दास,1,सुविचार,1,सुशांत सुप्रिय,4,सुशील कुमार शर्मा,24,सुशील यादव,6,सुशील शर्मा,16,सुषमा गुप्ता,20,सुषमा श्रीवास्तव,2,सूरज प्रकाश,1,सूर्य बाला,1,सूर्यकांत मिश्रा,14,सूर्यकुमार पांडेय,2,सेल्फी,1,सौमित्र,1,सौरभ मालवीय,4,स्नेहमयी चौधरी,1,स्वच्छ भारत,1,स्वतंत्रता दिवस,3,स्वराज सेनानी,1,हबीब तनवीर,1,हरि भटनागर,6,हरि हिमथाणी,1,हरिकांत जेठवाणी,1,हरिवंश राय बच्चन,1,हरिशंकर गजानंद प्रसाद देवांगन,4,हरिशंकर परसाई,23,हरीश कुमार,1,हरीश गोयल,1,हरीश नवल,1,हरीश भादानी,1,हरीश सम्यक,2,हरे प्रकाश उपाध्याय,1,हाइकु,5,हाइगा,1,हास-परिहास,38,हास्य,59,हास्य-व्यंग्य,78,हिंदी दिवस विशेष,9,हुस्न तबस्सुम 'निहाँ',1,biography,1,dohe,3,hindi divas,6,hindi sahitya,1,indian art,1,kavita,3,review,1,satire,1,shatak,3,tevari,3,undefined,1,
ltr
item
रचनाकार: फिल्म निर्माण की प्रक्रिया - डॉ. विजय शिंदे
फिल्म निर्माण की प्रक्रिया - डॉ. विजय शिंदे
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhshCzKP8kWGD-VUvkvjt82CTGayV-MP_f9vFEttFG6bE4OU1ALEcLZJZKEAvQtdr0-nqqFqbXZ7BSj_s3ImHwQrTpVge2gcekHTBF7vnc0lo7JYf9w4hXYi6fIk43XGeS2mMlY/?imgmax=200
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhshCzKP8kWGD-VUvkvjt82CTGayV-MP_f9vFEttFG6bE4OU1ALEcLZJZKEAvQtdr0-nqqFqbXZ7BSj_s3ImHwQrTpVge2gcekHTBF7vnc0lo7JYf9w4hXYi6fIk43XGeS2mMlY/s72-c/?imgmax=200
रचनाकार
https://www.rachanakar.org/2016/10/blog-post_58.html
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/
https://www.rachanakar.org/2016/10/blog-post_58.html
true
15182217
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content